पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह–
जान ले लो उसकी….. जो भी विरोध करे! उ. प्र. के ‘सुपर CM’ …. सुनील बंसल, भाजपा के महाभ्रष्ट संगठन मंत्री की बदले की कार्यवाही… मेरी सुरक्षा वापिस करायी ….. आज का ‘गायत्री प्रजापति’, सुनील बंसल अब मेरी जान लेने पर उतारू! ‘माल काटो-मौज करो’ और जो विरोध करे उसकी जान ले लो…… ये हैं आज की राजनीति का मूल मंत्र……चाहे कोई भी दल हो।
मित्रों! आपको ज्ञात ही है कि भाजपा शासन काल में ही मेरे घर पर गुंडों द्वारा दो बार अटैक कर मेरी जान लेने की कोशिश की थी …. जिसपर मैंने दो FIRs गोमतीनगर थाने में दर्ज करायी थी जिन पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। इन हमलों के बाद सरकार ने एक सिपाही मेरी सुरक्षा में लगाया था, जिसे सरकार ने सुनील बंसल के दबाव में आज वापिस ले लिया।
आज सुबह एक उच्च प्रशासनिक अधिकारी ने यह मुझे बताया कि सुनील बंसल के भ्रष्टाचार को मेरे द्वारा उजागर किए जाने के कारण वे नाराज़ हो गए हैं और उन्होंने फ़ोन कर मेरी सुरक्षा तुरंत वापिस लेने के आदेश दिए हैं…… ज्ञात हो कि भ्रष्ट सुनील बंसल व उ.प्र. के दो मंत्री मिलकर एक यूनिवर्सिटी/मेडिकल कॉलेज खोल रहे हैं और मैं इस घोटाले की उजागर करने वाला हूँ इसीलिए सुनील बंसल बोखलाए हुए हैं।
मुझे इससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता …. हाँ, यदि अब कोई हमला मेरे या मेरे परिवार पर हुआ तो उसके लिए ४० चोरों के सरदार अलीबाबा, दुश्चरित्र सुनील बंसल ही इसके लिए जिम्मेदार होंगे …. और मैं उन्हीं के ख़िलाफ़ FIR दर्ज कराऊँगा…… भ्रष्ट दुष्टों का अंत समय अवश्य आता है …. थोड़ी देर ज़रूर होती है….. ईमानदार योगी जी के बावजूद, उत्तर प्रदेश में सुनील बंसल जैसे गिद्धों का भ्रष्टाचार व अनाचार ही भाजपा को ले डूबेगा….. देखते रहिए।
पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह की एफबी वॉल से.
सुनील बंसल को लेकर लिखी गई कुछ पोस्ट्स पढ़ें…
Surya Pratap Singh : सुपर-CM की नोट-गिनने की मशीन भी नहीं रोक पा रही लखनऊ में नौनिहालों का यौन-शोषण ! उत्तर प्रदेश के ‘सुपर-CM’ और भाजपा के प्यारे गायत्री प्रजापति, श्री सुनील बंसल जी को दिखाई नहीं देता कि जिस शहर, लखनऊ में उन्होंने नोट गिनने की मशीन लगाई हुई है, वहाँ ३ बच्चों का यौनशोषण-जघन्य अपराध रोज़ होता है …… २०१६ में लखनऊ ने बच्चों पर होने वाले अपराधों में पूर्व वर्षों के सारे रिकोर्ड तोड़ दिए- ८४४ बच्चों का अपहरण…. २८६ बच्चियों सम्मलित हैं। … सुपर-CM बंसल, सर जी ! कुछ करिए ना….. आपसे निवेदन है कि बच्चों को तो छोड़ दो, बड़े साहब …. या फिर योगी जी को Freely मुक्तभाव से काम करने दो …. लेकिन, हुकुमशा, Encounter से आप भी बच के रहना ….. आज कल ‘मौसम’ कुछ ऐसा ही चल रहा है। और हाँ, बंसल जी, वैसे तो आपकी फ़िल्म ऐक्टर ‘दिलीप कुमार’ वाली Hair-Style तक की तारीफ़ उ.प्र. के भाजपा वाले करते हैं और मज़ाक़ भी बनाते हैं…… लेकिन याद रखना, ये ‘साले’ यू.पी. वाले जो आप पर आज ‘नोट’ वर्षा रहे हैं, आपके पद से हटने के बाद, चाय तक के लिए भी नहीं पूछेंगे और आपकी जाँच की माँग तो होने ही वाली है …. यह बात लिखकर रख लेना। कहीं, आपके ‘साले’ यू. पी. वाले आपकी “ऐसी-वैसी” वाली ‘सीडी’ बनाने व जेल भिजवाले की तैयारी तो नहीं कर चुके हैं ….. बच के रहना !!!!
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उत्तर प्रदेश में नए मुख्यमंत्री की तलाश में ……. ४० चोरों के सरदार, ‘अलीबाबा’……. सुनील बंसल जी ! उत्तर प्रदेश में ‘माल दो-काम कराओ’ के फ़ॉर्म्युला के आविष्कारक भाजपा के ‘महाविनाशक’ मंत्री श्री सुनील बंसल ने CM योगी के एक वर्ष के कार्यकाल पूर्ण करने पर उन्हें ‘बधाई’ नहीं दी, क्यों कि ‘सुपर-CM’ को ईमानदार CM योगी का काम पसंद नहीं आ रहा है ….. कारण क्या है? शायद अपनी ईमानदारी के कारण CM योगी आज के इस ‘गायत्री प्रजापति’ की कमाई के धंधे में व्यवधान डाल रहे हैं। अब ये भाजपा प्रवक्ता, ‘दुर्लोक कुवस्थी’ जैसे ४० चोरों के सरदार अलीबाबा (सुनील बंसल) ईमानदार CM योगी को हटवाकर अपनी पसंद का बेबस ग़ुलाम ‘कारिंदा-CM’ लाना चाहते हैं ….. ज्ञात हो कि अलीबाबा, बंसल जी के भ्रष्टाचार में व्यवधान डालने वाले RSS के देवतुल्य क्षेत्र प्रचारक (अवध क्षेत्र) श्री शिवनारायण जी का ट्रान्स्फ़र भी करा चुके हैं…… अब उनकी कुदृष्टि इसी क्षेत्र के एक अन्य RSS के उच्च पदाधिकारी पर है क्योंकि ये भी Facebook पर अप्रत्यक्ष रूप से सुनील बंसल की कार्य क्षमता पर टीका टिप्पणी करते रहते हैं….. उन्होंने सुनील बंसल के दुश्चरित्र/कदाचार के विषय में संघ में ऊपर तक बता चुके हैं। सोशल मीडिया पर भाजपा के ‘गायत्री प्रजापति’ बंसल जी के दुष्कर्मों के चर्चे आम हैं …..!!
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सत्ता की खींचतान में देखते हैं कौन बाज़ी मारता है? उ.प्र. में भ्रष्ट ‘बंसल-मौर्य’ गठजोड़ या फिर ईमानदार योगी …..सत्ता की मौज लूट रहे सुनील बंसल उर्फ़ दूसरे ‘गायत्री प्रजापति’ के सामने एक लाचार योगी! सत्ता में पॉवर के लिए एक दूसरे को पटकनी देना या फिर ज़ोर आज़माइश कोई नई बात नहीं ….. उ.प्र. भाजपा के भ्रष्ट महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने योगी जी को एक वर्ष पूर्ण होने पर बधाई नहीं दिया ….. और जब राज्यसभा के लिए ९ सीट जीतीं तब भी ‘लड्डू खाओ’ जश्न में भी सम्मिलित नहीं हुए….. कारण योगी जी द्वारा बंसल जी की ‘खाओ-कमाओ’ नीति का विरोध करना …. अहंकारी सुनील बंसल के मधुर वाक्य जो सोशल मीडिया पर वाइरल हैं…… ‘साला पागल कर रखा है, यूपी वालों ने…….उत्तर प्रदेश के बच्चे भिखारी हैं’….. महाभ्रष्ट बंसल व उसके गैंग के कुछ भ्रष्ट मंत्रियों के कारण आज उत्तर प्रदेश में भाजपा कभी ख़ुशी कभी ग़म के दौर से गुज़र रहा है ….भाजपा का अहंकार चरम पर है और लोकप्रियता का ग्राफ़ तेज़ी से गिरता जा रहा है…
गोरखपुर-फूलपुर की हार का दर्द भूलाने के लिए कल राज्यसभा चुनाव में जोड़तोड़ से हुई जीत की ख़ुशी में ख़ूब लड्डू बटे और आज की मायावती की प्रेस कॉन्फ़्रेन्स से उपजी चिंता ने भाजपा की हवाइयाँ उड़ा दी हैं…कभी ख़ुशी-कभी ग़म के दौर से गुज़र रही है उ.प्र. की भाजपा और ऊपर से सुनील बंसल जैसे लोगों के भ्रष्टाचार का दंश … समझ नहीं आ रहा कि कौन सा मंत्र निकाला जाए जिससे सपा-बसपा-कोंग्रेस गठबंधन से पर पाया जा सके.. ….कोई ‘गुजरात फोर्मूला’ ही शायद काम आ जाए।
बसपा के प्रत्याशी को जोड़तोड़ से हराकर ‘बंसलवा’ जैसे लोग सोच रहे थे कि शायद सपा-बसपा के भावी गठबंधन में दरार पड़ जाए लेकिन मायावती ने आज सारा माजरा साफ़ कर उ.प्र. भाजपा की नींद उड़ा दी है …..सपा-बसपा-कोंग्रेस के संयुक्त वोट बैंक को पटकनी देना आसान नहीं होगा … गोरखपुर व फूलपुर में इसका ट्रेलर दिख चुका है।
भाजपा दो मुद्दों पर उत्तर प्रदेश की सत्ता पर क़ाबिज़ हुई थी …. गुंडाराज व भ्रष्टाचार …. लेकिन दोनों मुद्दों पर उपेक्षानुरूप परिणाम नहीं आए, बंसल और उसके गैंग के प्रदेश को लूट कर रख दिया …. बढ़ती बेरोज़गारी व महँगाई, किसानों/दिहाड़ी मज़दूरों की ख़स्ता हालात… भ्रष्ट नौकरशाहों व मंत्रियों से आज भी CM योगी घिरे हैं ….. ‘काम करो कम-जमकर झूँठे गीत गाओ’ के सिद्धांत से लोग ऊबने लगे हैं ….. प्रदेश में भाजपा का ग्राफ़ तेज़ी से गिर रहा है, लेकिन सच्चाई को कोई स्वीकारने को तैयार नहीं है …साम, दाम, दंड, भेद से जनता को हर बार मूर्ख नहीं बनाया जा सकता है …. गोरखपुर व फूलपुर की हार के बाद भी यह बात भाजपा के समझ में नहीं आ रही।
बाबरी मस्जिद गिरने बाद हुए सपा-बसपा के गठबंधन ने भाजपा को १४ वर्ष के वनवास पर भेज दिया था …..अभी भी समय है कि भाजपा को अहंकार त्याग कर …. भ्रष्ट नौकरशाहों व मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाया जाए….नौटंकी बाज़ी का सहारा न लेकर बेरोज़गार युवाओं को रोज़गार देने , किसानों की आय दोग़ुनी करने जैसे वादों पर गम्भीरता से काम किया जाए ……सुनील बंसल जैसे भ्रष्ट, अहंकारी लोगों व चमचों को संगठन से बाहर कर टूटते मनोबल से पीड़ित भाजपा के ज़मीन पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं का सम्मान किया जाए ….तो शायद कुछ काम बने।
लोग कहने लगे हैं कि CM योगी की ऐसी ईमानदारी का क्या फ़ायदा यदि आज भी भ्रष्टाचार का बोलबाला है …… आमजन का तहसील/थानों में आज भी बिना पैसे के काम नहीं हो रहा…… बालू-मौरंग जैसी बस्तुओं के दाम भी नियंत्रित नहीं हो पा रहे….. अस्पतालों की आज भी हालत पहले जैसे ही हैं…. किसानों को बिजली का और अधिक मूल्य देना पड़ रहा है …..स्कूलों में आज भी पढ़ाई नहीं होती…प्राइवेट स्कूलों की अनियंत्रित फ़ीस अल्प/मध्य आय वर्ग के लिए जी का जंजाल बना है…. RTE ऐक्ट के तहत आज भी २५% बच्चों के निःशुल्क दाख़िला नहीं हो रहे। भाजपा को कभी ख़ुशी कभी ग़म के दौर से बाहर निकलने का एक ही रास्ता है….. काम अधिक करें और बातें कम !!!!
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‘गरुड़’ पर सवार एक ‘विवश’ मुख्यमंत्री! CM योगी, भ्रष्ट मंत्रियों व नौकरशाहों के ‘पिंजड़े’ में क़ैद …… ईमानदारी की कुल्हाड़ी कंधे पर ताने एक ‘लाचार’ लक्कड़हारे के रूप में दिखते है! भाजपा हाईकमांड ने CM योगी को उत्तर प्रदेश में ‘बँटाईदार-मुख्यमंत्री’ (Sharecropper CM) बना के रखा दिया है …. दो उपमुख्यमंत्री- दिनेश शर्मा और केशव मौर्य और ऊपर से एक ‘सुपर-सीएम’ सुनील बंसल …….. दो मंत्रीगण तो ऐसे हैं जो दिल्ली से आए सीधे हाईकमांड के ‘चाकर’ हैं और उनके विभागों की हालत बहुत ख़स्ता है और वे लखनऊ से ज़्यादा दिल्ली में रहते हैं….अर्थात कुल मिलाकर उत्तर प्रदेश में एक ‘Split -Leadership’ (विभाजित नेतृत्व ) है….. और CM योगी को पूर्ण-निर्णय लेने का अधिकार नहीं है….. नौकरशाही भी कन्फ़्यूज़ है कि किसकी सुने और किसकी नहीं….. असली मुख्यमंत्री कौन है ? अर्थात CM योगी एक Caged CM (पिंजरे में क़ैद मुख्यमंत्री) के रूप में विराजमान हैं।
किसी उच्च अधिकारी की पोस्टिंग करने का अधिकार भी दिल्ली व सुनील बंसल को है, CM योगी तो ख़ाली मौहर लगाते हैं….. कुछ प्रमुख सचिवों/आईएएस अधिकारियों को दिल्ली से premature repatriation कर लाया गया है ….. सीधे दिल्ली से ‘क्या करना और क्या नहीं’ बताकर भेजा गया है, वे CM योगी की नहीं अपितु ‘दिल्ली’ की ज़्यादा सुनते हैं और CM योगी की खुफियागिरी भी करते हैं….. ये IAS अधिकारी सचिवालय में ‘दिल्ली-वाले’ अधिकारियों के रूप में जाने जाते हैं। यदि कोई निर्णय CM योगी द्वारा अपने स्तर पर ले भी लिए जाते हैं, ‘दिल्ली-वाले’ ये IAS अधिकारी सारी बातों को अपना रंग देकर दिल्ली में जुगलख़ोरी कर देते हैं।
पंचमतल (CM office) में RSS व संगठन से लाकर कुछ ओएसडी बैठाए गए हैं …. जो केवल खुफियागिरी करते हैं और इन सबने CM योगी के नाक में दम कर रखा हैं….. एक OSD केवल बालू/मौरंग के ठेकों का काम के लिए जिलाधिकारियों को फ़ोन करते रहते हैं , उनके आका ‘सुनील बंसल’ जी स्वमँ जो ठहरे…. उनके call details निकलवा कर देखे जा सकते हैं….. ज़रा इन OSDs का कार्यविभाजन देखा लिया जाए तो पता चलेगा कि ये महानुभाव CM office में वास्तव में करते क्या हैं?
प्रदेश में कई मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के गम्भीर आरोप हैं …. खनन, ट्रान्स्पोर्ट, पीडबल्यूडी, शराब, पंजीरी,गन्ना, पंचायती राज आदि विभागों में भ्रष्टाचार रुक नहीं पा रहा है ….. थानों व तहसील स्तर पर बिना पैसे के काम नहीं हो रहे हैं और CM योगी विवशतावश कुछ नहीं कर पा रहे हैं। अन्य दलों से भाजपा में आए लोग दलाली कर रहे हैं और दूसरी तरफ़ भाजपा के ईमानदार/निष्ठावान कार्यकर्ताओं के सही काम भी नहीं हो रहे हैं….. वैसे तो प्रदेश में कई जहाज़ व हेलिकॉप्टर हैं जो अक्सर आसमान में उड़ते देखे जा सकते हैं, लेकिन कितना सुखद है कि उत्तर प्रदेश में CM के मुख्य हवाई जहाज़ का नाम ‘गरुड़’ है …. जो भगवान विष्णु का भी वाहन है।
वाहन तो गरुड़ है लेकिन इस पर सवार मुख्यमंत्री दिल्ली के ‘पिंजड़े’ में क़ैद है ….. इसी लिए स्वमँ ईमानदार होने के बावजूद भी CM योगी भ्रष्ट मंत्रियों व सुनील बंसल के संरक्षण प्राप्त भ्रष्ट उच्च अधिकारियों का कुछ नहीं बिगाड़ पा रहे हैं …. इस लिए CM योगी को गरुड़ पर सवार ….. और हाईकमांड के ‘पिंजड़े-में-क़ैद’ एक मुख्यमंत्री कहा जा रहा है….. कुछ लोग उपचुनावों में हुई हार का ठीकरा CM योगी के सर पर फोड़ने की कोशिश कर रहे हैं और अफ़वाह फैलाईं जा रही है कि CM योगी को २०१९ से पूर्व हटा दिया जाएगा …….. यदि ऐसा हुआ तो प्रदेश में एक ऐसा विद्रोह होगा कि भाजपा को सम्भालना मुश्किल हो जाएगा और २०१९ में भाजपा का बँटाढार होना कोई रोक नहीं पाएगा। CM योगी की प्रदेश में रहकर काम नहीं करने दिया जा रहा है…… आधे समय प्रदेश से बाहर ही रहते हैं। यदि CM योगी को स्वच्छंद होकर काम नहीं करने दिया गया तो गोरखपुर व फूलपुर की तरह २०१९ में भी भाजपा का कहीं यही हश्र फिर न हो जाए !!!
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