सुशील दुबे-
एकाना स्टेडियम में माँ बेटी के साथ हुई दर्दनाक दुर्घटना में उनकी जान चली गई। इसके ज़िम्मेदार ओरिजिंस कंपनी के मालिक और ओवरऑल ज़िम्मेदारी उदय सिन्हा। इन दोनों की ज़िम्मेदारी बनती जा रही है। इस ज़िम्मेदारी से बच के भाग नहीं सकते। साथ ही सरकार यह निश्चित करे आगे ऐसा दर्दनाक हादसा दोबारा ना हो।
सुधीर मिश्र-
आखिर कोई जिम्मेदार क्यों नहीं माना जाता ? लखनऊ के इकाना स्टेडियम में लगे पोल विज्ञापन पट के नीचे एक कार दबी है जिसमें एक पुरुष और दो महिला हैं। आंधी आई और पोल चलती कार पर गिर गया। यह कोई प्राकृतिक आपदा नहीं है। इस तरह के पोल और होर्डिंग लगाने से पहले बिल्डिंग की मजबूती का सर्वे होता है।
स्ट्रक्चरल इंजीनियर की रिपोर्ट लगाई जाती है। उसके बाद नगर निगम से अनुमति मिलती है। और भी कई नियम होंगे। तीनों हताहत और उनके परिवार का क्या दोष है। आम लोग इतने असुरक्षित क्यों हैं ? जिम्मेदारी तय कर के कड़े एक्शन होने चाहिए पर क्या ऐसा होगा ?





Mamta Tripathi
@MamtaTripathi80
40 % कमीशन लेगें अफ़सर तो ऐसी ही होर्डिंग लगेगी जो हल्की आँधी में भी ताश के पत्ते की तरह ढह जाए…outdoor advertisement में बहुत खेल करते हैं कम्पनी और अफ़सर। अपनी चहेती कम्पनियों को काम दिलाने के लिए टेंडर तक में खेल होता है। एक सरकारी विभाग में इसी पर काम चल रहा है। जल्द ही सबूतों के साथ रखेंगे सामने क्योंकि अपना एक साथी इसी मामले में अफ़सरों का कोपभाजन बना हुआ है।