‘मौजूदा पत्रकारिता विस्तार का नया आयाम गढ़ रही है। फैलाव में बिखराव तो दिख रहा है पर निराश होने की जरूरत नहीं, यकीनन पत्रकारिता का भविष्य बेहतर ही होगा। विस्तार और बदलाव के दौर के बीच पत्रकारिता अपना सार्थक असर लेकर आने वाली है।’
यह बातें पत्रकार गोष्ठी में उभरकर सामने आईं। ग्रामीण इलाके आनापुर में कई वरिष्ठ पत्रकारों का आगमन और विचार मंथन कई मायने में खास रहा। पाठकों और अनुभवी वरिष्ठ पत्रकार एक दूसरे से रूबरू हुए। दोनों पक्ष ने अपनी बातें खुलकर कही। पाठकों की शिकायत रही कि अभिरुचि के साथ ही भरोसे का भी संकट बढ़ रहा है। पत्रकारिता में तेजी से जन सरोकार का लोप हुआ है। वक्ताओं ने कहा, जब तक लोगों से जुड़ाव और लगाव नहीं होगा तब तक पत्रकारिता अधूरी रहेगी। संवाद के दौरान ही पत्रकारिता में बाजारवाद की घुसपैठ से लेकर गलाकाट प्रतिस्पर्धा का भी मसला उठा।
गंगापार के श्रृंगवेरपुर ब्लॉक स्थित अलादादपुर में ‘पत्रकारिता : मौजूदा दशा और आगत भविष्य’ विषयक गोष्ठी में दूरदराज से कई वरिष्ठ पत्रकारों का जुटान हुआ। क्षेत्रीय रामायण मेला मंच अलादादपुर ने धार्मिक आयोजन के साथ पत्रकार गोष्ठी का भी कार्यक्रम रखा। पत्रकार जयराम सिंह और अशोक कुशवाहा ने जोरदार तैयारी की। कई अनुभवी वरिष्ठ पत्रकार आए। गोष्ठी में पत्रकारिता में घटते भरोसे और अनावश्यक सनसनी फैलाने का मुद्दा उठाया गया, वहीं प्रिंट-इलेक्ट्रानिक मीडिया से पाठकों-दर्शकों की घटती अभिरुचि पर भी विस्तार से चर्चा हुई।
वरिष्ठ पत्रकार हरि मंगल सिंह, भारत सिंह, राज कुमार सिंह ने अपने तीन दशक के पत्रकारीय अनुभवों को साझा किया। कहा, ‘समय के साथ पत्रकारिता में भी बहुत कुछ तेजी से बदल रहा है। पाठकों और दर्शकों के बदलते मिजाज को समझना बेहद जरूरी है। केवल टीआरपी और प्रसार संख्या बढ़ाने की होड़ से भला होने वाला नहीं है, पत्रकारिता और पत्रकार दोनों को ही अपनी जगह बनानी होगी। आश्वस्त किया गया कि इन सबके बावजूद पत्रकार और पत्रकारिता दोनों का अच्छा समय आने वाला है। वजूद बचाने को दोनों को ही आगे आना पड़ेगा। सुल्तानपुर से आए वरिष्ठ पत्रकार राजकुमार सिंह ने कहा, पत्रकार मजबूत होगा तो पत्रकारिता खुद ही मजबूत हो जायेगी। नागपुर में कार्यरत वरिष्ठ पत्रकार भारत सिंह ने कहा, पत्रकारिता चुनौती भरा पेशा है। कई चुनौतियों से संघर्ष करना है, इसके लिए तैयार होना पड़ेगा। डॉ अनिल कुमार मिश्र ने पाठकों दर्शको को जोड़े रखने पर जोर दिया। अशोक कुशवाहा ने ग्रामीण पत्रकारिता को मजबूत करने पर जोर दिया।’
संचालक की तरफ से कई अहम मुद्दों को पेश किया जाता रहा, उस पर संवाद आगे बढ़ता रहा। संचालन शिवाशंकर पाण्डेय ने किया। आयोजन प्रमुख त्रिलोकी सिंह ने अध्यक्षीय उद्बोधन किया। बलराम सिंह ने आभार व्यक्त किया। आयोजन समिति ने स्मृति चिन्ह, अंगवस्त्र, अभिनंदन पत्र देकर पत्रकारों को सम्मानित किया। इस दौरान पत्रकार विजय पाण्डेय, अशोक कुशवाहा, महताब आलम को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
याद किया गया पत्रकार रामदेव का संघर्ष, पौत्र हुए सम्मानित
आयोजन में दिवंगत ग्रामीण पत्रकार रामदेव मिश्र को शिद्दत से याद किया गया। इस दौरान उनके दोनों किशोर उम्र पौत्र हर्ष और आयुष मिश्र को मंच पर माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया। रामदेव मिश्र ने चार दशक से ज्यादा वक्त तक इलाके में समाचार पत्रों को जन जन तक उपलब्ध कराने और इलाकाई खबरों पर कार्य किया था। करीब आठ साल पहले सड़क दुर्घटना में रामदेव के पत्रकार पुत्र संजय और उनकी पत्नी का निधन हो गया। करीब छह साल पहले पत्रकार रामदेव का भी बीमारी से निधन हो चुका है।
अलादादपुर, प्रयागराज से शिवाशंकर पाण्डेय की रिपोर्ट