यशवंत सिंह-
कल ट्वीटर पर छत्तीसगढ़ के भाजपा के चर्चित आदिवासी नेता केदार कश्यप का एक ट्वीट देखा. इसमें भूपेश बघेल और उनके पुत्र बिट्टू की तस्वीर के साथ लिखा हुआ था- ‘भूपेश और बिट्टू ने दो हजार करोड़ की बेची जहरीली शराब, कई बच्चों को किया अनाथ.’
पिता-पुत्र के इस पोस्टर पर छत्तीसगढ़ को लूटने की बात भी दर्ज है. इस ट्वीट की हकीकत पता करने के लिए छत्तीसगढ़ के कुछ पत्रकारों से बातचीत की तो पता चला कि आयकर विभाग ने छत्तीसगढ़ में शीर्ष स्तर पर चलने वाले उगाही रैकेट का जो भंडाफोड़ किया है, उसकी चार्जशीट में सीएम भूपेश बघेल के पुत्र बिट्टू उर्फ चैतन्य बघेल तक पैसे पहुंचाए जाने का जिक्र है.
मैंने पत्रकार मित्रों से आईटी की चार्जशीट का संबंधित अंश उपलब्ध कराने का अनुरोध किया ताकि अविश्वसनीय लगने वाले आरोपों की पुष्टि हो सके. उन्होंने आज आईटी की चार्जशीट के संबंधित अंश मुहैया करा दिए. पहले केदार कश्यप का ट्वीट देखें, उसके बाद आईटी की चार्जशीट के अंश-



आईटी की चार्जशीट के उपरोक्त अंश से स्पष्ट है कि सीएम भूपेश बघेल की खास अफसर सौम्या चौरसिया अपने निजी सचिव जय को निर्देश देती हैं कि चैतन्य बघेल उर्फ बिट्टू को धन दे दें. पैसे देने के इस निर्देश से संबंधित ह्वाट्सअप चैट को आईटी ने सुबूत के बतौर पेश किया है.
चार्जशीट में बताया गया है कि सौम्या चौरसिया, चैतन्य बघेल उर्फ बिट्टू और अनिल टुटेजा एक कामन वाट्सअप ग्रुप में सदस्य थे और इसमें लेन-देन संबंधित बातें होती रहती थीं. आईटी की टीम ने अनिल टुटेजा के मोबाइल से इस ग्रुप के चैट के स्क्रीनशाट लेकर इसे सुबूत के रूप में कोर्ट में पेश किया.
आईटी ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल की खास अफसर सौम्या चौरसिया पूरे प्रदेश में सरकारी उगाही नेटवर्क की अघोषित प्रमुख थीं और वे ही धन की आवाजाही पर नियंत्रण रखती थीं. आईटी ने जब इस लेनदेन के वाट्सअप चैट को दिखाकर सौम्या चौरसिया से सवाल जवाब किया तो सौम्या ने इसे चैट को मजाक में की गई बातचीत करार दिया.
ये सच है कि आईटी, ईडी और सीबीआई जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियां भाजपा की केंद्र सरकार के निर्देश पर गैर-भाजपाई राज्य सरकारों के भ्रष्टाचार को खोद खोद कर निकालती रहती हैं. लेकिन ये भी उतना ही सच है कि आईटी की जांच से छत्तीसगढ़ की कांग्रेस वाली भूपेश बघेल सरकार के टॉप लेवल पर चलाए जा रहे भ्रष्टाचार के रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है और कई आईएएस, पीसीएस, व्यापारी, उद्योगपति, नेता इस समय जेल में हैं.
सवाल है कि आखिर कांग्रेस के बड़े नेता किस मुंह से भाजपा वालों के भ्रष्टाचार पर प्रहार करेंगे जब वे खुद ही सिर से पैर तक भ्रष्टाचार की गंगा में डुबकी लगाए हुए हैं.
इससे पहले छत्तीसगढ़ में जब भाजपा की रमन सिंह सरकार थी तब भी तत्कालीन सीएम रमन सिंह के बेटे अभिषेक सिंह पर भ्रष्टाचार करने के आरोप लगे थे. पनामा पेपर लीक में नाम आने पर कांग्रेस वाले खूब हल्ला करते थे. अब जब कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार है तो वर्तमान सीएम भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल उर्फ बिट्टू पर भ्रष्टाचार के खेल में शामिल होने का आरोप लगा है तो भाजपा वाले कांग्रेसी बाप-बेटे के भ्रष्टाचार में शामिल होने का नारा बुलंद कर रहे हैं.
अगला पार्ट पढ़ें-
Comments on “पार्ट-1 : सीएम भूपेश बघेल के बेटे बिट्टू के पास उगाही के अरबों रुपये पहुंचाए जाते थे, देखें आईटी की चार्जशीट के ये अंश!”
“भृष्टाचार की गंगा” शब्द आपत्ति जनक है। गंगा मैया सनातनियो के कितना महत्व रखता है ये बात आप भली भांति जानते हैं। कृपया गलत चीजो के साथ सही को ना घसीटे। विपरीत अर्थ में प्रयोग होता तो बात और थी। आपने यहां पर बजरंग दल जैसे धार्मिक सामाजिक सांस्कृतिक संगठन को pfi जैसे देशद्रोही संगठन से समानता करने का असफल प्रयास किया है।
Congress ho chahe bjp sabhi neta ka ekhi kaam hai paisa kharcha karke neta banana aur phir janta ko loot ke apna paisa banana koi desh keliye nahi soch te hai koi factory nai banayenge road banayenge kyuki usme Inka share milega contractor se …. Bas yahi hai india isliye ek bhi neta ko vote nai Dena chahiye