नई दिल्ली : संसद भवन के अपने कक्ष में मध्य प्रदेश के पत्रकारों के साथ अनौपचारिक चर्चा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दावा किया कि उनका अपना सूचना तंत्र मीडिया और सरकार के सूचनातंत्र से ज्यादा मजबूत है। वह चार दशक तक संघ प्रचारक के रूप में देशभर में घूमे हैं। उस दैरान हजारों लोग उनके सीधे संपर्क में रहे हैं। नेपाल के प्रधानमंत्री सुशील कोइराला को भी मेरे ट्वीट से भूकंप की जानकारी मिली।
मोदी का कहना है कि कोइराला अपनी ऑफिशियल विजिट पर थाइलैंड गए थे। मेरा ट्वीट ही उनके लिए भूकंप की सूचना मिलने का प्राथमिक सूत्र था। मोदी ने एक पुरानी घटना का उद्धरण देते हुए कहा कि उन दिनो वह गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे।
उन्होंने कहा कि उस दिन रात के सवा तीन बजे थे। एक फोन आया। फोन करने वाले ने बताया कि उसने रेलवे स्टेशन के पास से धमाके की आवाज सुनी है। धमाका कैसा है, नहीं पता। मैंने चीफ सेक्रेटरी और रेलवे के जीएम समेत कई अफसरों को फोन लगाया। किसी को नहीं पता था। एक-डेढ़ घंटे बाद फिर वही फोन आया। उसने बताया कि धमाका रेल हादसे का था। उसने स्टेशन जाकर पुष्टि की थी। जब तक मीडिया वाले पहुंचे, घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा चुका था। मैंने भी घटनास्थल का जायजा लिया। तब लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे। उन्हें पहुंचने में कई घंटे लग गए थे। गुस्साए लोगों ने उनकी कार के शीशे तोड़ दिए थे। बाद में संसद में उन्होंने मेरे खिलाफ प्रतिकूल टिप्पणी भी की थी।