प्रशांत सिंह-
गिरफ्तारी होनी थी बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी की, जिसने दर्जनों एम्बुलेंस छिपाकर रखा था। लेकिन गिरफ्तारी हो रही पप्पू यादव की जिसने उनकी पोल खोली। यही है ‘सिस्टम’!
गिरीश मालवीय-
पप्पू यादव को पटना में गिरफ्तार कर लिया गया। उनका गुनाह बस इतना था कि वह बीजेपी की बिहार सरकार ओर केंद्र सरकार की अक्षमता की पोल खोल रहे थे। उन पर आरोप है कि उन्होंने लॉक डाउन का उल्लंघन किया है। रात में उन पर एफआईआर दर्ज की गयी।
सुबह पुलिस उनके आवास पुहंच गयी। बीजेपी के पूर्व केंद्रीय मंत्री व राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी के अमनौर स्थित कार्यालय परिसर में दर्जनों एंबुलेंस खड़ी थी. इसको लेकर पप्पू यादव ने ट्वीट कर दिया कि अभी जिस तरह का माहौल है ऐसे में एंबुलेंस की जरूरत है लेकिन यहां ऐसे ही रखी गई है…
उसके बाद जमकर आरोप प्रत्यारोप का दौर चला लेकिन इस घटना का केंद्र में बैठी मोदी सरकार और बिहार की नीतीश कुमार की सरकार को इतना बुरा लगा कि पप्पू यादव पर सारण जिले में दो मामले दर्ज किये गये। पहला मामला लॉकडाउन उल्लंघन का है, जबकि दूसरा मामला रंगदारी मांगने और एम्बुलेंस को क्षतिग्रस्त करने का है।
पप्पू यादव ने कुछ देर पहले ट्वीट किया है कि ‘कोरोना काल में जिंदगियां बचाने के लिए अपनी जान हथेली पर रख जूझना अपराध है, तो हां मैं अपराधी हूं. PM साहब, CM साहब दे दो फांसी, या, भेज दो जेल. झुकूंगा नहीं, रुकूंगा नहीं. लोगों को बचाऊंगा. बेईमानों को बेनकाब करता रहूंगा.’
साफ दिख रहा है कि यह बदले की भावना से उठाया गया कदम है। अगर ऐसे ही चलता रहा तो आपातकाल अधिक दूर नहीं है।
Vinod
May 13, 2021 at 9:38 pm
Shame shame