यशवंत जी नमस्कार,
मेरा नाम बृजेश श्रीवास्तव है, मै एक छोटा सा पत्रकार हूं, शायद आप मुझ से परिचित नहीं होंगे क्योंकि ज्यादातर छोटे-मोटे पत्रकारों से आपका कोई सरोकार नहीं है, हां आपका पोर्टल भड़ास4मीडिया के जरिए बहुत सारे नवोदित पत्रकार आप पर इतना भरोसा जरूर करते हैं कि आपके पोर्टल पर जिस पत्रकार के खिलाफ खबर निकल रही है वह खबर सच होगी, ऐसे में लोग आपसे उम्मीद करते हैं किसी भी खबर को छापने से पहले उसकी सत्यता को परखने का एक प्रयास आप जरूर करेंगे साथ ही आप की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है कि आप अपने इस फोरम का इस्तेमाल किस उद्देश्य से होने देना चाहते है ,
यशवंत जी 15 अगस्त को एक खबर आपके द्वारा प्रकाशित की गई जिसमें जालौन के एक रिपोर्टर द्वारा ब्रजेश श्रीवास्तव के ऊपर कुछ आरोप लगाए गए है की उनके द्वारा हर महीने पैसों कि डिमांड की जाती है और डिमांड पूरी न करने पर उसे नौकरी से निकाल दिया गया,
अच्छा लगा आपको एक पत्रकार के दर्द का एहसास और आपने उस पत्रकार द्वारा लगाए गए आरोपों को हूबहू बिना किसी तस्दीक के अपना मंच प्रदान किया, लेकिन क्या आप खुद एक पत्रकार होने के नाते यह आश्वासन दे सकते हैं
कि आपने उसके लगाए गए आरोपों को छापते समय दूसरे पक्ष से भी पूछने की जहमत उठाई थी?
क्या आप उस पत्रकार के बारे में या फिर इस घटना की हकीकत के बारे में जानते हैं?
क्या उस तथाकथित पत्रकार ने जब आपसे अपनी पीड़ा बताते हुए संपर्क किया था तब अपने उस से इस संबंध में कोई सबूत कोई कॉल रिकॉर्डिंग मांगा था ?
अगर नहीं तो फिर आपको बिना तथ्यों के आधार पर बिना पूर्ण जानकारी के आधार पर किसी की गरिमा को ठेस पहुंचाने का अधिकार किसने दिया?
यशवंत जी यूं तो मुझे किसी भी तरीके के सबूत आपको देने में कोई दिलचस्पी नहीं है लेकिन फिर भी सभी की जानकारी के लिए बताना चाहता हूं कि जिस अंजनी शर्मा नाम के शख्स ने मेरे ऊपर वसूली के अनर्गल आरोप लगाए हैं वह व्यक्ति पहले से ही अवैध वसूली में लिप्त रहा है, उसकी पैसा मांगते हुए कई ऑडियो क्लिप आपको भेज रहा हूं उन्हें सुनिए और आकलन कीजिए के ऐसे भ्रष्ट और निम्न स्तर के व्यक्ति के द्वारा लगाए गए आरोपों कि बिना सच्चाई खबर छाप ना और एक प्रतिष्ठित व्यक्ति का मान मर्दन करना कितना सही है? और क्या ऐसे व्यक्ति को किसी भी संस्थान में काम करने का हक है ऐसे में उसे संस्थान से निकाला जाना कहां से गलत है?
(अटैचमेंट में अंजनी शर्मा की सारी कॉल रिकॉर्डिंग आपको भेज रहा हूं. इसमें खुद अपना नाम अंजनी बता रहा है और खदान वाले से एक जोड़ी कपड़ा और 100 रुपये मांग रहा है)
मै आपको निजी तौर नहीं जानता लेकिन क्योंकि आपने मेरे खिलाफ होने वाले दुष्प्रचार को मंच प्रदान किया है और इससे मेरी सामाजिक प्रतिष्ठा को आघात पहुंचा है ऐसे में कानूनी कार्रवाई से पहले आपका पक्ष जानने इच्छुक हूं?
यशवंत जी मै इस संबंध में कानून मंत्रालय, टेलीकॉम मिनिस्ट्री में भी शिकायत दर्ज करूंगा की आखिर बिना किसी दूसरे पक्ष की प्रतिक्रिया जाने आप उसके खिलाफ दुष्प्रचार कैसे कर सकते हैं?
ब्रजेश श्रीवास्तव
पत्रकार
9506079111
मूल खबर-
Comments on “खनन+जर्नलिज्म=खंजर्लिज्म : रिपोर्टर के आरोप भड़ास पर छपने के बाद ब्रजेश ने भेजा ये पत्र व टेप, पढ़ें-सुनें”
यशवंत जी,
मेरे द्वारा इस तथाकथित पत्रकार अंजनी शर्मा के कुकृत्य को बयां करती ऑडियो रिकॉर्डिंग भी भेजी है, उन्हें भी लगाएं जिससे लोगों को सच पता चल सके….
बृजेश जी मैं गलत नहीं हूं तो आप शायद up हेड हैं न्यूज़1इंडिया के. ऐसा भी नहीं हो सकता है कि अंजनी शर्मा id खरीद कर ले गया हो आप लोगों से. नहीं खरीदी तो भगवान जाने क्या देख सोंचकर आप लोग जिलों के जिम्मेवारी सौंप देते हो. और रही बात भड़ास व यशवंत की तो मैं आंख बंद करके कह सकता हूँ कि आज यशवंत जैसी पत्रकारिता न ही कोई कर सकता है और न ही कर भी पायेगा. क्योकि सब मीठा मीठा गप्प और कड़वा कड़वा थू में लगे रहते है जो कम से कम यशवंत को नहीं आता. और आपकी जानकारी के लिए बता दूं मै न तो नया पत्रकार हुन और नही कल से यशवंत को जानता हूँ एक सदी होने को है यशवंत भाई को जानते मानते हुए.
इतना ही कहना चाहूंगा भड़ास अपने आप मे इकलौता अनोखा व खुला मंच है यहाँ अंजनी शर्मा भी अपनी भड़ास निकाल सकता है और अंजनी पर आप आपने अपने सुबूत दिए वो भी ज्यों की त्यों प्रकाशित हुए या किये जायेंगे. जो गलत है वो सुधर कहा सकता है भईया, काहे इतना सिरदर्द ले रहे हो. बाकी आपकी मर्जी.
जै जै
आरोप प्रत्यारोप अपनी जगह है, परंतु जिस तरह हमेशा होता आया है कि भड़ास पर हर किसी का पक्ष छपता है, ब्रजेश जी आप इतने व्यथित क्यो हैं??? ऐसा तो कुछ भी नही की आप तमाम मंत्रालयों के चक्कर लगाने पर आमादा हैं। बेहतर है चीज़ों को ठीक ढंग से ले।।
मैं मनीष दुबे जी की बात से सहमत हूं और ये सवाल भी अहम है कि ऐसे चुरकुट लोगों को माईक आईडी कब तक बेची जायेगी ? क्यों नहीं ऐसा कानून बनता कि कुकुरमुत्तों की तरह उगे पत्रकारों और न्यूज एजेंसियों के प्रधान सम्पादकों की एक परीक्षा ली जाए और जो फेल हो उसका रजिस्ट्रेशन निरस्त कर दिया जाए.इससे बहुत गंदगी साफ हो सकती है. दूसरा पत्रकारों को अधिमान्यता देने से पहले उनकी परीक्षा ली जाए.
नहीं तो अंजनी शर्मा जैसे लोगों की फोन रिकार्डिंग ऐसे ही सुनाई देती रहेगी.
बृजेश जी ,,,,,भड़ास जैसा मंच आपको दुनिया में कहीं नहीं मिलेगा.
फिरोज बागी
कोई भी संस्थान तब तक किसी खबर को प्रकाशित नहीं कर सकता, जब तक उसकी सच्चाई सामने ना हो।ऐसे में ब्रजेश श्रीवास्तव जी कि छवि सामाजिक तरीक़े से पत्रकार होने के नाते गलत गई हैं।। टेलीकॉम अथॉरिटी को इस पर ठोस कदम उठाना चाहिए।।
यशवंत पूर्वाग्रहों की पत्रकारिता नहीं करते। ब्रजेश जी अगर आप यशवंत के ख़िलाफ़ भी आरोप भड़ास को भेजेंगे तो यह शख्स बिंदास उनको मंच प्रदान करेगा।
बहुत सुंदर दलाली चल रही है जोर से
लाला जी हो तो बड़े सयाने बड़ी सफाई से सन 2010 की किसी की रेकर्डिंग अंजनी नाम से लगा दी जहा तक मुझे याद है रामकुमार 2010 से 2012 जालौन और हमीरपुर के खनिज अधिकारी रहे तब तो शायद न्यूज़ वन इंडिया आया भी न होगा कितनी सफाई से सारे आरोपों से बचते हुए एक पक्षीय फैसला चाहते हो
महोबा में ही तुम्हारे रखे हुए नजदीकी रिपोर्टर अनुज शर्मा पर ही बलात्कार छेड़खानी और जैसे संगीन मामले लंबित है अनुज शर्मा को बुन्देलखण्ड में आपका सबसे नजदीकी लाइजनर माना जाता है
संसथान रिपोर्टर रखने के पहले कुछ देखता क्या बस बृजेश जैसे लोग ये देखते है की रिपोर्टर सूखा खनन का कितना पैसा दे सकता है तुम्हारे बुंदेलखंड के खनन की वसूली के तार किसी से छुपे नहीं है तुम्हरे न्यूज़ वन इंडिया के रिपोर्टर हमीरपुर महोबा में खनन के खेल में जैसे लिप्त है मुझे पता है
महोबा में कुछ समय तैनात रहे खनिज विभाग के एक बाबू ने तुम्हारा फ़ोन पर उसको धमकाना फ्री गिट्टी और मौरंग की डिमांड करना उसने सब बताया है मुझे तुम एक पत्रकारिता का चोला ओढे रंगे हुए सियार हो !!
बृजेश जी में आपसे मिला हु शायद आपको याद होगा कानपूर में आपने मुझे कहा था जालौन में काम करोगे मैंने कहा था करुगा आपने कहा सिस्टम क्या करोगे में उस समय इस अक्षर का मतलब समझा नहीं था आपने बोल दिया था बेटा अभी तुम नए हो और मुझे परेड चौराहे पर चाय पिलाकर लौटा दिया था
लेकिन आपके साथ कोई कानपूर के ही रिपोर्टर थे न्यूज़ वन इंडिया के उन्होंने मुझे पुछा था विज्ञापन के अलावा हर महीने क्या करोगे बुंदेलखंड में तो खेल लम्बा है
इसका सीधा सीधा मतलब तो यही हुआ की आप हर महीने बुंदेलखंड से पैसा चाहते है वाकई में आप जैसे लोग जगत में धब्बा है
बाँदा में एक छोटी सी मिठाई चलाने वाला बृजेश कितने लोगो का पैसा नौकरी के नाम पर खाया है तुमने कैसे एक हलवाई संपादक बन गया होम गार्ड के डंडे से डरने वाला आज जिलाधिकारी , कानून मंत्रालय की बात कर रहा है यहाँ के स्थानीय पत्रकारों को पता है आप कैसे पैसा दलाली और वसूली से कमाते है कितनी तनख्वाह है न्यूज़ वन इंडिया में और न्यूज़ वन इंडिया अपने रिपोर्टर की कितनी सैलरी देता है फिर भी ये नौटंकी
न्यूज़ वन इंडिया के बृजेश श्रीवास्तव के गुर्गो की धमकिया और अपराधियों से साथ गाँठ के प्रमाण
– सबूत नंबर एक : एफ आई आर की कॉपी
– सबूत नंबर दो : ऑडियो आपके चहेते महोबा रिपोर्टर की जब आप बाँदा में मिठाई की दूकान पर हलवाई थे और वो आइसक्रीम का काम करता था आज आपके कहने पर जान से मारने की धमकी और मेरा चेहरा बिगाड़ देने की बात कर रहा है
न्यूज़1 इंडिया चैनल का खुद को बुंदेलखंड के सबकुछ बताने वाले ब्रजेश श्रीवास्तव का बुन्देलखण्ड से कुछ ज्यादा ही लगाव है,ये लगाव इसलिए है कि ये महाशय खुद बुन्देलखण्ड के बाँदा जनपद के निवासी है और यहाँ से खनन की अंधी कमाई से भी बाकिफ है। यहीं कारण है कि पूर्व में जी न्यूज संस्थान में रहते हुए इन्होंने खनिज क्षेत्रों में अपने पहचान वाले ही रिपोर्टर रखवाए थे ताकि कड़वा कड़वा थू थू और मीठा मीठा गट गट कर सके। संस्थान को जब इसकी खबर लगी तो इन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। अब इन्होंने जब न्यूज़ 1 इंडिया का दामन थामा तो खनन क्षेत्रो बुन्देलखण्ड में ऐसे लोगो को चैनल की आईडी पकड़ा दी जो या तो इनके बहुत करीबी है या फिर जो अपराधी किस्म के है जिनके ऊपर संगीन धाराओं में मुकदमें दर्ज है। सीधे शब्दों में कहे तो ब्रजेश श्रीवास्तव का हाथ माफियाओं और अपराधियों को पत्रकारिता की जमात में ला रहा है। बात हमीरपुर जनपद की हो या महोबा की। जालौन की स्तिथि तो सबके सामने आ गई है कैसे अपने मनमाफिक व्यक्ति को चैनल का संवाददाता बनाने के लिए अंजनी शर्मा को बेवजह बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। जबकि जिसे रखा गया है उसके ऊपर कई मुकदमें है। महोबा में जिस व्यक्ति को इन महाशय ने न्यूज़1 इंडिया की माइक आईडी दी है उसका नाम अनुज शर्मा है। ये अनुज शर्मा भी कोई दूध का धुला नही दरअसल ये भी ब्रजेश श्रीवास्तव के लिए खनिज में मिलने वाली मिठाई का इंतेजाम करता है। इसके ऊपर भी कई मुकदमें महोबा में दर्ज है। स्थानीय जानकर और सूत्र बताते है कि कभी उधारी की ज़िंदगी जीने वाले इस व्यक्ति ने ब्रजेश के सहयोग से अपने आपको पत्रकारिता में ले आया जबकि इसके इतिहास से पूरा महोंबा परिचित है। ये वहीं अनुज शर्मा है जिसने अपने दो साथियों के साथ मिलकर एक महिला पत्रकार को सरेबाजार अपमानित किया था और उसके साथ छेड़छाड़ कर दी थी। जिसका मुकदमा महोबा शहर कोतवाली में नामजद दर्ज है। इसी मामले में तत्कालीन एसपी ने इसे गिरफ्तार करने के आदेश भी दिए थे और ये एक सप्ताह तक अपने साथियों संग फरार हो गया था। बात यहीं पर खत्म नही हो जाती उगाही के लिए ब्रजेश की सरपरस्ती का ही असर है कि न्यूज़ 1 इंडिया का ये पत्रकार अपने एक साथी के साथ वर्तमान सांसद के घर मे घुस गए थे और उगाही के लिए दबाब बनाने पर सांसद के निजी गनर के साथ गाली गलौच पर उतर आए थे। स्थानीय लोग बताते है कि ये सांसद द्वारा अपने आवास के अंदर कराए जा रहे काम पर कवरेज करने गए थे और मोटी रकम की मांग कर रहे थे। पत्रकारिता का चोला ओढ़े इन महाशय ने सांसद को ही कासुरबार ठहराने के लिए महोंबा की पूरी मीडिया को ही मामले से गुमराहा कर दिया था जबकि असलियत अब सबके सामने आ गई है और सांसद के निजी गनर द्वारा इनके ऊपर मुकदमा भी लिखवा दिया गया है। कभी आइसक्रीम पर पूरा परिवार पलता था अब ये व्यक्ति विदेश घूमने जा रहा है। इससे अंदाजा लगा सकते है कि खनिज और दलाली से जब ये इतने सुख भोग रहा है तो जो इसका बॉस बना बैठा है वो खनिज क्षेत्र से कितना कमा रहा होगा और संस्थान को क्या मिल रहा सिर्फ बदनामी। यहीं नही ब्रजेश श्रीवास्तव के हुक्म पर हर अवैध काम करने वाला ये अनुज शर्मा अब जालौन से हटाये गए पत्रकार अंजनी को न केवल धमका रहा है बल्कि घर से उठाकर चेहरा बिगाड़ देने तक की खुलेआम धमकी दें रहा है। मतलब ये कि अगर ब्रजेश श्रीवास्तव की कारगुजारी की परतें उधेड़ी गई तो हमाम में ये महाशय भी नंगे नजर आएंगे इसलिए खूलेआम फोन पर जालौन के पत्रकार को धमका रहा है और निपटा देने की धमकी दें रहा है। आपको बता दें कि ये पहले ही ब्रजेश के पक्ष में धमका चुका है और भविष्य में प्रदेश में कहीं भी पत्रकारिता न कर पाने की धमकी दें रहा है। आपको ये भी जानकारी दें दे कि महोंबा में खनन की काली कमाई के लिए ये बहुत बदनाम है ये अपने आका (ब्रजेश)तक को नही छोड़ रहा कॉल रिकॉडिंग में इसकी भाषा शैली इसका सही किरदार बताते के लिए काफी है।
हलाकि न्यूज़ वन इंडिया में बृजेश द्वारा पैसे के लेनदेन के भी सबूत है जिन खातों में बृजेश के कहने पर पैसा ट्रांसफर किया गया लेकिन ये लाला जी इतने शातिर है की पोल खुलने पर उन लोगो को ही फसा देंगे जिनके खाते में पैसा लिया गया है इसलिए उनके नाम गोपनीय रखे गए है और वो बेचारे काम तनखाह में काम करने वाले हमारे साथी पत्रकार भाई नौकरी से हाथ धो बैठेंगे और लाला जी ने जो रेकार्डिंग डाली है वो पूरी तरह सुनियोजित है पहला की जालौन और हमीरपुर में खनिज अधिकारी रामकुमार 2010 से 2012 तक रहे तब शायद न्यूज़ 1 इंडिया में बृजेश था ही नहीं न्यूज़ 1 इंडिया की कमान अर्जुन रावत जी के पास थी और लखनऊ में राजबीर जी देख रहे थे लाला जी उर्फ़ बृजेश जो बुंदेलखंड के खनिज अधिकारियो पर नॉएडा से फोन करके दाबाव बनवाते हो और फिर अपने चहेतो को गिट्टी और मौरंग दिलवाकर पैसा अपने ख़ास लोगो खातों में लेते हो ये अच्छी बात नहीं है चैनल की साख इन चीजों से खराब होती है जब तोप समझा जाने वाला संपादक एक टुच्ची दलाली करे आप स्वीकार कर लीजिये की आप दलाल है और आपके साथी भी इसलिए ज़ी ग्रुप में आपको नमस्ते कर दी थी
न्यूज़ वन इंडिया के बृजेश श्रीवास्तव के गुर्गो की धमकिया और अपराधियों से साथ गाँठ के प्रमाण
– सबूत नंबर एक : एफ आई आर की कॉपी
– सबूत नंबर दो : ऑडियो आपके चहेते महोबा रिपोर्टर की जब आप बाँदा में मिठाई की दूकान पर हलवाई थे और वो आइसक्रीम का काम करता था आज आपके कहने पर जान से मारने की धमकी और मेरा चेहरा बिगाड़ देने की बात कर रहा है
न्यूज़1 इंडिया चैनल का खुद को बुंदेलखंड के सबकुछ बताने वाले ब्रजेश श्रीवास्तव का बुन्देलखण्ड से कुछ ज्यादा ही लगाव है,ये लगाव इसलिए है कि ये महाशय खुद बुन्देलखण्ड के बाँदा जनपद के निवासी है और यहाँ से खनन की अंधी कमाई से भी बाकिफ है। यहीं कारण है कि पूर्व में जी न्यूज संस्थान में रहते हुए इन्होंने खनिज क्षेत्रों में अपने पहचान वाले ही रिपोर्टर रखवाए थे ताकि कड़वा कड़वा थू थू और मीठा मीठा गट गट कर सके। संस्थान को जब इसकी खबर लगी तो इन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। अब इन्होंने जब न्यूज़ 1 इंडिया का दामन थामा तो खनन क्षेत्रो बुन्देलखण्ड में ऐसे लोगो को चैनल की आईडी पकड़ा दी जो या तो इनके बहुत करीबी है या फिर जो अपराधी किस्म के है जिनके ऊपर संगीन धाराओं में मुकदमें दर्ज है। सीधे शब्दों में कहे तो ब्रजेश श्रीवास्तव का हाथ माफियाओं और अपराधियों को पत्रकारिता की जमात में ला रहा है। बात हमीरपुर जनपद की हो या महोबा की। जालौन की स्तिथि तो सबके सामने आ गई है कैसे अपने मनमाफिक व्यक्ति को चैनल का संवाददाता बनाने के लिए अंजनी शर्मा को बेवजह बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। जबकि जिसे रखा गया है उसके ऊपर कई मुकदमें है। महोबा में जिस व्यक्ति को इन महाशय ने न्यूज़1 इंडिया की माइक आईडी दी है उसका नाम अनुज शर्मा है। ये अनुज शर्मा भी कोई दूध का धुला नही दरअसल ये भी ब्रजेश श्रीवास्तव के लिए खनिज में मिलने वाली मिठाई का इंतेजाम करता है। इसके ऊपर भी कई मुकदमें महोबा में दर्ज है। स्थानीय जानकर और सूत्र बताते है कि कभी उधारी की ज़िंदगी जीने वाले इस व्यक्ति ने ब्रजेश के सहयोग से अपने आपको पत्रकारिता में ले आया जबकि इसके इतिहास से पूरा महोंबा परिचित है। ये वहीं अनुज शर्मा है जिसने अपने दो साथियों के साथ मिलकर एक महिला पत्रकार को सरेबाजार अपमानित किया था और उसके साथ छेड़छाड़ कर दी थी। जिसका मुकदमा महोबा शहर कोतवाली में नामजद दर्ज है। इसी मामले में तत्कालीन एसपी ने इसे गिरफ्तार करने के आदेश भी दिए थे और ये एक सप्ताह तक अपने साथियों संग फरार हो गया था। बात यहीं पर खत्म नही हो जाती उगाही के लिए ब्रजेश की सरपरस्ती का ही असर है कि न्यूज़ 1 इंडिया का ये पत्रकार अपने एक साथी के साथ वर्तमान सांसद के घर मे घुस गए थे और उगाही के लिए दबाब बनाने पर सांसद के निजी गनर के साथ गाली गलौच पर उतर आए थे। स्थानीय लोग बताते है कि ये सांसद द्वारा अपने आवास के अंदर कराए जा रहे काम पर कवरेज करने गए थे और मोटी रकम की मांग कर रहे थे। पत्रकारिता का चोला ओढ़े इन महाशय ने सांसद को ही कासुरबार ठहराने के लिए महोंबा की पूरी मीडिया को ही मामले से गुमराहा कर दिया था जबकि असलियत अब सबके सामने आ गई है और सांसद के निजी गनर द्वारा इनके ऊपर मुकदमा भी लिखवा दिया गया है। कभी आइसक्रीम पर पूरा परिवार पलता था अब ये व्यक्ति विदेश घूमने जा रहा है। इससे अंदाजा लगा सकते है कि खनिज और दलाली से जब ये इतने सुख भोग रहा है तो जो इसका बॉस बना बैठा है वो खनिज क्षेत्र से कितना कमा रहा होगा और संस्थान को क्या मिल रहा सिर्फ बदनामी। यहीं नही ब्रजेश श्रीवास्तव के हुक्म पर हर अवैध काम करने वाला ये अनुज शर्मा अब जालौन से हटाये गए पत्रकार अंजनी को न केवल धमका रहा है बल्कि घर से उठाकर चेहरा बिगाड़ देने तक की खुलेआम धमकी दें रहा है। मतलब ये कि अगर ब्रजेश श्रीवास्तव की कारगुजारी की परतें उधेड़ी गई तो हमाम में ये महाशय भी नंगे नजर आएंगे इसलिए खूलेआम फोन पर जालौन के पत्रकार को धमका रहा है और निपटा देने की धमकी दें रहा है। आपको बता दें कि ये पहले ही ब्रजेश के पक्ष में धमका चुका है और भविष्य में प्रदेश में कहीं भी पत्रकारिता न कर पाने की धमकी दें रहा है। आपको ये भी जानकारी दें दे कि महोंबा में खनन की काली कमाई के लिए ये बहुत बदनाम है ये अपने आका (ब्रजेश)तक को नही छोड़ रहा कॉल रिकॉडिंग में इसकी भाषा शैली इसका सही किरदार बताते के लिए काफी है।
हलाकि न्यूज़ वन इंडिया में बृजेश द्वारा पैसे के लेनदेन के भी सबूत है जिन खातों में बृजेश के कहने पर पैसा ट्रांसफर किया गया लेकिन ये लाला जी इतने शातिर है की पोल खुलने पर उन लोगो को ही फसा देंगे जिनके खाते में पैसा लिया गया है इसलिए उनके नाम गोपनीय रखे गए है और वो बेचारे काम तनखाह में काम करने वाले हमारे साथी पत्रकार भाई नौकरी से हाथ धो बैठेंगे और लाला जी ने जो रेकार्डिंग डाली है वो पूरी तरह सुनियोजित है पहला की जालौन और हमीरपुर में खनिज अधिकारी रामकुमार 2010 से 2012 तक रहे तब शायद न्यूज़ 1 इंडिया में बृजेश था ही नहीं न्यूज़ 1 इंडिया की कमान अर्जुन रावत जी के पास थी और लखनऊ में राजबीर जी देख रहे थे लाला जी उर्फ़ बृजेश जो बुंदेलखंड के खनिज अधिकारियो पर नॉएडा से फोन करके दाबाव बनवाते हो और फिर अपने चहेतो को गिट्टी और मौरंग दिलवाकर पैसा अपने ख़ास लोगो खातों में लेते हो ये अच्छी बात नहीं है चैनल की साख इन चीजों से खराब होती है जब तोप समझा जाने वाला संपादक एक टुच्ची दलाली करे आप स्वीकार कर लीजिये की आप दलाल है और आपके साथी भी इसलिए ज़ी ग्रुप में आपको नमस्ते कर दी थी