प्रभात खबर पटना के प्रबंधन के तुगलकी फरमान से इस संस्थान में काम करने वाले मार्केटिंग सेक्शन के कर्मियों के परिजन वैश्विक महामारी कोरोना की चपेट में आने के भय से परेशान हैं. कर्मी नौकरी चले जाने के डर से भयभीत हैं.
एक ओर जहां सभी बड़े अखबारी संस्थान घर से काम करने को प्रेरित कर रहे हैं वहीं प्रभात खबर के डिप्टी बिजनेस हेड पर मार्केटिंग सेक्शन के लोगों को बिना काम दफ्तर बुलाने का नशा सवार है. कर्मियों का कहना है कि जब काम रहे तो हम जाने के लिए तैयार हैं पर सारे लोगों को बेवजह इकट्ठा करने का सनक ठीक नहीं है.
पटना से छपने वाले अन्य दैनिक समाचार पत्रों में मीडिया मार्केटिंग के लोगों को कार्यालय आने या न आने की छूट दी जा चुकी है. पर प्रभात खबर प्रबंधन इसके उलट कार्य कर रहा है. अभी सारी चीजें लॉकडाउन में हैं. फिर भी कर्मियों को आने के लिए मजबूर किया जा रहा है. सरकारी आदेश का हवाला दिया जा रहा है कि लाकडाउन में प्रिंट मीडिया को मनाही नहीं है इसलिए सभी को आना है. जबकि इसके विपरीत सरकारी निर्देश है कि बेवजह एक जगह इकट्ठा होना कानूनन गलत है.