उत्तर प्रदेश की तरह राजस्थान से भी ईटीवी प्रबंधन ने अपने सारे इन्फार्मर्स को चलता कर दिया है. इनकी संख्या दो सौ के करीब बताई जाती है. जगदीश चंद्रा और उनके पहले के प्रबंधन के दिनों में इन्फार्मर्स रखे गए थे. इसका मकसद प्रदेश की सभी छोटी-बड़ी सूचनाओं-घटनाओं तक पहुंच बनाना था. कहा जा रहा है कि कुछ इन्फार्मर्स पर वसूली के आरोप लगे. इसी कारण प्रबंधन ने इन्फार्मर्स वाला सिस्टम खत्म कर दिया है.
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