गालियों से परेशान होकर राजदीप सरदेसाई ने अपना टि्वटर एकाउंट डिसेबल किया

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वरिष्ठ और चर्चित पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने टि्वटर को अलविदा कह दिया है. टि्वटर पर कई लोगों के निशाने पर आए राजदीप सरदेसाई को पिछले कुछ समय से कई यूजर्स डायरेक्‍ट मैसेज करके गालियां दे रहे थे. शुरुआत में राजदीप ने इसे इग्‍नोर किया लेकिन जब मां-बहन की गालियां सुनने को मिली तो राजदीप ने एक ट्वीट करके टि्वटर छोड़ देने का ऐलान किया. अपना ट्विटर एकाउंड डिसेबल करने से पहले सरदेसाई ने ट्वीट किया, “कुछ लोग कितना नीचे गिर सकते हैं? मेरा एकाउंट हैक कर सकते हैं? जाली मैसेज भेज सकते हैं? ये कब खत्म होगा? अब वक्त आ गया है कि इस एकाउंट को बंद कर दिया जाए. बस, बहुत हो चुका.”

राजदीप सरदेसाई और अनुपम खेर के बीच हाल ही में टि्वटर वार हो चुका है. इस भिड़ंत के बाद राजदीप सरदेसाई ने कम ट्वीट करने का वादा किया था. दोनों के बीच भिड़ंत राजदीप के शिवसेना के कथित पाखंड को लेकर किए गए कमेंट के बाद हुई. राजदीप के कमेंट के जवाब में अनुपम खेर ने कश्मीरी पंडितों की दशा को लेकर सरदेसाई की देशभक्ति पर सवाल खड़े कर दिए थे. ट्वीट पर हुई भिड़ंत के बाद दोनों ने गुड बाय कहा और टीवी पर प्राइम टाइम में बहस करने की चुनौती दी.

दरअसल लोगों तक खबर पहुंचाने वाले पत्रकार पिछले कुछ सालों से खुद खबर बनते जा रहे हैं. ताजा मामला इतालवी कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड के हेलीकॉप्टरों से जुड़े कथित घोटाले का है. खबरों के अनुसार अगस्ता वेस्टलैंड का बिचौलिया क्रिस्चियन मिशेल करीब 20 पत्रकारों को घूस देकर मैनेज कर रहा था. यह खबर आते ही ट्विटर पर ‘अगस्ता पत्रकार’ हैशटैग ट्रेंड करने लगा. मीडिया में आई खबरों के अनुसार मिशेल ने प्रभावशाली भारतीय पत्रकारों को कंपनी के खिलाफ खबर करने से रोकने के लिए 60 लाख यूरो (करीब 45 करोड़ रुपये) दिए थे. ये 20 पत्रकार कौन थे इसके बारे में अभी कोई भी जानकारी सामने नहीं आई है, न ही किसी पत्रकार का नाम सामने आया.

लेकिन सोशल मीडिया पर कई पत्रकारों का नाम उछाला जाने लगा. ट्विटर ट्रॉल बरखा दत्त, सागरिका घोष और राजदीप सरदेसाई पर निशाना साध रहे हैं. बरखा दत्त के फरवरी, 2013 का एक ट्वीट पेश करके उनपर अगस्ता वेस्टलैंड मामले पर नरमी के साथ पेश आने का आरोप लगाया जा रहा है. शनिवार को अचानक से ही ट्विटर पर राजदीप सरदेसाई ट्रेंड करने लगा. जिसके बाद मामले ने एक गंदा मोड़ ले लिया. कुछ ट्विटर यूजरों ने आपत्तिजनक ट्वीट में सरदेसाई को निशाना बनाया. वहीं कुछ ट्विटर यूजरों ने आरोप लगाया कि सरदेसाई ने उन्हें अभद्र डायरेक्ट मैसेज भेजा. इस पूरे मामले से आहत होकर सरदेसाई ने ट्विटर छोड़ने की घोषणा कर दी. सरदेसाई का कहना है कि अब वो लोग अपनी बात साबित करने के लिए फोटोशॉप की हुई तस्वीरें लगा रहे हैं. मैं बस इतना ही कहना चाहता हूं कि मैंने किसी को अश्लील मैसेज नहीं भेजा.

पत्रकार मनु पब्बी ने पत्रकारों की ऐसी किसी लिस्ट के होने की बात को गलत बताया. फिलहाल टाइम्स नाउ में काम कर रहे पब्बी पहले इंडियन एक्सप्रेस में काम करते थे. पब्बी ने ये भी स्पष्ट किया कि बरखा दत्त के 2013 के जिस ट्वीट को शेयर किया जा रहा है उसका 2010 के विवादित हेलीकॉप्टर डील से कोई संबंध नहीं है. मीडिया विशेषज्ञ दिलीप चेरियन कहते हैं कि व्हाट्सऐप पर ‘अगस्ता-पत्रकारों’ की “पूरी तरह जाली” लिस्ट घूम रही है.

सरदेसाई की पत्नी और वरिष्ठ पत्रकार सागरिका घोष ने ट्वीट किया, “एक कंपनी ने एक रक्षा सौदे के लिए 50 करोड़ पत्रकारों पर खर्च किया? क्या हम पागल हो गए हैं?” सोशल मीडिया के अलावा केवल टाइम्स नाउ चैनल ही इस खबर को तरजीह दे रहा है. विश्वसनीय जानकारी के अभाव में दूसरे मीडिया संस्थान इस खबर से परहेज कर रहे हैं. टाइम्स नाउ के एडिटन-इन-चीफ अर्णब गोस्वामी ने ‘अगस्ता-पत्रकार घोटाला और इंडिया’ पर प्राइम टाइम की बहस करवाई. अर्णब ने आरोप लगाया कि अगस्ता वेस्टलैंड की मूल कंपनी ने भारतीय पत्रकारों को इटली का दौरा कराया था. अब ये मामला क्या मोड़ लेगा ये तो वक्त ही बताएगा लेकिन ट्रॉल से तंग आकर सोशल मीडिया छोड़ने वाले एनडीटीवी के रवीश कुमार के बाद सरदेसाई दूसरे पत्रकार बन गए हैं.

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Comments on “गालियों से परेशान होकर राजदीप सरदेसाई ने अपना टि्वटर एकाउंट डिसेबल किया

  • aap ka ye lekh puri tarah se baised hai jase ki rajdeep pehle to khud logon ko direct message bhej kar gali den na jab alochna hona tab ye kehna ki mera account hack ho gaya sab jante hai ki unhone jab hack hone ka message kiya uske baad bhi we apna account 24 ghante tak surf karte rahe is desh ki janta bewkoof nahi hai agar burkha rajdeep sagrio ka ke twiteer and facebook handel ho piche kai salon se dekha jaiy to usme kai logon ke liye abhadra bha sa ka proyg kiya gaya tab kya unko nahi pata tha ek din unhe yahi bhojna padega ye jo adatho gayi sirf patrkaron ka pach leni

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