उरई: दो किशोरियों की हत्या के बाद पुलिस के खिलाफ हुए प्रदर्शन और पत्थरबाजी में कई की गाड़ियां टूट गए और कई पत्रकार जख्मी हो गए। घटना को कवर कर रहे पत्रकारों पर खुन्नस निकालते हुए रेंढ़र एसओ ने एक पत्रकार को जबरन पकड़ कर गाड़ी में डाला और पुलिस लाइन पहुंचा दिया। बाद में पत्रकार एकजुट हो गए। इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने पूरे मामले में खेद जताते हुए रेढ़र थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया।
दो लड़कियों की हत्या के बाद पुलिस के खिलाफ हुए बवाल में दोनों तरफ से हुई पत्थरबाजी में कई पत्रकार जख्मी हो गए। पत्रकारों की गाड़ियां क्षतिग्रस्त कर दी गईं। बवाल के बीच रेढ़र थानाध्यक्ष जितेंद्र यादव ने एक दैनिक समाचार पत्र के पत्रकार अकील अहमद को पकड़ लिया, अकील का मोबाइल फोन छीनकर तोड़ दिया। अकील को गाड़ी में डालकर कोतवाली के बजाए पुलिस लाइन पहुंचा दिया। बाद में इसका पता चलने के बाद पुलिस अधीक्षक राकेश शंकर ने पूरे मामले पर खेद जताया। उन्होंने रेढ़र थानाध्यक्ष जितेंद्र यादव को निलंबित करने की घोषणा की। जिसके बाद पत्रकार शांत हुए। वहीं, दो अन्य दैनिक समाचार पत्र के पत्रकार जगत यादव व विनय गुप्ता भी पथराव में घायल हो गए।