Dayanand Pandey : अब बताईए कि एनडीटीवी वाले अपने रवीश कुमार के भाई बृजेश पांडेय फ़रार हो गए हैं। सेक्स रैकेट चलाने के आरोप में बिहार पुलिस उन्हें खोज रही है। बृजेश पांडेय बीते बिहार विधान सभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव भी लड़ कर हार चुके हैं।
यूपी के वरिष्ठ पत्रकार दयानंद पांडेय के उपरोक्त एफबी स्टेटस पर आए ढेरों कमेंट्स में से कुछ प्रमुख इस प्रकार हैं…
Ashutosh Mishra Panday ji, it’s not good to give your credit, for fake news, because, after few fake Story, your credibility will be zero, at your social life. Be careful about your credibility. I am not supposed to protect any one, only questions on your credibility
Dayanand Pandey इस ख़बर को फर्जी बताने का आप के पास आधार क्या है ? या सिर्फ़ सहानुभूति भरी लफ्फाजी झोंक रहे हैं ?
Sonu Singh ये सत्य और सत्यापित खबर है।
Rizwan Khan अब भाई भागे है रवीश तो नहीं… और, भाइयों को करनी उनके साथ?
जितेंद्र दीक्षित वैसे भाई के कारनामे पर रविश कुमार पर टिप्पणी करना उचित नहीं पर अफसोस यह है कि दीपक तले अंधेरा। गांव-गांव की खाक छान कर स्टोरी करने वाले रविश साहब को अपने भाई की करतूत का संज्ञान नहीं । कहा तो यह भी जा रहा कि बिहार चुनाव में भाई का टिकट रविश ने ही पक्का कराया था।
Praveen Mishra आरोप के चलते नहीं, सिर्फ इस सवाल से घबराकर भागे हैं कि रवीश यह न पूछ लें…. कौन जात हो भाई?
असहिष्णु अरुण कौन जात हैं वे?
Haresh Kumar कान्यकुब्ज ब्राह्मण है और पांडेय टाइटल है। यह मोतिहारी जिला से बिलॉन्ग करता है। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर इसका भाई चुनाव लड़ चुका है। हम बगल के ही हैं।
Praveen Mishra जहां तक मुझे जानकारी है, भूमिहार हैं लेकिन पांडेय लिखते हैं।
Shailendra Srivastava आप लोग जातिगत मानसिकता से कब उबरेंगे।
Praveen Mishra आप Shailendra Srivastava जी, इस मानसिकता से ऊबर चुके है? सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि रवीश इस सवाल को पूछते हुए सारी हद तोड़ चुके हैं।
Kailash Bajpai पांडेय जी में Rizwan Khan भाईसाहब की बात से पूरी तरह सहमत हूँ, कि भाई के किये का पाप रवीश पर थोपने का कोई औचित्य नहीं… मगर भाई स्वघोषित निष्पछ रविश कुमार जी स्क्रीन ब्लैक करने के और ग्राउंड पर माइक ले जाकर रिपोर्टिंग के माहिर हैं, तो भाई उन्हें भी तथ्यों की पड़ताल ग्राउंड पर जाकर स्क्रीन ब्लैक करनी चाहिए.
आलोक सिंह Rizwan Khan सही कहते हैं कि भाई के किये का पाप रवीश पर थोपने का कोई औचित्य नहीं, क्यूँकि ये गलत है, लेकिन भारत मे होने वाली हर घटना के लिए जब रवीश और उनके अनुयायी मोदी को दोषी ठहरा देते हैं, वो बड़ा क्रान्तिकारी पत्रकारिता होती है।
Vivek Kumar Singh कांग्रेस के बिहार उपाध्यक्ष भी है ।
Kameshwr Pandey कालिख लगाने का मौका चूकना नहीं चाहिए।
Acharya Chandrashekhar Shaastri भूमिहार ब्राह्मण है
Amrendra Ajay भूमिहार नही हैं..
Tarun Kumar Tarun इस पर रवीश से एक खोजी रपट की उम्मीद तो की ही जा सकती है!
Radhey Shyam Maurya रबिश भाई अभी रिपोर्टिंग के लिए भाई को खोज रहे है
Adarsh Shukla बागों में बहार है