संजय कुमार-
नीरद निश्चल समेत हमलोग पिछले छह मार्च को सहारा के दफ्तर में मिले थे। तब चार साथियों का ग्रेच्युटी का चेक मिला था। नीरद के बारे में दुखद सूचना है।
टीवी न्यूज में अपनी आवाज की जादू बिखेरने वाले नीरद निश्चल ने अलविदा कह दिया। आज सुबह उनके निधन की खबर स्तब्ध हूं। श्रद्धांजलि आपको।
हरीश मलिक-
युवा पत्रकार आशीष शर्मा के यूं अलविदा कह देने पर यकीन तो नहीं हो रहा। डेली न्यूज में जब मैं एडिटर था, उससे पहली मुलाकात हुई थी।
आशीष का व्यक्तित्व जितना विनम्र और सहज था, उतने ही भावुक दिल का मालिक। मेरे केबिन में एकाधिक बार उसकी आंखें गीली हुईं। थोड़ी समझाइश, थोड़ा ढांढ़स और थोड़ी थपथपी और उसके चेहरे पर कृतज्ञ, विनम्र और मासूम मुस्कान तैर जाती थी। ठीक है सर…आप कह रहे हैं तो… !!
आज उन लम्हों को याद करते हुए मेरी आंखें नम हैं। ये जाने का समय तो नहीं था डॉ. आशीष…बहुत याद आओगे !! ईश्वर ने तो इंसाफ नहीं किया…अब सरकार आशीष के परिवार को आर्थिक संबल जरूर प्रदान करें।