मथुरा। पुलिस की गाड़ी को सड़क से हटाने की बात कहना पुलिस कर्मियों को इस कदर नागवार गुजरा कि उन्होंने बीच सड़क पर पत्रकार के साथ जमकर अभद्रता कर मारपीट कर डाली। पुलिसकर्मी बिना कारण उसे थाने में ले गए।
घटना की जानकारी होने पर पत्रकारों में रोष व्याप्त हो गया। उपजा के प्रदेश उपाध्यक्ष और बृज प्रेस क्लब अध्यक्ष कमलकांत उपमन्यु एडवोकेट ने रात्रि में ही एक प्रतिनिधिमंडल के साथ एसएसपी शलभ माथुर से वार्ताकर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। कप्तान ने अड़ीग चौकी इंचार्ज व उप निरीक्षकों सहित चार पुलिसकर्मियों का निलंबित कर इनका गैर जोन ट्रांसफर के लिए भी पत्र लिखा। तब जाकर पत्रकारों का आक्रोश खत्म हुआ और सभी ने एसएसपी की कार्रवाई को सराहा।
हिंदुस्तान अखबार के वरिष्ठ पत्रकार श्याम जोशी अपने ऑफिस का काम खत्म कर मंगलवार रात्रि गोवर्धन स्थित अपने घर बाइक से लौट रहे थे। जैसे ही वह अड़ींग चौकी क्षेत्र के जमुनावता चौराहे के पास पहुंचे, वहां काफी जाम लगा था। उन्होंने देखा कि जाम लगने का कारण सड़क के बीच में खड़ी पुलिस की जीप है। उन्होंने पुलिसकर्मियों से जाकर कहा कि इस जीप को साइड़ में कर लीजिए, जिससे कि जाम खुल सके। बस इतना कहना था कि पुलिसकर्मी उन पर अपना रौब गांठने लगे।
इतनी सी बात को लेकर पुलिसकर्मियों ने पत्रकार के साथ जमकर अभद्रता कर मारपीट कर डाली और उन्हें ले जाकर थाने में बैठा दिया। जब इसकी जानकारी गोवर्धन मथुरा के पत्रकारों को हुई तो उनमें आक्रोश फैल गया। थाने में पत्रकार की हालत बिगडऩे पर उसे पहले गोवर्धन स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, लेकिन वहां स्थिति खराब होने पर उसे मथुरा जिला अस्पताल में रेफर कर दिया गया।
रात्रि में ही यहां भारी संख्या में पत्रकार उपजा प्रदेश उपाध्यक्ष व बृज प्रेस क्लब के अध्यक्ष कमलकांत उपमन्यु एडवोकेट के नेतृत्व में पहुंच गए। सभी पत्रकारों में काफी आक्रोश था। श्री उपमन्यु ने एसएसपी शलभ माथुर से वार्ता कर घटना की जानकारी देते हुए आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। घटना की जानकारी होने पर एसएसपी शलभ माथुर ने एसपी देहात आदित्य कुमार शुक्ला, सीओ गोवर्धन विजय शंकर मिश्र, सीओ सिटी राकेश कुमार, एलआईयू इंस्पेक्टर कौशिक के नेतृत्व में टीमें बनाकर जांच के लिए भेजा। जांच में चौकी इंचार्ज राजेन्द्र सिंह, उप निरीक्षक यशपाल सिंह, सिपाही धर्मेन्द्र कुमार, रोहित कुमार के नाम प्रकाश में आए जिन्हें एसएसपी शलभ माथुर द्वारा तत्काल प्रभाव से निलंबित कर इनका गैर जोन ट्रांसफर के लिए पत्र भी लिख दिया।
सुबह खुद एसएसपी शलभ माथुर पत्रकार को देखने जिला अस्पताल पहुंचे और पुलिस की कार्रवाई पर खेद व्यक्त करते हुए कहा कि यह गलत हुआ है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने भी ये सब किया, उनके खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है और जो भी दोषी होगा वह भी नहीं बच पाएगा। कानून सबके लिए बराबर है।