Yashwant Singh-
लक्ष्मी सिंह जी जबसे आईं हैं नोएडा में, आज पहली बार मिलने गया। मेरा तो कोई निजी काम होता नहीं इसलिए साथियों मित्रों आसपास के आम आदमियों की समस्याओं को नोट करके ले जाता हूँ।
भगवान दास मौर्य कारपेंटर हैं। इनकी बाइक इनके घर से चोरी चली गई। एफआईआर दर्ज है। पुलिस बाइक बरामद नहीं कर पाई है। मैंने वादा किया है भगवान दास जी से कि आपको बाइक मिल कर रहेगी, भले कोई दूसरी बाइक आपको दिलवाई जाए।
सीपी लक्ष्मी सिंह जी बोलीं- “वही बाइक मिलेगी भगवान दास जी को, पूरा गैंग पकड़ेंगे”!

मेरे साथ भगवान दास जी भी गए थे सीपी से मिलने। वे गदगद! मैम ने 113 थाने के इंस्पेक्टर सर्वेश सिंह को फ़ोन लगाया और लंबा चौड़ा निर्देश दिया। हम लोग सुनते रहे।
“पूरा गैंग पकड़ो, जो चौकी इंचार्ज कमजोर दिखे, उसे हटाओ, भगवान दास को बाइक मिलनी चाहिए हर हाल में”

समस्या नंबर दो- ज़ी न्यूज़ के पत्रकार रहे जेपी सिंह जी अब नोएडा में फर्नीचर का शो रूम चलाते हैं। इनका दुकान मालिक तोड़फोड़ चोरी गाली गलौज इसलिए कर रहा क्योंकि वो दुकान ख़ाली करा के ज़्यादा दाम पर किसी दूसरे को देना चाहता है जबकि वो जेपी सिंह से रिटेन एग्रीमेंट कर चुका है कई वर्षों के लिए। चौकी थाने वाले सुन नहीं रहे। ये लड़ाई सन् इक्कीस से चल रही है। हर छह महीने पर दुकान मालिक कोई कांड कर देता है। ढेर सारे सीसीटीवी साक्ष्य के बावजूद एफआईआर दर्ज नहीं किया जा रहा।
सीपी लक्ष्मी सिंह जी ने अधीनस्थों को इस मामले की जाँच करा के रिपोर्ट तलब की है।
केस नंबर तीन- एक महिला की गाड़ी किसी दूसरी महिला की गाड़ी से भिड़ गई। तीस हज़ार रुपये हर्जाना एक महिला ने दूसरी महिला को दे दिया। सब सेटल हो गया। कुछ दिन बाद पैसे लेने वाली महिला ने पुलिस में शिकायत कर दी है। अब दूसरी महिला परेशान। पैसे भी दिये। अब केस भी झेलो।
इस मामले में लक्ष्मी सिंह जी ने अपने पीआरओ राजकुमार जी को संबंधित पक्षों से बात कर सुलह कराने का निर्देश थानेदार को देने को कहा।
चौथा मामला मेरी उस सोसाइटी का जहां नया नया शिफ्ट हुआ हूँ। आम्रपाली लेजर पार्क उस जगह के क़रीब ही है जहां लिफ्ट टूटने से कई मज़दूरों की जान चली गई थी। हमारी सोसाइटी में भी लिफ्ट भगवान भरोसे है। न इंटरकॉम है, न कैमरा न लिफ़्टमैन और न सिक्योरिटी गार्ड। सुरक्षा गार्ड तो मेन गेट पर भी मात्र दो तीन हैं जो किसी को रोकते टोकते नहीं। एनबीसीसी और वीसीएल ने लेजर पार्क के निवासियों को भगवान भरोसे छोड़ रखा है। मैंने लिफ्ट दुर्घटना की जाँच के दायरे में लेजर पार्क के लिफ्ट को भी लाने का अनुरोध किया जिसे उन्होंने बहुत सेंसेटिव मामला बताते हुए जाँच कराने का आश्वासन दिया।
लक्ष्मी जी लंबे समय तक लखनऊ में पदस्थ रहीं हैं। वे जनता से सीधे इंटरैक्ट करने के लिए जानी जाती हैं। महिलाओं और बच्चों के मुद्दे पर बेहद सक्रिय रहती हैं। दबंग अफ़सर के तौर पर पहचाने जाने वाली लक्ष्मी सिंह पीड़ितों के दुःख दर्द को देख कर भावुक हो जाती हैं। वे कहती हैं कि पीड़ित के साथ खड़े होना हमारा पहला काम है ताकि उसे एहसास हो सके कि वो अकेला नहीं है।

तस्वीर में पत्रकार Kanhaiya Shukla जी भी हैं जिन्होंने भारत24 चैनल के विशेष साक्षात्कार शो में शामिल होने के लिए सीपी को निमंत्रित किया। लक्ष्मी मैम ने बुके देकर हम लोगों का स्वागत किया। इस बुके को रास्ते में हम लोगों ने कारपेंटर भगवानदास जी को भेंट किया ताकि उनकी बाइक चोरी की पीड़ा कम हो सके!
जै जै
यशवंत भड़ास4मीडिया डाट काम के फाउंडर और एडिटर हैं.
उपरोक्त पोस्ट पर एफबी पर आईं ढेरों प्रतिक्रियाएं में से कुछ प्रमुख पढ़ें-
अधिवक्ता मनीष मिश्रा
Lko में थी मैडम, सबको टाइट रखती थी
दीपेन्द्र मिश्र
लक्ष्मी सिंह जी दबंग छवि के साथ बेहद संवेदनशील अधिकारी भी हैं। अपने जोन में आईजी के तौर पर सुखद अनुभव रहा उनके कार्यकाल का।
Sanjay Yadav
भइया लक्ष्मी सिंह जी जब एसपी विजिलेंस थी तब हम उन्नाव में थे तब मैम ने दही चौकी में एक फैक्ट्री में छापा मारा था। तब हमने मैम के तेवर देखे थे क्या डांट लगाई थी मैनेजर को
Pramod Kumar Pandey
न्यायप्रिय और संवेदनशील पुलिस अधिकारी लक्ष्मी सिंह जी का अभिनंदन!
मित्र पुलिसिंग जरूरी है। पुलिस का जनता से प्रत्यक्ष और आए दिन का संबंध है।
न्यायप्रियता सबसे बड़ी जरूरत और नागरिकता है।
Ram Dhani Dwivedi
यह हुआ न संतों जैसा काम।
Amrendra Rai
बहुत बढ़िया। आपकी गाड़ी दो सड़कों पर चल रही है। एक हरिद्वार वाली दूसरी सामाजिक सरोकार वाली। अब देखना है गाड़ी किस वाली रास्ते पर जाती है। आध्यात्मिक रास्ते पर या सामाजिक कार्यकर्ता वाले रास्ते पर।
Aurangzeb Azmi
सही है जरूरी भी है किसी की मदद हो जाए
अक्सर लोग कहेंगे की मैं अधिकारियो से काम नही कहता
Satyendra PS
बहुत बढ़िया। यही सब क्रांति है। क्रांति मचाए रहिए।
Manish Kumar Bhardwaj
आम आदमी छोटी छोटी समस्या में ही फसी है । उसको कनाडा, खालिस्तान, अडानी , अम्बानी , ड्रग्स ,सोना , पोर्ट पर आने वाले मुद्दे से कोई सरोकार नहीं है। यही बात राहुल जी को समझ नहीं आती
Anurag Chaturvedi
और मोदी को तो पूरे ज्ञान से आती है , है ना !
Binod Verma
113 me hi hamara CHAIN wala mamla bhi hai Yashwant bhai
Yashwant Singh
चलिए किसी दिन चलते हैं। आज थाने भी गया था।
Bhagvandas Mourya
Ser me Yashwant ji or Lakshmi Ji ki aprtim kripa hogi
Yashwant Singh
भगवान दास जी चिंता नहीं करने का… बाइक मिलेगी आपको …
Satish Jha
बहुत बढ़िया, आज पता चला कि आप पड़ोस में हीं रहते हैं। कभी मिलना चाहता हूं। आपके आदेश की प्रतीक्षा करुंगा।
Bhartendu Kumar Shukla
काश.. ऐसा सब सोंचते
Anupam Markandey
बहुत अच्छा काम करते हो भाई. आपकी सोच गज़ब है. शुभकामनायें.
Anurag Jagdhari
ऐसे भी पुलिस अफसर हो सकते हैं…. मानने में नहीं आ रहा। आप लिखते हैं तो यकीन करना पड़ता है। साधुवाद!
Rajendra singh
Bahut sundar apne janhit me achche kam kiye hai hardik bdhai bhai
Sanjaya Kumar Singh
वाह! स्वयंसेवकों को पता चलेगा कि बिना राष्ट्रीय हुए भी सेवा की जा सकती है
Comments on “नोएडा की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह से जनता की कई समस्याओं को लेकर मिलने पहुंचे भड़ास एडिटर यशवंत, जानें फिर क्या हुआ!”
यशवंत भैया को कोटि कोटि बधाई।
आप और कन्हैया शुक्ला की जोड़ी सदैव गरीबों की मदद करते हैं ।
यशवंत जी को मैने पहली बार पढा़। मन को असीम शांति मिली। यह तो दुःखद है ही कि पत्रकारिता राजनीति के पाखण्ड से ओतप्रोत है अथवा वायरल तरीके से प्रभावित है, उसी बीच यशवंत जी जैसी सुकून देने वाली शख्सियत का होना छोटी-मोटी बात नही है। तलवार को आप बैलेंस करें तो बैलेंसिंग प्वाइंट हत्थे के ही पास मिलता है। यशवंत जी को साधुवाद।
नेक कार्य। ईश्वर इसका फल देगा।