गाजियाबाद में एसओ ने पत्रकार का कैमरा छीना, मारापीटा, पीएम और सीएम से कार्रवाई की फरियाद

‘सतर्क दृष्टि’ के संपादक तौसीफ हाशमी ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, यूपी के मुख्यमंत्री, गाजियाबाद के एसएसपी, डीआईजी मेरठ जोन, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग, मानवाधिकार आयोग, प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया एवं गृह मंत्रालय भारत सरकार को प्रेषित पत्र में एक घटनाक्रम का उल्लेख करते हुए पर्दाफाश किया है कि किस तरह पुलिस देह व्यापार को संरक्षण दे रही है। उन्होंने विजयनगर क्षेत्र (गाजियाबाद) में मुस्लिम नाबालिग लड़की को बेचे जाने के आरोपों की जांच करा कर विजयनगर थाने के एसओ व अन्य पुलिसकर्मियों या दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग की है।

हाल-ए-सहारा : जो गए सो भले, जो रह गए, वो खाली हाथ खटते-खटते मरें

भोपाल गैस त्रासदी के बाद वहां से लौटे किसी पत्रकार ने बचे लोगों की दुर्दशा पर यही कहा था। आज यह बात सहारा में काम करने वाले हर कर्मचारी पर अक्षरश: लागू होती है, चाहे वह किसी भी विभाग का हो, बस शर्त ये है कि वह कर्मचारी हो और वह भी छोटे पद का।

पत्रकार को जबरन पकड़ कर पुलिस लाइन ले जाने पर रेंढ़र एसओ निलंबित

उरई: दो किशोरियों की हत्या के बाद पुलिस के खिलाफ हुए प्रदर्शन और पत्थरबाजी में कई की गाड़ियां टूट गए और कई पत्रकार जख्मी हो गए।  घटना को कवर कर रहे पत्रकारों पर खुन्नस निकालते हुए रेंढ़र एसओ ने एक पत्रकार को जबरन पकड़ कर गाड़ी में डाला और पुलिस लाइन पहुंचा दिया। बाद में पत्रकार एकजुट हो गए। इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने पूरे मामले में खेद जताते हुए रेढ़र थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया।