शेयर मार्केट हमेशा से दलालों के क़ब्ज़े में रहा है। आज भी है। प्रभावशाली दलाल खेल करके करोड़ों अरबों बना लेते हैं। आम निवेशक रोता रह जाता है। जी ग्रुप के शेयर में कई दिनों से भारी उछाल के पीछे पूरा एक गेम था। इसका छोटा सा खुलासा हुआ है। कुछ छोटी मछलियों पर कार्रवाई कर मामले को ठंढे बस्ते में डाल दिया गया है।
Zee Entertainment इनसाइडर ट्रेडिंग के मामले में 5 लोगों पर सेबी के बैन की पुष्टि के बाद कल सुबह के कारोबार में इस शेयर में 2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली।
सेबी ने इस मामले में जारी अपने आदेश में कहा है कि इस इनसाइडर ट्रेडिंग मामले में बीजल शाह, गोपाल रितोलिया, जतिन चावला, गोमती देवी रितोलिया और दलजीत चावला पर सिक्योरिटी बाजार में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष किसी भी रूप में कारोबार करने से अगले आदेश तक प्रतिबंध जारी रहेगा।
मामले की अगली सुनवाई में इन पांचो लोगों का पक्ष सुनने के बाद सेबी अगला फैसला लेगी। लेकिन तब तक इन लोगों पर सेबी का ये अंतरिम फैसला लागू होगा।
गौरतलब है कि पिछले 1 महीनें में 84 फीसदी से ज्यादा भागने को बाद zeel नामक जी ग्रुप का ये शेयर सुर्खियों में रहा है। इसके सबसे बड़े निवेशक कंपनी इनवेस्को की मांग है कि कंपनी की बैठक बुलाई जानी चाहिए, कंपनी के बोर्ड का पुनर्गठन होना चाहिए और MD & CEO पुनीत गोयनका को उनके पद से हटाया जाना चाहिए।
हालांकि इनवेस्को ने Zee Entertainment और Sony के बीच हो रहे डील का विरोध नहीं किया है। फिलहाल एनएसई पर zeel शेयर कल 10.65 रुपए यानी 3.27 फीसदी की कमजोरी के साथ 311.30 के स्तर पर कारोबार किया। कल के कारोबार में इसने इंट्राडे में 323.00 का हाई और 312.45 रुपए का लो छुआ।