भोपाल : इंडियन फेडरेशन ऑफ मीडिया एवं वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के अध्यक्ष राधावल्लभ शारदा जिन दिनो हैदराबाद प्रवास पर थे, उनके आवास परिसर स्थित कार्यालय एफ-88/19, तुलसी नगर में पांच लोगों ने रात में लगभग साढ़े 10 बजे तोडफ़ोड़ की। शारदा का कहना है कि भाग्य अच्छा था, मैं बाहर था तथा बेटा ललित किसी कार्य से घर के अंदर गया था। यदि मैं अथवा मेरा पुत्र घटनास्थल पर होते तो शारीरिक नुकसान भी हो सकता था।
घटना स्थल का निरीक्षण करता पुलिस इंस्पेक्टर
शारदा का कहना है कि आंध्रप्रदेश और तेलांगना के प्रवास से 1 मई 2015 को सायंकाल भोपाल आया। घटना स्थल का निरीक्षण किया एवं फोटो लिये, उसके बाद टी.टी. नगर थाने गये। उनके साथ पुत्र ललित, छिंदवाड़ा से आई जिला सदस्यता प्रभारी सारिका श्रीवास्तव एवं अन्य साथ थे।
शारदा का कहना है कि उन्होंने थाने में सारे घटनाक्रम को बताया। पहले तो पुलिस अपनी बात पर अड़ी थी कि लिखित आवेदन दें। मना करने पर एफ.आई.आर. के स्थान पर पुलिस हस्तक्षेप, अयोग्य अपराध की सूचना में अपराध धारा 427 में दर्ज किया गया तथा अभियोगी को सक्षम न्यायालय में कार्यवाही करने को बतलाया गया।
शारदा का कहना है कि रिपोर्ट के बाद सब इंस्पेक्टर ने मौके पर आकर निरीक्षण किया। उनसे आग्रह किया कि फिंगर प्रिंट लिये जा सकते हैं। उनके द्वारा अनसुनी की गई। इसी तरह पांच व्यक्ति बताने पर उनके द्वारा तीन-चार लिखे गये। लगा कि पुलिस अपनी मर्जी से काम करती है। अत: चुप रहना ही उचित समझा। सवाल है कि राजधानी में पत्रकार के कार्यालय में घटना को पुलिस ने हस्तक्षेप योग्य नहीं माना।