छत्तीसगढ़ के जगदलपुर स्थित बकावंड विकासखंड में कुछ पत्रकारों को घंटों तक बंधक बनाए रखने का मामला सामने आया है. बाद में प्रशासन के हस्तक्षेप करने पर इन्हें मुक्त कराया जा सका. बंधक बनाए जाने वालों में एक वरिष्ठ पत्रकार भी शामिल हैं.
जानकारी के अनुसार बकावंड विकास खंड के राजनगर धान खरीदी केंद्र से पिछले कई दिनों से पत्रकारों को कुछ शिकायतें मिल रही थीं. जिसके बाद तीन पत्रकार मुआयना करने पहुंचे. जहां धान की तौल में कुछ अनियमितता दिखी. पत्रकारों ने इस बात की जानकारी तहसीलदार को दी.
तहसीलदार त्वरित कार्रवाई के उद्देश्य से धान खरीदी केंद्र पहुंचे. इनके साथ तीनो पत्रकार, जिनमें 63 वर्षीय वरिष्ठ पत्रकार विमलेंदु झा अपने दो सहयोगियों वेदांत और लछीन के साथ गये थे. मौके पर तहसीलदार ने बोरियों की तौल कराई तो वजन कम पाया गया.
यह सब होने के बाद तहसीलदार जांच की बात कहकर निकल गये. पीछे चल रहे तीनो पत्रकारों की कार घेर ली गई. आरोप है कि यहां मौजूद कुछ अराजकतत्वों ने पत्रकारों के साथ गाली-गलौच, धक्का-मुक्की समेत वीडियो बनाकर फर्जी कांड में फंसाने की धमकी देकर बंधक बना लिया गया.
दो घंटे तक बंधक बनाए रखने के बाद किसी तरह पत्रकारों ने डॉयल 112 को सूचना दी. जिसके बाद पुलिस व प्रशासनिक अफसरों द्वारा काफी मश्क्कत के बाद इन्हें छुड़ाया जा सका. आरोप है कि बंधक बनाने में शामिल लोग खुद को भाजपा का पदाधिकारी बताकर पत्रकारों को हड़काते धमकाते रहे.