सुल्तानपुर : अमर उजाला के सुल्तानपुर कार्यालय में क्राइम रिपोर्टर मनीष तिवारी को अपने क्षेत्रीय पत्रकार नवनीत मिश्रा को गाली देना भारी पड़ गया। वायस रिकार्डिंग के साथ नवनीत मिश्रा की तरफ से लिखित शिकायत मिलने के बाद सुल्तानपुर अमर उजाला ब्यूरो कार्यालय के चीफ रमाकांत तिवारी ने आरोपी गालीबाज क्राइम पत्रकार मनीष तिवारी को आफिस आने से मना कर दिया। लेकिन 29 नवम्बर दिन मंगलवार को पुनः पत्रकार मनीष तिवारी को रमाकांत तिवारी ने न जाने क्यों ज्वाइन करा दिया।
सुल्तानपुर जनपद के जयसिंहपुर तहसील रिपोर्टर नवनीत मिश्रा ने अपने इलाके में ग्राम समाज की जमीन पर जबरन निर्माण कराने के दौरान एक बीएसएफ जवान और उसके पट्टीदार में हुए विवाद की 18 नवम्बर को एक खबर अपने क्राइम रिपोर्टर मनीष तिवारी को नोट करवाई। 19 नवम्बर को जब खबर छपी तो उसमें मनीष तिवारी द्वारा ग्राम समाज की जमीन की जगह आबादी वाली जमीन को लेकर विवाद होना बताये जाने की खबर छाप दी।
खबर में हुई बड़ी चूक की वजह से अमर उजाला अखबार की साख दाँव पर आ गयी। इस पर अपनी गलती का ठीकरा अपने तहसील रिपोर्टर पर थोपने के लिए मनीष तिवारी ने तहसील पत्रकार नवनीत मिश्रा को फोन कर गालियां दे दी। नवनीत मिश्रा ने सारी बात अपने मोबाइल में रिकार्ड कर लिया। मनीष तिवारी द्वारा गाली दिये जाने से नवनीत मिश्रा को मानसिक आघात हुआ। इस पूरे मामले की लिखित शिकायत भुक्तभोगी तहसील पत्रकार नवनीत मिश्रा ने वायस रिकार्डिंग के साथ कार्यालय प्रमुख रमाकान्त तिवारी से करने के साथ ही साथ स्थानीय सम्पादक और नोयडा मुख्यालय को भी कर दी। मनीष तिवारी को रमाकांत तिवारी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया। लेकिन 10 दिन बाद फिर से पुनः उसके पद पर वापसी करा दी है। इसको लेकर सुल्तानपुर की मीडिया मंडी में चर्चा का माहौल बना हुआ है।
आडियो टेप ये रहे :
https://youtu.be/D5mJ0rfxWUk
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https://youtu.be/j66YriyAoFI