Shambhu Nath Shukla : एक बार नेता जी (मुलायमसिंह यादव) कहीं जा रहे थे गेट से उनकी गाड़ी निकली कि दो पत्रकार लपक कर उनकी गाड़ी के सामने आ गए और बोले- नेताजी आपसे बात करनी है. नेता जी गाड़ी से उतरे और कहा- ‘अंदर चलौ, कपिल सिब्बल ते मिलन जात ते, अब नहीं जात, तुमहीं से बात करे लेत हैं’. पत्रकार नेता जी की बात से शरमा गए, बोले- नहीं नेता जी आप जाओ. पर नेता जी ने कहा नहीं अब हम नहीं जात. यह नेता जी की अदा थी जो सबको उनका मुरीद बनाती थी.
अब उनके सुपुत्र माननीय अखिलेश यादव से कल मिलना चाहता था लेकिन उनके सलाहकार ‘सोनू भैया’ ने फोन पर ही कहा- ”एक हफ्ते बाद आओ”. और हां, स्वयं अखिलेश यादव साहेब ने अपना फोन तक नहीं उठाया. मुझे उनसे कोई काम नहीं था. बस शिष्टाचार के नाते मिलना चाहता था. क्योंकि मेरी भी एक अदा है कि मैं कभी रूलिंग पार्टी के नेता से नहीं मिलता. लेकिन भई, अखिलेश के तो घर पर भी जाना असंभव. ऐसा आवास बना है कि चिड़िया भी पर न मार सके. मगर नेता जी दूर से ही पुकार लेते थे.
दूसरी तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कालिदास मार्ग के सारे अवरोध हटवा दिए हैं और उनके बंगले के सामने हजारों फरियादी अपनी अर्जी लिए खड़े थे. औद्योगिक विकास प्राधिकरण मंत्री श्री सतीश महाना भी कालिदास मार्ग पर रहते हैं, वे तपाक से मिले और बाहर तक छोड़ने आए. वे पिछले सात दफे से अनवरत जीत रहे हैं. अब अखिलेश यादव को कौन समझाए कि हवा में राजनीति न करें. अपने पिता के चरणों में बैठ कर राजनीति सीखें. इन अंपुओं-चंपुओं के बूते वे सर्वमान्य नेता बनने का ख्वाब छोड़ दें. कुल 47 के बूते वे राज्यसभा में किसी एक को ही भेज पाएंगे. ये 47 ही हैं कोई एके-47 नहीं. और 47 में बहुत लोग कब छोड़ जाएं खुदा जाने!
वरिष्ठ पत्रकार शंभूनाथ शुक्ला की एफबी वॉल से.
Shripal teotia
July 19, 2017 at 10:28 am
Kayi baar aise haalaaton se hmare rajneton ko gujrna padta hai, lekin ye changu mangu jo ird gird rahte hain, inka ravaiyya ek achche bhale leader ki image kharaab krne mai mahtvpurn bhumeeka nibha deta hai, jisse communication gap bn jata hai, aur fir hame Apni raay na chahte huye bhi badlni pad jaati hai,akhileshji hi nhin Rahul Gandhi tak aur bhi kayee Young leaders hain jinhe kayi baar apne aaspaas walon ke gair zimmedarana ravaiyye ki vajha se 2….4….hona pad jata hai.
Jahaan tak netaji ki baat hai to un jaisa media friendly u. P. Mai koi Dusra door tak bhi nazar nhin aata.