पटना : राजद प्रमुख लालू यादव ने अपने आवास पर संवाददाता सम्मेलन में मीडिया पर प्रहार करते हुए अखबार और पत्रकार का नाम लेकर कहा कि ये लोग राजद व जदयू के बीच दूरी बनाए रखना चाहते हैं। कुछ पत्रकार आरएसएस के एजेंट का काम कर रहे हैं। बिना पुष्ट किए सूत्रों के हवाले से तथ्यहीन खबरें प्रसारित-प्रचारित की जा रही हैं। विलय को लेकर हमारी जो बातचीत चल रही है, हम उसे मीडिया को बताना जरूरी नहीं समझते हैं। मीडिया को भी गलत अटकलें लगाने से बाज आना चाहिए।
लालू यादव ने कहा कि विलय अथवा गठबंधन की मीडिया जानबूझकर गलत तथा भ्रामक खबरें प्रसारित कर रहा है। किसी नेता से इस संबंध में कोई पुष्ट जानकारी देने की बजाए मीडिया सारी खबरें सूत्रों के हवाले से देकर दुष्प्रचार कर रहा है। उन्होंने कहा कि मीडिया में आरएसएस के एजेंट घुसे हुए हैं। उन्होंने कहा कि मीडिया के एक वर्ग में इस तरह की कुछ आधारहीन खबरें चल रही हैं कि राजद और जदयू या जनता परिवार का विलय नहीं होगा।
मोदी सरकार के एक साल पूरा होने पर तामझाम के साथ जनता का पैसा बर्बाद करने पर उन्होंने कहा कि ये तो ऐसे नाच-गा रहे हैं, जैसे लोकतांत्रिक इतिहास में पहली बार किसी सरकार ने एक साल पूरा किया हो। टीवी और अखबारों में विज्ञापनों के भरोसे वह इस तरह से कितने दिन सरकार चला पाएंगे? उन्होंने कहा कि हमारे महागठबंधन के खिलाफ मीडिया का सहारा लेकर भाजपा भ्रम फैला रही है।
उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई बिहार में मुख्यमंत्री बनने के लिए नहीं बल्कि भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से हटाने के लिए है। सभी धर्मनिरपेक्ष दलों को मन साफ रखकर हर मुद्दे पर बातचीत करनी चाहिए और कुर्बानी के लिए भी तैयार रहना चाहिए। विलय को लेकर जो बातचीत चल रही है उसे मीडिया को बताने की जरूरत नहीं है। हम सभी चाहते हैं कि ऐसा कोई निणर्य हो, जिससे न तो उन्हें नुकसान हो और न नीतीश कुमार को और न ही धर्मनिरपेक्ष शक्तियों को। उन्होंने तो पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, कांग्रेस और वामदलों से भी साथ आने की अपील की है।