इंडियन एक्सप्रेस में कार्यरत वरिष्ठ और खोजी पत्रकार प्रवीण स्वामी ने अपनी एक इनवेस्टीगेटिव रिपोर्ट के जरिए बताया कि जिस नाव को उड़ाया गया, वह ड्रग तस्करों की नाव थी. जाहिर है, इससे मोदी सरकार का फर्जीवाड़ा खुलना था, जो दावे कर रही थी कि इस नाव में बारूद का जखीरा था और पाक प्रशिक्षित आतंकवादी थे, भारत का बहुत बड़ा नुकसान करने आ रहे थे, उन्हें उड़ा दिया गया ब्ला ब्ला ब्ला. प्रवीण स्वामी जब सच सामने ले आए तो यह दक्षिणपंथियों को बर्दाश्त नहीं हुआ और हिंदू सेना वालों ने प्रवीण स्वामी के खिलाफ इंडियन एक्सप्रेस आफिस के सामने नारेबाजी की और उनकी तस्वीरें जलाईं. इस मसले को लेकर सोशल मीडिया में लोग हिंदू सेना और केंद्र सरकार की निंदा कर रहे हैं और ऐसे कुकृत्य को सेंसरशिप से जोड़कर देख रहे हैं.
इस प्रकरण पर खुद प्रवीण स्वामी ने फेसबुक पर जो लिखा है, वह इस प्रकार है…
Praveen Swami : Hindu Sena activists protest my investigation of the government’s terror boat claims at The Indian Express office in New Delhi today. The photos they’re using, ironically, were made by a pro-Islamist group protesting my Indian Mujahideen coverage in 2008.
कानपुर के पत्रकार जफर इरशाद फेसबुक पर लिखते हैं- Zafar Irshad : That’s Called True Journalism…Salute to Mr Praveen Swami…. इंडियन एक्सप्रेस बिल्डिंग के बाहर प्रदर्शनकारियों ने पत्रकार प्रवीण स्वामी की तस्वीरों को आग के हवाले किया। प्रवीण स्वामी ने इंडियन एक्सप्रेस में लिखा था– ‘जिस बोट में आग लगी, उसमें आतंकवादी सवार नहीं थे बल्कि कुछ छोटे-मोटे तस्कर थे जो पाकिस्तान से डीजल और शराब की तस्करी करते हैं।’
Rajeev Bhatt : what rubbish act by misguided people. Praveen Swami, as far as I know you personally and professionally for last 20 yrs that we have worked together, these acts will never deviate you from what ever you are doing. In fact this is a new year gift for you to carry on your superb reportage further more.
Nadim S. Akhter : देश में घोषित ना सही, अघोषित इमरजेंसी ही सही. कल भी आप थे, आज भी आप हैं, कल आप कहां थे, आज आप कहां हैं, पर ये याद रखिएगा कि…. टेबल के किनारे बदल जाने से वतन की तकदीरें बदला नहीं करतीं.
फेसबुक से.