शिव कुमार वशिष्ठ-
पब्लिक में काम करने वाले पत्रकार पूरी तन्मयता और मेहनत के साथ कार्य कर रहे हैं। बावजूदइसके, पब्लिक एप के साथियों को लगातार टॉर्चर किया जा रहा है। विज्ञापन के नाम पर उन्हें नौकरी से बर्खास्त किया जा रहा है।
पत्रकार खबरों को सबसे पहले पहुंचाने का काम कर रहे हैं लेकिन पब्लिक एप्प के अधिकारियों ने उन पर दबाव डालकर विज्ञापन की मांग की । अभी हाल ही में मुझे भी करीब 40 दिन पहले पब्लिक एप में लगाया था। मैं सुबह 6:00 बजे से लेकर रात्रि 12:00 बजे तक खबरों को भेजता रहता था। काफी मेहनत करता था पब्लिक एप के लिए।
अचानक विज्ञापन की मांग की गई और जब विज्ञापन भेजने में असमर्थ रहा तो उन्होंने मुझ सहित अन्य कई साथियों को पब्लिक एप्प से निकाल दिया और आईडी को बंद कर दिया।
अचानक हुई इस कार्रवाई से पब्लिक एप्प में कार्य करने वाले पत्रकारों में हड़कंप मच गया। जब उच्च अधिकारियों से बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन तक उठाना बंद कर दिया। ग्रुप से भी हटाना शुरू कर दिया गया। एप्प के ग्रुप पर जिसने भी अपनी पीड़ा लिख कर भेजी तो उसे तुरंत ग्रुप से बर्खास्त कर दिया गया।
इस तरह की तानाशाही पब्लिक एप्प द्वारा करना पत्रकारों के हितों के साथ अन्याय है। भरतपुर के अलावा अन्य कई जिलों के पत्रकार साथियों को बेदखल करना निंदनीय है।
शिव कुमार वशिष्ठ
भरतपुर