Yashwant Singh : आईटी सेल वाले दिमाग से पैदल नौकर भर हैं बस! वरना “मेरा बूथ सबसे मजबूत” की जगह “मेरा जवान सबसे मजबूत” टॉप ट्रेंड कर रहा होता। भाजपाईयों के लिए जवान नहीं, बूथ प्रियॉरिटी पर है। सुबूत सामने है। शेम शेम भाजपाईयों और आईटी सेल वालों! कम से कम आज के दिन तो देशद्रोह न करते।
कम से कम आज के दिन तो वोट बैंक से ऊपर राष्ट्र भक्ति को रखते। यूँ ही नहीं मोदी जी सेना और जवान को भूलकर बूथ निर्माण में लीन हैं। युद्धोन्माद रच कर इसके जरिए वोट की फसल काटने का बहुत ही घटिया और बहुत ही घिसा पिटा फार्मूला अपनाया जा रहा है! देश की जनता बहुत धैर्य से सब देख रही है। चेहरे से नकाब उतर रहा है।
xxx
आपने आतंकियों पर निशाना साधा, उनने तो आपकी सेना पर गोला दाग दिया, फाइटर प्लेन लुढ़का दिए, फौजी को पकड़ कर पीट दिया, बंधक बना लिया! आप चुनावी ज्ञान पेलने में बिजी हैं! हम युद्ध के विरोधी हैं लेकिन सेना और देश की पिटाई नहीं देख सकते। छप्पन इंची सुनो, अपने सैनिकों की दुर्गति देखी नहीं जा रही। कम से कम इस माहौल में तो सीरियस हो जाओ, देश को दुश्मनों के हाथों पिटवा कर भला कैसे किस मुंह से वोट मांगोगे!
प्रधानमंत्री अगर प्रचारमंत्री बन कर रह जाए और सोचने-करने का सारा काम सिर्फ सेना तक सीमित हो जाए तो pm के पद की ज़रूरत क्या है? Pm का पद ही खत्म कर देना चाहिए और उसकी जगह जुमला मंत्री का नया पद क्रिएट कर देना चाहिए। पहला pm देख रहा हूँ जो परमाणु युद्ध की आशंका, अपनी सेना पर हमला, अपने सैनिक की पिटाई के बावजूद दिन भर यहां वहां मंचों से चुनावी पें पें करता रहता है। भक्त हैं कि छिछोरेपन पर लहालोट हुए जा रहे। अरे मूर्खों, प्रधानमंत्री के लिए देश बचाने से बड़ा कौन काम हो सकता है? अगर pm का काम दिन भर बकचोदी करना और वोट बैंक तैयार करना है तो फिर इस देश का भगवान ही मालिक है!
भड़ास एडिटर यशवंत सिंह की एफबी वॉल से.
Ashok jain
February 28, 2019 at 3:33 pm
यशवंत सिंह जी इस पोस्ट को मैं कॉपी पेस्ट कर रहा हूं इजाजत है