मेरा नाम रवि कुमार है. मैं हापुड़ जिले में न्यूज़ स्टेट उत्तर प्रदेश उत्तराखंड न्यूज़ चैनल में काम करता हूं. मेरे पर 3 दिन पहले शराब तस्करी करने का आरोप लगाया गया. मुझ पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दिया.
मैं आपको बताना चाहता हूं मुझे हापुड़ के कुछ तथाकथित पत्रकारों ने अपनी जाल में फंसा कर शिकार बनाया है. मैं एक संपन्न परिवार से आता हूं. मुझ पर शराब तस्करी जैसा घिनौना आरोप लगा कर मुझे बदनाम किया गया है. मैं इस जिले में पिछले 10 साल से पत्रकारिता कर रहा हूं.
मुझ पर पूर्व में कोई भी ऐसा घिनौना आरोप नहीं लगा जिससे मेरी छवि धूमिल हो सके. कुछ लोगों ने मुझे बदनाम करने के लिए पुलिस के साथ मिलकर मुझ पर शराब तस्करी करने का आरोप लगा दिया.
मैं 3 दिन पहले अपने दोस्त के साथ गाड़ी में चार युवकों के साथ आ रहा था. मेरे दोस्त ने अपने बेटे के जन्मदिन के लिए 2 पेटी यूपी की शराब अपनी गाड़ी में रखी थी. इसका मुझे पता नहीं था. तभी सब इंस्पेक्टर शुभम चौधरी हापुड़ कोतवाली पुलिस ने मिलकर मेरे के खिलाफ साजिश रची. मुझे तुरंत पकड़ लिया गया, जैसे मैं कोई मुजरिम हूं.
पुलिस ने मेरे मोबाइलों को तुरंत कब्जे में ले लिया. मुझे किसी को फोन नहीं करने दिया.
यहां बताना चाहूंगा कि शुभम चौधरी से कुछ दिन पहले मेरा विवाद हो गया था. वह उस दिन से मुझ पर नजर बनाकर मुझे फंसाना चाह रहा था. उसने कुछ पत्रकारों के साथ मिलकर मुझे फंसाने का पूरा प्लान रचा. मेरे ऊपर आरोप लगा दिया शराब तस्करी करने का. जब मेरे दोस्तो के पास यूपी मार्का शराब थी तो मुझ पर शराब तस्करी का कोई भी आरोप साबित नहीं हो सकता.
पुलिस ऐसे किसी आदमी को नहीं पकड़ सकी जो कहे कि रवि और उसके साथियों ने शराब तस्करी की हो. मुझे जबरदस्ती पुलिस फंसा रही है. मैं पिछले 10 साल से पत्रकारिता में हूं. मेरा दामन पाक साफ है. मैं एक सम्पन परिवार से आता हूं जिसके चलते लोग मुझसे काफी हद तक परेशान रहते हैं.
रवि कुमार
पत्रकार
हापुड़
उत्तर प्रदेश
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