मजीठिया वेज बोर्ड न देने वाले दैनिक भास्कर का विज्ञापन रोकने हेतु मुख्यमंत्रियों को लिखा पत्र

Share the news

दैनिक भास्कर के 200 पूर्व कर्मचारियों ने की राज्यों के सीएम से विज्ञापन रोकने की गुहार

सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को ईमेल, पत्र व ट्वीट कर किया विज्ञापन रोकने का अनुरोध

नई दिल्ली। दैनिक भास्कर राजस्थान के लगभग 200 पूर्व कर्मचारियों ने अपने उत्पीड़न के खिलाफ दैनिक भास्कर विरोधी बड़ा अभियान छेड़ा है। इसमें इन कर्मचारियों ने देश के सभी राज्यों के सीएम खासतौर पर राजस्थान, मध्यप्रदेश, पंजाब, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिख कर अपने उत्पीड़न की जानकारी दी है।

इन कर्मचारियों ने खासतौर पर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल को लिखे गए पत्र में बताया है कि दैनिक भास्कर अपने 200 से अधिक कर्मचारियों का उत्पीड़न कर रहा है। उन्हें सुप्रीमकोर्ट के आदेश के अनुसार मजीठिया वेतन आयोग नहीं दे रहा है। इसे मांगने वाले कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। ऐसे में दैनिक भास्कर को ये सभी राज्य किसी भी तरह का विज्ञापन नहीं दें।

इन कर्मचारियों के परिवारों के सामने जीविका का संकट बना हुआ है। ये सभी सरकारें लोकहित कल्याणकारी योजनाएं अपने राज्य में चला रही है। इसके प्रचार प्रसार के लिए भारी तादाद में करोड़ों रुपप के विज्ञापन हर महीने दिया जा रहा है। इससे अखबार को भारी मात्रा में राजस्व मिल रहा है।

इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों तक 200 पूर्व कर्मचारियों ने ईमेल-एक्स (ट्ववीटर) फेसबुक स्मेत सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए अपने संदेश भिजवाए हैं। इनसे अनुरोध किया गया है कि राजस्थान और मध्यप्रदेश के इन पूर्व कर्मचारियों की वेतन समेत बहाली नहीं करने तक तुरंत प्रभाव से विज्ञापन जारी करने पर रोक लगाएं.

देखें स्क्रीनशाट-

व्हाट्सअप पर भड़ास चैनल से जुड़ें : Bhadas_Channel

वाट्सअप के भड़ासी ग्रुप के सदस्य बनें- Bhadasi_Group

भड़ास की ताकत बनें, ऐसे करें भला- Donate

One comment on “मजीठिया वेज बोर्ड न देने वाले दैनिक भास्कर का विज्ञापन रोकने हेतु मुख्यमंत्रियों को लिखा पत्र”

  • rabhav chddha says:

    समाचार मालिकों के खिलाफ उठाया गया यह कदम तो उचित है परान्तु धरातल पर संभव नहीं होगा क्योंकि राजनेता भ्र्ष्टाचार में ऊपर से लेकर नीचे तक सरावोर है अखवार मालिकों की चरन वंदन करना इनकी मज़बूरी है अगर ये विज्ञापन नहीं देंगे तो ये सफ़ेद हाथी इनके खिलाफ समाचार छापना शुरू कर देंगे इस कारण यह संभव् नहीं होगा राजस्थान के मुख्यमांत्री कौन से दूध के धुले हैं ये महाशय भेदवाव वर्गभेद धर्म विरोधी है हमेशा राजमाता सोनिया के आदेश की पालना में ही लगे रहते हैं अल्पसंख्यक समर्थक कभी सनातनियो का साथ नहीं देगा. फिर गुलाब कोठiरी को विज्ञापन देना ही पड़ेगा
    आजकल गुलाबो मध्य प्रदेश के भ्रमण पर है कल इन्होने बोला की फ्री की रेवड़िया लेंना बंद करो इन महाशय से पूंछा जाय की राजस्थान मैं भी तो फ्री की रेवड़िया बट् रही है राजस्थान के बारे मैं बोलने पर क्या तुम्हारी मुँह में दही जम जाता है जबकि राजस्थान एवं मध्य प्रदेश दोनों राज्य फ़ोकट का विज्ञापन दी रही हैं . सच तो यह है की ये सफेद हाथी सबसे बड़े भृष्ट हैं इन महाशय ने भी तो श्रम न्यायालय के न्याय धीश को मैनेज कर रखा तभी तो आज तक मजीठिया वेज बोर्ड की तारिख पर तारिख मिल रही हैं जब भी कोई नया नयाधीष आता है इनके गुर्गे मैनेज करने मैं लग जाते हैं और उल्टा सीधा जबाब बनाकर न्यायालय में दे देते हैं क्योंकि सबकुछ मैनेज कर रखा है लेकिन गुल्लुबाबा कब तक मैनेज करोगे एक दिन माय ब्याज के काटो जाओगे

    Reply

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *