हिन्दू नाम देखकर पत्रकारों को मार रहे थे दंगाई ।
सर तन से जुदा के लग रहे थे नारे !
अल्लाहु अकबर के लग रहे थे नारे !
पत्थर, पेट्रोल बम से हो रहे थे हमले।
हल्द्वानी में हुए दंगों के दौरान पथराव में घायल हुए पत्रकारों ने अपनी आपबीती सुनाई है। घायल पत्रकारों का कहना है कि उन्हें हिंदू होने के कारण निशाना बनाया गया। उनका कहना है कि दंगाइयों ने जानबूझकर उन पर पथराव किया और उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया।
पत्रकारों ने बताया कि जब वे दंगों की कवरेज कर रहे थे, तभी अचानक दंगाइयों ने उन पर पथराव शुरू कर दिया। वे बचने की कोशिश करते रहे, लेकिन दंगाइयों ने उन्हें घेर लिया और पथराव करते रहे। इस पथराव में कई पत्रकार घायल हो गए।
घायल पत्रकारों ने यह भी कहा कि पुलिसकर्मियों ने उन्हें आग से बाहर निकाला और उनकी जान बचाई। उन्होंने पुलिस की बहादुरी की तारीफ करते हुए कहा कि पुलिस ने उन्हें सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया।
एक स्थानीय पत्रकार ने बताया कि दंगाइयों ने हिंदू पत्रकारों को निशाना बनाया। उन पर पत्थर और पेट्रोल बम से हमला किया गया। उनका कहना है कि जो मुस्लिम पत्रकार थे, उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया। अमर उजाला के पत्रकार को दंगाइयों ने जिंदा जलाने की कोशिश की, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए।
दंगाइयों ने “सर तन से जुदा” और “अल्लाहु अकबर” के नारे लगाए। उन्होंने पुलिस और पत्रकारों पर भी हमला किया। महिलाओं और युवाओं ने भी इस हमले में भाग लिया।
देश में धार्मिक असहिष्णुता बढ़ रही है। पत्रकारों को निशाना बनाया जाना लोकतंत्र के लिए खतरा है। इस घटना के बाद यह सवाल उठता है कि हिंदू पत्रकारों को ही क्यों निशाना बनाया गया? क्या यह धार्मिक असहिष्णुता का परिणाम है? या फिर इसके पीछे कोई और कारण है?