Amitabh Thakur : नूतन और मुझ पर कैबिनेट मंत्री आज़म खान के खिलाफ लोगों को भड़काने के आरोप में रामपुर के कोतवाली थाने में मुक़दमा अ०स० 57/2016 धारा 153ए आईपीसी दर्ज हुआ है. पक्का बाग़ निवासी सोनू कठेरिया द्वारा कल (14 मार्च को) थाने को दिए गए प्रार्थनापत्र के अनुसार रविवार (13 मार्च) सुबह करीब 10 बजे हम दोनों ने स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता दानिश खान के साथ मंत्री आज़म खान के खिलाफ धर्म और जाति के नाम पर भड़काया.
एफआईआर के अनुसार मैंने कहा कि आज़म खान उनके मकानों को इसीलिए तुडवाना चाहते हैं कि ये लोग हिन्दू निम्न जाति के हैं और यदि यह बस्ती मुसलमानों की होती तो आज़म इसे कभी नहीं तुड़वाते. आज़म खान रामपुर से वाल्मीकि बस्ती को एक-एक करके तुडवाना चाहते हैं, जो भी हिन्दू आज़म के खिलाफ बोलेगा वे जेल भिजवा कर ही रहेंगे. अगर वे संगठित नहीं हुए तो आज़म रामपुर में एक भी वाल्मीकि को रहने नही देंगे.
एफआईआर के अनुसार मेरी इन बातों का नूतन और दानिश ने भी समर्थन किया और हमारी इन बातों को सुन कर वहां के वाल्मीकि मंत्री आज़म खान के खिलाफ उत्तेजित होने लगे और इन बातों से साफ़ था कि हम लोग मंत्री आज़म खान और सरकार के खिलाफ इन लोगों को भड़का रहे थे. दरअसल हम बुलंदशहर से वापसी के समय वाल्मीकि बस्ती जा कर वहां के लोगों से बस्ती की वर्तमान स्थिति जानने गए थे. सच यह है कि यह एफआईआर आज़म खान द्वारा पद के व्यापक दुरुपयोग का एक और जीता-जागता नमूना है लेकिन अब हमें इस तरह के झूठे मुकदमों की आदत सी हो गयी है.
यूपी कैडर के आईपीएस और आईजी अमिताभ ठाकुर के फेसबुक वॉल से.