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यूपी में जंगलराज : आधी रात दरवाजा तोड़कर घर में घुसी पुलिस ने पत्रकार को हवालात में बंद कर धमकाया

बरेली से खबर है कि मीडियाकर्मी योगेन्द सिंह पर कार सवार बदमाशों ने हमला बोल दिया. इस प्रकरण को लेकर मुकदमा नवम्बर 115 /014 थाना देवरनिया बरेली में दर्ज है. योगेंद्र का आरोप है कि पुलिस ने हमलावरों के साथ मिलकर सांठगांठ कर लिया है. पुलिस मामले के गवाहों को धमका रही है. गवाही करने पर झूठे मुकदमे में फंसाने की बात कह रही है. बाद में पुलिस ने मामले में एफआर लगवा दी. इस मामले के विवेचना अधिकारी सीओ बहेड़ी बनाए गए थे. योगेंद्र ने बताया कि विवेचना अधिकारी के ऑफिस के एक कर्मचारी ने फोन कर जानकारी दी कि डीआईजी ने मुकदमे को विवेचना के दौरान ही खत्म करवा दिया. इस तरह आला अधिकारियों के दबाव में मुकदमे में एफआर लग गई. आरोपियों विनय अग्रवाल उर्फ गुड्डू, डा०पंकज अग्रवाल, मनोज, विनीत अग्रवाल आदि पर कई अलग-अलग थानों व जिलों में निम्न अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं…

<p>बरेली से खबर है कि मीडियाकर्मी योगेन्द सिंह पर कार सवार बदमाशों ने हमला बोल दिया. इस प्रकरण को लेकर मुकदमा नवम्बर 115 /014 थाना देवरनिया बरेली में दर्ज है. योगेंद्र का आरोप है कि पुलिस ने हमलावरों के साथ मिलकर सांठगांठ कर लिया है. पुलिस मामले के गवाहों को धमका रही है. गवाही करने पर झूठे मुकदमे में फंसाने की बात कह रही है. बाद में पुलिस ने मामले में एफआर लगवा दी. इस मामले के विवेचना अधिकारी सीओ बहेड़ी बनाए गए थे. योगेंद्र ने बताया कि विवेचना अधिकारी के ऑफिस के एक कर्मचारी ने फोन कर जानकारी दी कि डीआईजी ने मुकदमे को विवेचना के दौरान ही खत्म करवा दिया. इस तरह आला अधिकारियों के दबाव में मुकदमे में एफआर लग गई. आरोपियों विनय अग्रवाल उर्फ गुड्डू, डा०पंकज अग्रवाल, मनोज, विनीत अग्रवाल आदि पर कई अलग-अलग थानों व जिलों में निम्न अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं...</p>

बरेली से खबर है कि मीडियाकर्मी योगेन्द सिंह पर कार सवार बदमाशों ने हमला बोल दिया. इस प्रकरण को लेकर मुकदमा नवम्बर 115 /014 थाना देवरनिया बरेली में दर्ज है. योगेंद्र का आरोप है कि पुलिस ने हमलावरों के साथ मिलकर सांठगांठ कर लिया है. पुलिस मामले के गवाहों को धमका रही है. गवाही करने पर झूठे मुकदमे में फंसाने की बात कह रही है. बाद में पुलिस ने मामले में एफआर लगवा दी. इस मामले के विवेचना अधिकारी सीओ बहेड़ी बनाए गए थे. योगेंद्र ने बताया कि विवेचना अधिकारी के ऑफिस के एक कर्मचारी ने फोन कर जानकारी दी कि डीआईजी ने मुकदमे को विवेचना के दौरान ही खत्म करवा दिया. इस तरह आला अधिकारियों के दबाव में मुकदमे में एफआर लग गई. आरोपियों विनय अग्रवाल उर्फ गुड्डू, डा०पंकज अग्रवाल, मनोज, विनीत अग्रवाल आदि पर कई अलग-अलग थानों व जिलों में निम्न अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं…

1- मु०अ०स०887 /० 4 धारा 302 ,201 थाना प्रेम नगर बरेली सर्राफ मधु अग्रवाल हत्या काण्ड के संदिग्ध अभियुक्त है
2-मु०अ०स०384 /14 धारा -147, 354, 323, 504, 506, 342 आईपीसी 3[1] [10] एस सी /एस टी एक्ट थाना बिनावर जनपद बदायूँ के अभियुक्त उक्त लोग है
3 -मु ० अ o स o 439 /o14धारा -147 354 323 354 504 506 आई पी सी 3 [१][१०]एस सी /एस टी एक्ट थाना प्रेम नगर जिला बरेली के अभियुक्त उक्त लोग है
4 -मु o अ o स o 2027 /12 ए o सी o जे o एम o धारा 452 323 504 506 थाना प्रेम नगर बरेली के अभियुक्त उक्तलोग है
5 -मु o अ o स o 115 /14 धारा 323 504 506 342 आई पी सी ३[१][१०]एस ० सी ० /एस टी एक्ट थाना देवरनिया बरेली

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योगेंद्र ने बताया कि अभियुक्त विनय कुमार अग्रवाल उर्फ़ गुड्डू ने थाना कोतवाली में एसएसपी बरेली धर्मवीर यादव से मिलकर मेरे और मेरे कैमरा मैन के खिलाफ झूठा आरोप लगाया. इन आरोपों में कहा गया कि हम सभी ने पाँच लाख रुपए रंगदारी माँगी तथा अवैध तमंचा दिखा कर जान से मार देने की धमकी दी. इस फर्जी मुकदमे की पेशबन्दी करते हुए पुलिस ने मीडिया कर्मी के दरवाजे तोड़ कर घर में घुस गए. ये सब रात 12 बजे हुआ. मीडियाकर्मी योगेंद्र की घर की महिलाओं बच्चों को गन्दी गन्दी गालियां दी. दरोगा राजेंद्र यादव सहित दर्जनो पुलिस कर्मियों ने घर का सारा सामान उलट पुलट डाला. मीडिया कर्मी योगेन्द्र को गरियाते हुए गाड़ी में डाल कर पुलिस कर्मी थाने ले गये. विनय अग्रवाल के खिलाफ लिखाये मुकदमे वापस लेने की शर्त पर पुलिस ने मीडिया कर्मी योगेन्द्र को छोड़ा. आधा दर्जन गम्भीर आपराधिक मुक़दमों के अभियुक्त विनय व उसके साथियों को बरेली पुलिस पिछले कई सालों से नहीं पकड़ रही है. लेकिन इस अपराधी द्वारा लिखाये गये झूठे मुक़दमे में मीडियाकर्मी योगेन्द्र को मात्र चंद घंटों में ही गिरफ्तार कर लिया गया और घर के दरवाजे सामान आदि को बरेली पुलिस ने आधी रात को तोड़ कर फेक दिया.

एसएसपी बरेली धर्मवीर यादव खुद को सपा नेता प्रोफ़ेसर राम गोपाल यादव का बहुत करीबी मानते हैं. लेकिन सच्चाई ये है कि इनकी कप्तानी में बरेली में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं. मीडियाकर्मी योगेन्द्र का कहना है कि सपा के राज में उनका और उनके परिवार के लोगों की जान खतरे में हैं. अगर उनके या उनके परिजनों का किसी भी तरह का नुकसान होता है तो इसके लिए जिम्मेदार एसएसपी बरेली होंगे. पीड़ित मीडियाकर्मी योगेन्द्र पाल सिंह का मोबाइल नंबर 09410498584 है.

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