नोएडा कोर्ट से भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया को पीटे जाने की सूचना आ रही है. बताया जा रहा है कोर्ट में वकीलों की स्ट्राइक चल रही थी और भाटिया अपनी ऐंठ में थे, इस कारण बवाल हो गया.
नोएडा कोर्ट को वरिष्ठ अधिवक्ता अजीत नागर ने भड़ास से हुई बातचीत में कहा कि, “स्ट्राइक के बीच गौरव भाटिया बैंड लगाकर बैठे थे. वकीलों ने इस बात को लेकर नाराजगी जाहिर की तो भाटिया एप्टीट्यूड दिखाने लगे. जिसे देख कोर्ट के कुछ युवा वकील भड़क गए. बस इसी बात को लेकर उनकी पिटाई कर दी गई. बाद में पुलिस ने उन्हें अपनी कस्टडी में लेकर कार तक छोड़ा है. फिलहाल गौरव भाटिया को लेकर वकीलों में रोष है और बाकी माहौल शांत है.”
इस मामले में अधिवक्ता भूपेंद्र मंगल ने भड़ास को बताया कि, “आज हड़ताल के चलते नो वर्किंग था. सभी वकीलों की यूनिटी थी. लेकिन भाटिया नहीं माने और एक कोर्ट के अंदर चले गए. इसके अलावा भाटिया ने अधिवक्ताओं को लेकर निगेटिव टिप्पणी भी कर दी. जिसे लेकर अन्य अधिवक्ता नाराज हो गए. कोर्ट से बाहर आते ही अधिवक्ताओं ने भाटिया के साथ दुर्व्यवहार कर दिया.”
इस मसले पर 4पीएम संपादक संजय शर्मा लिखते हैं कि, “आप भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया को पसंद करें या नापसंद. पर उनके साथ वो सब नहीं करना चाहिए जो आज नोएडा कोर्ट में वकीलों ने किया.
बताईये इतने बड़े नेता को गाली देना, मारपीट करना और बदसलूकी करना शोभा देता है क्या? एक शानदार विरासत संभाली है उन्होंने. उनके पिता स्वर्गीय वीरेन्द्र भाटिया जी मुलायम सिंह जी के बेहद करीबी थे. सभी के सामने कहा करते थे नेता जी आपने मेरे ऊपर वो एहसान किया है कि मेरी सात पीढ़ियां भी उस एहसान को नहीं उतार सकती.
अब यह मान भी लो कि गौरव भाटिया ने उस मान को नहीं रखा. एक बार टीवी स्टूडियों में पिट गये इसका यह मतलब तो नहीं कि कोई भी कहीं भी उनको पीट देगा.”