ओम थानवी-

विश्व के सबसे अधिक पढ़े जाने वाले अखबार दैनिक जागरण के बाद दैनिक भास्कर भी नया कटेंट प्रयोग में लाया है. भास्कर ने IND vs AUS के मुकाबले की आज की खबर में भव की जगह भव: का इस्तेमाल किया है. वरिष्ठ संपादक ओम थानवी ने भास्कर के शीर्षक का स्क्रीनशॉट निकालकर भास्कर को गलती बताई है. आपका क्या कहना है कमेंट में बताएं.
ओम थानवी ने एक्स पर लिखा है, ‘विजयी भव को विजयी भवः इतने बड़े हर्फ़ों में देखा तो सोचा कि फिर ध्यान दिलाऊँ “भव” ही होता है, “भवः” नहीं। जैसे मातृ देवो भव, अतिथि देवो भव, यशस्वी भव, आयुष्मान् भव आदि। हाँ, उच्चारण में व पर कुछ ज़ोर ज़्यादा देना होता है। बड़े अख़बारों से तो लोग अपनी हिंदी सुधारा करते थे।’ थानवी के इस ट्वीट पर लोगों की क्या प्रतिक्रिया है, उनके ट्वीट पर जाकर पढ़ा जा सकता है.
Comments on “वरिष्ठ संपादक से जानिए.. दैनिक भास्कर का ये उच्चारण सही है या गलत?”
सम्मानीय पत्रकार ओम थानवी के तर्क को शब्दश: स्वीकार करता हूँ! ऐसी गलती पर गंभीरता होनी चाहिए! एक पत्रकार होने के नाते मैं इसे सही ध्यान आकृष्ट करना मानता हूँ!
यह शीर्षक समाचार पत्र में संस्कृत के जानकारों की कमी बताता है। यह संस्कृत का वाक्य है। संस्कृत भाषा और गणित एक ही प्रकार के विषय हैं। लेकिन इस प्रकार के वाक्यों का प्रयोग संस्कृत के जानकारों को दिखाए बिना नहीं करना चाहिए।