लखनऊ : अखिलेश यादव सरकार सोशल मीडिया पर लखनऊ और मेरठ में दो लैबोरेट्रीज स्थापित करने जा रही है। पुलिस इनके माध्यम से सोशल मीडिया कंटेंट पर नजर रखेगी।
यूपी के एडीजी अनिल अग्रवाल के मुताबिक सरकार दो महीने में लखनऊ और मेरठ में सोशल मीडिया लैब की स्थापित कर सकती है। जो पुलिस अधिकारी और सब इंस्पेक्टर इन लैब को ऑपरेट करेंगे, उन्हें आईआईटी विशेषज्ञों से ट्रेनिंग दिलाई जाएगी। सोशल मीडिया राय व्यक्त करने और प्रचार करने का सशक्त माध्यम बन गया है। ऐसे में हमारे लिए यह जानना ज़रूरी है कि कहीं सोशल मीडिया पर व्यक्त राय और विचारों से कानून-व्यवस्था की स्थिति तो प्रभावित नहीं हो रही?
उन्होंने कहा कि इन लैब के जरिए सोशल मीडिया साइट- फेसबुक, व्हाट्सअप और ट्विटर पर होने वाली गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि लैब के पास सोशल मीडिया पोस्ट को ब्लॉक करने की क्षमता नहीं होगी। लैब कंटेंट का अध्ययन करने में लॉ इनफोर्समेंट एजेंसियों की मदद करेंगी ताकि अप्रिय स्थिति से पहले ही एहतियातन कदम उठाए जा सकें। गौरतलब है कि अखिलेश सरकार का मानना है कि सोशल मीडिया की पहुंच बहुत व्यापक है और इसमें कानून और व्यवस्था की स्थिति को प्रभावित करने की ताकत है।