कानपुर। कानपुर अमर उजाला के क्राइम रिपोर्टर प्रशांत द्विवेदी और कानपुर दैनिक जागरण के सिटी इंचार्ज राजीव द्विवेदी के बीच काफी समय से विवाद चल रहा है। शुक्रवार रात एक मामूली बात को लेकर दोनों के बीच फिर टेलीफोनिक विवाद हो गया।
दरअसल, प्रशांत द्विवेदी के संस्थान के एक सीनियर रिपोर्टर का नजीराबाद थाना क्षेत्र अंतर्गत किसी से विवाद हो गया था। इस पर सीनियर ने प्रशांत को रात 1 बजे फोन कर मामला पता करने को कहा। प्रशांत ने जब थाना प्रभारी को फोन लगा कर मामला पूछा तो मौके पर दूसरे पक्ष से पैरवी करने पहुंचे राजीव द्विवेदी ने थाना प्रभारी का फोन लेकर प्रशांत से बात की।
प्रशांत का पूरा परिचय पूछते ही राजीव अपनी चिर परिचित अभद्र भाषा शैली पर उतर आए और बिना कोई बात सुन फोन काट दिया। इसके बाद उन्होंने अपने फोटोग्राफर संजय यादव से प्रशांत को फोन लगवा कर नौकरी से हटवाने तक की धमकी दे डाली। उनकी अभद्र भाषा को सुन कर प्रशांत भी अपना आपा खो बैठे और उन्हें जबान सम्भाल कर बात करने की चेतावनी दे डाली। इससे झुंझलाये राजीव ने फोन काट दिया।
इसके बाद उन्होंने प्रशांत पर अनर्गल आरोप लगा कर अमर उजाला के कानपुर यूनिट के संपादक विजय त्रिपाठी व सिटी इंचार्ज नीरज तिवारी से भी शिकायत ली, लेकिन अधिकारियों को पहले से ही सच्चाई पता होने के कारण उन्होंने राजीव द्विवेदी के आरोपों को सिरे से नकार दिया।
सूत्रों के अनुसार कानपुर के रहने वाले प्रशांत द्विवेदी 2015-16 में दैनिक जागरण उन्नाव ब्यूरो के शुक्लागंज कार्यालय में कार्यरत थे। तब राजीव द्विवेदी को कानपुर से उनाव ब्यूरो चीफ बना कर भेजा गया था। राजीव द्विवेदी ने उनाव कार्यालय में कार्यरत अपने रिश्तेदार कामोद पांडेय को शुक्लागंज कार्यालय का कार्यभार सौंपने के लिए प्रशांत को परेशान करना शुरू कर दिया और उनका जबरन ट्रांसफर उन्नाव करा दिया। राजीव द्विवेदी की इन दमनकारी नीतियों का प्रशांत ने विरोध करते हुए नौकरी से त्यागपत्र दे दिया था।
इसके बाद प्रशांत कानपुर में दैनिक जागरण आईनेक्स्ट में अपनी सेवाएं देने लगे। इस दौरान उन्नाव कोतवाली क्षेत्र में राजीव द्विवेदी पर अभद्रता का आरोप लगा कर किसी ने उनके साथ मारपीट कर दी। इसका मैसेज वाट्सअप ग्रुपों में भी वायरल था। प्रशांत ने इस मैसेज को जागरण के ऑफिशियल वाट्सअप ग्रुप में डाल दिया। राजीव द्विवेदी अपनी बदनामी होते देख फिर से बौखला गए और प्रशांत को फोन कर आई नेक्स्ट की नौकरी खाने की धमकी दी थी। हालांकि, उस वक़्त भी राजीव को मुंह की खानी पड़ी थी। प्रशांत वर्तमान में अमर उजाला कानपुर की क्राइम टीम के सेकेंड इंचार्ज हैं।