मुंबई में पिछले 6 वर्षों से राजस्थान पत्रिका के ब्यूरो कार्यालय में कार्यरत वरिष्ठ पत्रकार रोहित कुमार तिवारी को देशभर में लागू लॉकडाउन के दरमियान बगैर कोई ठोस कारण बताए निकाल दिया गया। यही नहीं, राजस्थान पत्रिका प्रबंधन यहां लाकडाउन में ब्यूरो कार्यालय बंद कर फरार हो गया।
पत्रिका द्वारा पत्रकार रोहित तिवारी से अपना फुल एंड फाइनल हिसाब करने का भी दबाव बनाया गया। वहीं इस मामले में उचित न्याय पाने को लेकर पत्रकार रोहित कुमार तिवारी ने महाराष्ट्र कामगार आयुक्त के यहां शिकायत की।
इस पर लेबर कमिश्नर की ओर से पत्रकार रोहित तिवारी को मजीठिया वेज बोर्ड के तहत बकाया देने समेत उन्हें पूर्व की तरह पुनः काम पर रखने से संबंधित नोटिस राजस्थान पत्रिका को भेज दिया गया है। राजस्थान पत्रिका को अपने सभी जरूरी कागजात और कर्मचारियों की सूची के साथ आने का निर्देश दिया गया है।
इस मामले का निर्णय 19 अगस्त को मुम्बई के बांद्रा स्थित लेबर कमिश्नर ऑफिस में किया जाएगा। इस दरमियान राजस्थान पत्रिका की ओर से आला अधिकारी के अलावा रोहित तिवारी की ओर से नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट महाराष्ट्र की अध्यक्ष शीतल करदेकर भी उपस्थित रहेंगी।
आपको बता दें कि लाकडाउन में राजस्थान पत्रिका ने अपने मुम्बई ब्यूरो में कई लोगों को नौकरी से निकाल दिया है।
शशिकांत सिंह
पत्रकार और मजीठिया क्रांतिकारी
9322411335