जी न्यूज में सीईओ पुरुषोत्तम वैष्णव ने एक मेल जारी किया. इस मेल की एक जी न्यूज कर्मी ने अपने हिसाब से व्याख्या कर भड़ास को छापने के लिए भेज दिया. मेल और मेल के निहितार्थ को सरसरी निगाह से पढ़कर भड़ास पर अपलोड करा दिया गया.
जी न्यूज में लोगों को जबरन काम पर बुलाया जाता रहा है, यह कोई नई बात नहीं है. पूरे जी न्यूज को बंद कर सैनिटाइज नहीं किया गया, ये भी सही है. इसके चलते वहां के कर्मी कोरोना से इनफेक्टेड हो गए.
कंपनी ज्यादा से ज्यादा लोगों को वर्क फ्राम होम कराने की जगह सबको लगातार आफिस में रहकर काम करने के लिए दबाव बनाती रही. तो इसी सब अतीत को देखते हुए मेल की जो व्याख्या की गई है, वह गलत नहीं है.
मेल में लिखी बातों के कई अर्थ, कई निहितार्थ होते हैं. जाकी रही भावना जैसी…. वाली स्थिति होती है.
अगर मेल में किसी को जबरन काम पर बुलाए जाने और न आने पर नौकरी से निकाल दिए जाने की धमकी दिख रही है तो आप उसे कैसे यह निहितार्थ निकालने से रोक सकेंगे…
खैर, इस खबर के भड़ास पर छपते ही जी न्यूज की नमक खाने वाले कुछ लोग बेहद गर्म हो गए और अपनी भड़ास फेसबुक पर निकाल बैठे.
जब भड़ास एडिटर यशवंत को किसी ने इस बाबत बताया तो यशवंत ने अपने अंदाज में रिवर्स भड़ासी गुगली फेंक दी.
देखें पूरा घटनाक्रम….
बाद में इस पूरे घटनाक्रम को यशवंत ने अपने फेसबुक वॉल पर प्रकाशित किया. इस पर आए ढेरों कमेंट्स में से कुछ प्रमुख यूं है-
Sandhir Sharma Journalist 100 करोड़ में बिकने वाले के सामने एक बोतल दारू की कीमत क्या होगी। यशवंत भाई आप इनके लेवल के नहीं हैं इनके बिकने का लेवल 100 करोड़ से भी ज्यादा है।
Mohammed Ammar Khan जी न्यूज में कोरोना वाली खबर भी सच है। सुधीर चौधरी ने खुद पुष्टि कर दी।
Yashwant Singh उनकी आपत्ति सीईओ के मेल के निकाले गए निहितार्थ पर है। हम लोग भड़ासी लेंस लगाकर मेल से धमकी खोज लिए हैं तो उनको दिक्कत हुई रही 🙂
Mohammed Ammar Khan आपका इन टूंटपूजियों से चोली दामन का साथ है। भड़ास शुरू होने के बाद से यह एक्टिव हो गए हैं।
Kumar Swasti Priye वैसे यादव जी भी कुछ हद तक सही हैं यशवंत भाई! पत्रकारिता में फ्रस्ट्रेटेड लोगों की लेखनी छापकर आप उनकी फ्रेशट्रेशन तो दूर करते ही हैं।☺️
Suraj Yadav भैया बात तो अब पेटीयम पर आ कर रुकी है , भड़ास निकाली तो पूरा भी करना चाहिये था महोदय को
Nakul Chaturvedi कोई बात नहीं यशवंत जी… Ignore it… Negativity पब्लिसिटी तो देती है… लेकिन मज़ा खराब हो जाता है…
Priyesh Rai ई कौन आहिरा ह भईया
Yashwant Singh जाने दीजिए। जाति को घसीटना सही नहीं।
Ved Ratna Shukla अब कमलेश जादो की पिलाई होनी चाहिए.
Yashwant Singh कमलेश ने अपनी भड़ास निकाली है। ये तो अभिनन्दन की बात है। आज के जमाने में साफ साफ बोल देने वाले दुर्लभ हैं।
Pankaj Chaturvedi जादब जी के दिन आ गए
Yashwant Singh कमलेश साफ हृदय के आदमी हैं। संस्था के प्रति निष्ठावान हैं। जहां का नमक खाते हैं वहां की बुराई पढ़ सुन नहीं सकते। उनने भावनाओं को छिपाने की जगह भड़ास निकालना ज्यादा उचित समझा। वे निंदनीय नहीं बल्कि अभिनंदनीय हैं।
Vijay Shanker Singh यह कौन है?
Yashwant Singh एक भड़ासी भाई लग रहे जो फ़िलहाल जी ग्रुप का नमक निभा रहे 😃
Vijay Shanker Singh बदतमीज है।
Yashwant Singh भटका हुआ भाई है 🙂
Vijay Shanker Singh ☺️☺️☺️
Paytm kiya bande ne ya nahi?? na kare to manhani ka dawa kar do bhai 😂
Yashwant Singh 😃 लगता है वो फेवर में ख़बर नहीं छपवाना चाहता है
Zaigham Murtaza tab bhi । khabar naa chhapne ke paise bheje phir।। warna maafi maang le 😂
Ramkrishna Mishra भड़ास का मतलब क्या है? यही न कि सही खबर पर फ्रस्टेट होकर सामने वाला भी अपनी दिल की भड़ास निकाल सके
Rakesh Sarna कौन दे रहा है एक बोतल खबर के लिए। ये तो बड़ी खबर है। 😃
Yashwant Singh वही तो। लॉक डाउन में बंदी के दौरान हम लोग बूंद बूंद को मोहताज थे 🙂
Umesh Srivastava Socialist यूं कहिए कि दोनों में एक समान ही आनंद है, बोलो बाबा भड़ासानंद की जय
Manjeet Singh यूं ही चला चल राही
Singhasan Chauhan अंधभक्त मुझे रोज़ ही गाली देते हैं , मगर मैं उनकी परवाह नहीं करता , मुझे जो करना होता है करता हूँ । बहुत से तो इनबॉक्स में आकर अपना ज्ञान झाड़ने लगते हैं । यही जिंदगी है कोई जरूरी नहीं हर व्यक्ति बड़ाई ही करे। दुसरून कि मदद करने वाले और आप जैसे जिंदादिल इंसान बहुत कम ही मिलते है ।
Thakur Shaktilochan भैया, किसी को नाम लेकर गरियाया नही है हमने।न ही कोई गरियाने जैसी बात कही।खबर किसने लिखा ये संस्था ही जाने।किसी को आहत करने की मंशा नहीं है ..मेल में कुछ अच्छी बातें भी दिख रही उसे भी समझने की जरूरत है। मीडिया पर ताला नहीं लग सकता. सभी लोग मैदान में डटे हैं अपनी-अपनी जगह.कुछ निजी है एक दूजे में तो ऑफिस में ताला मारने की थ्योरी बनाना मेरे ख्याल से गलत है।बांकी जरूरी नहीं कि मैं सही ही रहूं..
इसे कोई निजी नही ही लें यही निवेदन
Vimalendu Singh सही ही लिखा है Thakur Shaktilochan आपने। कुछ भी गलत नहीं है। जो भी व्यक्ति पत्र पढ़ेगा उसे गलत नजर नहीं आएगा। अब कोई बिना पढ़े खबर बना दे तो क्या किया जा सकता है।
Mohammed Ammar Khan जब हाथी चलता है तो कुत्ते भौंकते हैं। लेकिन हाथी को ज़रा भी फर्क नहीं पड़ता!!
Ashish Chaudhary इह्यां तो हाथी मौज ले रहा है कुत्तों की! पूँछ हिलाकर कर चिढ़ा रहा है कि भौंको भोश्री को!!
Yashwant L Choudhary जिनके स्मरण भर से तन मन की भड़ास निकाल देने का मन करे वो ही असली भड़ासी बाबा है, बाकि नक्काल हैं 🤗
Anuj Sharma गुरू, उल्टी धारा में बह रहे हो, गाली से ही गीले होगे। जमाना आपका दीवाना है। बुराई आप में भी है लेकिन ये बात कोई बुराई रहित व्यक्ति कहे तो उसको गंभीर बात मानना। बाकी गाल बजाने वालों, अति सियानो को अपने ठेंगे पर ही रखो। और रही बात पऊआ की तो हम पर वो भी नही है, हम तो प्यार से ही आपको खरीद लेंगे। जय जय
मूल खबर ये है-
अशोक कुमार शर्मा
May 16, 2020 at 10:05 pm
यशवन्त आधुनिक पत्रकारिता का संस्थान है।