संजय कुमार सिंह-
अब रिश्वत लेने-देने की खबर तब मानी जाएगी जब रसीदी टिकट के साथ रसीद होगी। वीडियो तो लोग ब्लैकमेल करने के लिए बना लेते हैं और जब मुख्यमंत्री सच बताते हैं तो शिकायत ही वापस ले ली जाती है।
वैसे भी, जब ‘मेरा’ कोई है ही नहीं तो ‘मेरे’ साथी और सहयोगी भ्रष्टाचार किसके लिए करेंगे?
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