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दैनिक जागरण में मजीठिया मांगने वाले असिस्टेंट मैनेजर का इस्तीफा ‘भूतों’ ने मेल कर दिया!

दैनिक जागरण कानपुर में लगता है भूतप्रेत का साया पड़ गया है. यहां काम करने वाले इस्तीफा खुद नहीं देते. पर जब वे सुबह आफिस आते हैं तो पता चलता है कि उन्होंने तो जो इस्तीफा मेल किया था, उसे कुबूल कर लिया गया है और तदोपरांत उन्हें रिलीव किया जा चुका है. जाहिर है ऐसा काम करने वाले भूत खून पीने वाले नार्मल लोग नहीं होंगे. ये भूत हैं उच्च पदों पर काबिज मैनेजर्स. फिलहाल भूत की आत्मा का ताजा प्रवास संजीव अग्निहोत्री के भीतर पाया गया है जो इसी डिपार्टमेंट जागरण रिसर्च सेंटर में प्रोजेक्ट डायरेक्टर के पद पर कार्यरत हैं.

दैनिक जागरण कानपुर में जागरण रिसर्च सेंटर में बतौर अस्सिस्टेंट मैनेजर (सर्क्युलेशन) कार्यरत आशुतोष मिश्रा ने खुद इस्तीफा मेल नहीं किया पर उनका मेल उनके कंप्यूटर से चला गया और कुबूल भी हो गया. आशुतोष मिश्रा बताते हैं- ”विगत 9 अगस्त से मेरा j connect पासवर्ड डालने से नहीं खुल रहा था. पता चला कि इसे एक साज़िश के तहत बंद किया गया है. अचानक कल दिनांक 16/8/2019 को मेरे पास एक मेल आई जिसमे लिखा था कि आपका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है, आप को 10 अगस्त से रिलीव किया जाता है. अचानक आई इस मेल से मैं आश्चर्यचकित रह गया. मैंने अपने हेड संजीव अग्निहोत्री से इस बाबत पूछा तो उन्होंने आनाकानी कर दी. सुबह तक कार्ड पंच हो रहा था. उसके बाद शाम को जब मैं वापसी के लिए कार्ड पंच करने लगा तो नहीं हुआ. मैं समझ गया कि मेरे j connect को हैक करके उसमें इस्तीफा लिखा गया व उसको स्वीकार भी कर लिया गया. ताज्जुब इस बात का है कि इतना बड़ा संस्थान होने के बावजूद इस तरह की चारसौबीसी वाली हरकत करता है, वो भी कंपनी के शीर्ष अधिकारियों द्वारा ऐसा किया जाता है, जो कि आश्चर्यजनक है. मेरे डिपार्टमेंट हेड संजीव अग्निहोट्री (प्रोजेक्ट डायरेक्टर) व कम्पनी के एक सबसे बड़े अधिकारी का पूरा हाथ इस मामले में है. इस बड़े अधिकारी के नाम का सिक्का कंपनी में चलता है व मालिकान भी उससे कुछ नहीं कह पाते हैं. ये सब सिर्फ मेरे द्वारा लगभग 6 माह पहले मजीठिया केस करने के कारण हुआ है.”

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Respected sir.

Today I have received the following mail that I have resigned and relived from 10 th august 2019 .I am surprised to find this mail because I have never resigned .kindly clarify what is the motive behind this mail.

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This is a kind of fraud which is being played against me.

Reagard

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Ashutosh mishra(asst. managar)

Jrc

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From: [email protected]
Sent: 16 अगस्त 2019 15:37
To: [email protected]
Subject: Resignation Information

Dear Sir/Madam,

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Your (ASHUTOSH MISHRA – LC0181)resignation has been approved and your relieve date is 10-Aug-2019.

Please clear your dues, if any.

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JConnect v5.0, � I.T. Division, JPL. All rights reserved

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3 Comments

3 Comments

  1. Ashutosh mishra

    August 18, 2019 at 5:36 pm

    अगर मुझे इस फ़्रॉड से ये निकालने में सफल हो गए तो ये फिर किसी भी मजीठिया वाले को निकाल सकते हैं ,अतः आप सभी से निवेदन है कि मेरा साथ दें व दैनिक जागरण कार्यालय में एकत्रित हो इस तरह की ओछी कार्यवाही का विरोध करें ।जो इन लोगों के मुँह पे तमाचा हो व आगे किसी को इस तरह से निकालने की कभी जुर्रत न करें ।

    • Vijay Tewari

      August 22, 2019 at 4:38 pm

      Such incidents are illogical inhumane & undesirable too.

  2. आशुतोष मिश्रा

    August 20, 2019 at 9:30 pm

    आज से रोक भी लगा दी गई है लाखों की तनख्वाह डकारने वाले rk agarwal ji ने ,जागरण के अधिकारी डरें उनसे क्योकि सलिल विश्नोई की रिश्तेदारी है उनसे वो भी खास वाली ,लेकिन मैं भी ईमानदार बाप की ईमानदार ओलाद हूँ ।डरूंगा नहीं ।

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