यशवंत सिंह-
लोग कहते हैं बहुत बेरोजगारी है. खासकर मीडिया में. लेकिन सच्चाई ये है कि नब्बे से निन्यानबे प्रतिशत लोग अनस्किल्ड होते हैं. जब आप जाब के लिए वैकेंसी निकालते हैं तो सैकड़ों लोग अप्लाई कर देते हैं. पर जब आप उनसे काम के लिए कहते हो तो सन्नाटा छा जाता है. भड़ास के लिए हमने एक प्रयोग शुरू किया है. लोगों को जोड़ेंगे. उनसे आनलाइन खबर लिखवा कर, रिराइट कराके अपलोड कराएंगे. इसके लिए हफ्ते भर तक रोजाना पे करेंगे. फिर तय करेंगे एक हफ्ते बाद कि इन्हें रखना है या नहीं.
इसी के तहत आए सैकड़ों आवेदनों में से कुछ लोगों को भड़ास पर न्यूज अपलोड करने के लिए यूजरनेम पासवर्ड भेजा. बांदा से आशीष सागर, औरंगाबाद से विकास सेजुल और रायपुर से मनोज शुक्ला. हफ्ते भर से ज्यादा बीत गए. इन लोगों ने एक भी न्यूज अपलोड नहीं किया. और आप कहते हैं कि भाई बहुत बेरोजगारी है… अब तीन से पांच नए लोगों पर यही प्रयोग करता हूं. देखता हूं क्या रिस्पांस आता है… हां, आगरा से मदन मोहन सोनी ने अच्छा परफार्म किया है. उनको भड़ास से जोड़ लिया गया है. उन्हें सात दिन के टेस्ट का पैसा भी दिया. अब महीने की फिक्स सेलरी पर उन्हें रख लिया गया है. भड़ास पर खबर छपवाने के लिए अब मदन मोहन सोनी से भी संपर्क कर सकते हैं. उनका मोबाइल नंबर है- +91 9760898700
मदन मोहन सोनी में संभावना है. वे बेहतर कर सकते हैं. बस उन्हें थोड़ा अनुशासित होना पड़ेगा, लाइफस्टाइल में. काम में ढेर सारे प्रयोग के बजाय दिए गए टारगेट पर फोकस्ड रहना होगा.
ratnesh srivastava
November 24, 2023 at 8:47 pm
सही कहा सर आपने इसीलिए पत्रकारिता का स्तर दिनों दिन खराब हो गया,खनन माफिया से लेकर चोर तक गाडी पर प्रेस मीडिया लिखवाकर थानों और चौकियों पर पुलिस प्रशासन की मदद से अपराध कर रहे है अब खिलाफत करे भी कौन जब प्रेस लिखे कार्ड ही साथ हो