अजय कुमार, लखनऊ
लखनऊ । उत्तर प्रदेश में लाकडाउन ने व्यापारियों की कमर तोड़ दी है तो लाकडाउन की आड़ में कालाबाजारी करने वालों की चांदी हो गई है। इस कारण मंहगाई काफी बढ़ गई है। दवाओं और जीवनरक्षक उपकरणों की तो कालाबाजारी हो ही रही है, इसके अलावा खाद्य पदार्थ, घी-तेल ही नहीं रोजमर्रा के सामानों पर भी लाकडाउन का असर देखने को मिल रहा है। इतना ही नहीं सरकार को राजस्व का बेहद नुकसान हो रहा है और अर्थव्यवस्था भी पटरी से उतरती जा रही है।
जब केन्द्र भी लाकडाउन को आखिरी विकल्प के रूप में देख रहा हो तब यदि योगी सरकार 31 मई के बाद लाकडाउन को आगे नहीं बढ़ाए तो किसी को कोई खास आश्चर्य नहीं होना चाहिए। सरकार कुछ शर्तों और पाबंदियों के साथ बाजार खोले जाने की इजाजत दे सकती है। इसके तहत सुबह से शाम आठ बजे तक बाजार खुलेंगे। हालांकि, इस दौरान वीकली लॉकडाउन पहले की तरह जारी रहेगा।
इस बीच सूचना है कि यूपी में आंशिक कोरोना कर्फ्यू फिर बढ़ाकर 31 मई तक कर दिया गया है। 31 मई सुबह 7 बजे तक लॉकडाउन रहेगा। माना जा रहा है कि पहली जून से लाकडाउन को क्रमश: खत्म करना शुरू कर दिया जाएगा।
सरकार के आला अधिकारी भी इस पक्ष में है कि अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए बाजारों को खोलना जरूरी है। ऐसे में माना जा रहा है कि सरकार बाजार खोलने का निर्णय ले सकती है।
हालांकि, इस दौरान गांवों में पैर पसारता कोराना और बढ़ते ब्लैक फंगस के मामले को लेकर भी सरकार सक्रिय है। बावजूद इसके बाजार खुलने के पूरे आसार हैं। विशेषज्ञों ने भी बाजार को खोलने की बात कही है। इस दौरान वीक एंड पर शनिवार और रविवार को पहले की तरह लाकडाउन जारी रहेगा ताकि इन दो दिनों में बाजारों को सैनिटाइज कराया जा सके।
दरअसल, लाकडाउन से छोटे कारोबारियों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। प्रदेश में करीब 22 लाख के करीब खुदरा व्यापारी हैं। लाक डाउन के चलते इनका करोड़ों का काम धंधा प्रभावित हो रहा है। इन दुकानों में काम करने वाले मजदूर भी बंदी के चलते भुखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं।
लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन कंपनियों को पूरी तरह से कारोबार करने की छूट है। इसकी वजह से आफलाइन व्यापार करने वाले खुदरा व्यापारियों को बड़ा नुकसान हो रहा है। रिटेल सेक्टर से जुड़े अलग-अलग संगठनों ने इसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ट्वीट भी किया। हालांकि उसमें बाजार खोलने की बात न कहकर ऑनलाइन कारोबार पर रोक लगाने की मांग की गई है। बाजारों के अलावा कई सेक्टर पर अभी भी पहले की तरह पूरी तरह से पाबंदी जारी रह सकती है। इसमें सिनेमा हॉल, जिम, ब्यूटी पॉर्लर, वैवाहिक आयोजनों और अंतिम संस्कार के लिए सीमित संख्या वाला आदेश पहले की तरह जारी रहेगा।
वहीं स्कूलों को फिलहाल सरकार ने इस महीने के अंत तक बंद रखने का फैसला लिया गया है। बताया जा रहा है कि स्कूल इससे आगे भी बंद रहेंगे। परंतु ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी।