Yashwant Singh : कल एक फोटो जर्नलिस्ट का फोन मेरठ से आया. वो बोले- भाई साहब, प्रिंट मीडिया के संपादकों ने मीडिया की इज्जत बेच खाई है, आप ही कुछ करो. मैं थोड़ा चकित हुआ. पूरा मामला जब उनने बताया तो सच कहूं, मैं खुद शर्म से गड़ गया. मेरठ में हिंदुस्तान अखबार के फोटोग्राफर को ड्यूटी करने के दौरान पुलिस वालों ने पकड़कर हवालात में बंद कर दिया, फर्जी मुकदमें लिख दिए. लेकिन एक लाइन खबर न तो हिंदुस्तान अखबार में छपी और न ही दूसरे स्थानीय अखबारों में.