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सलमान खान अवैध बेल के खिलाफ पीआईएल : मीडिया ने की भरपूर कवरेज, देखें किसने क्या छापा और दिखाया…

Yashwant Singh : खोजी पत्रकार दीपक शर्मा इन दिनों एक जुझारू टीम के साथ मीडिया में नया, जमीनी और बड़ा प्रयोग कर रहे हैं. बिना बड़ी पूंजी के वह मिशनरी भाव से एक छोटे से कमरे के जरिए ‘इंडिया संवाद’ नामक वेबसाइट संचालित कर रहे हैं. साथ ही यूट्यूब पर इंडिया संवाद नामक चैनल चला रहे हैं. सलमान खान को अवैध तरीके से जमानत दिए जाने के खिलाफ दायर पीआईएल को लेकर आयोजित मीडिया से बातचीत के कार्यक्रम में ‘इंडिया संवाद’ की टीम पहुंची. टीम के अगुवा वरिष्ठ पत्रकार नाजिम नकवी जी थे. उन्होंने विस्तार से बातचीत मुझसे और मेरे वकील उमेश शर्मा जी से की. नाजिम नकवी ने फौरन रिपोर्ट फाइल की और संबंधित वीडियो यूट्यूब पर अपलोड करा दिया. इंडिया संवाद पर प्रकाशित खबर गूगल सर्च में टॉप पर आने लगी. आप भी पढ़िए इंडिया संवाद में क्या छपा और क्या दिखाया गया…

Journalist files PIL in apex court, challenges relief given to Salman Khan

Yashwant Singh : खोजी पत्रकार दीपक शर्मा इन दिनों एक जुझारू टीम के साथ मीडिया में नया, जमीनी और बड़ा प्रयोग कर रहे हैं. बिना बड़ी पूंजी के वह मिशनरी भाव से एक छोटे से कमरे के जरिए ‘इंडिया संवाद’ नामक वेबसाइट संचालित कर रहे हैं. साथ ही यूट्यूब पर इंडिया संवाद नामक चैनल चला रहे हैं. सलमान खान को अवैध तरीके से जमानत दिए जाने के खिलाफ दायर पीआईएल को लेकर आयोजित मीडिया से बातचीत के कार्यक्रम में ‘इंडिया संवाद’ की टीम पहुंची. टीम के अगुवा वरिष्ठ पत्रकार नाजिम नकवी जी थे. उन्होंने विस्तार से बातचीत मुझसे और मेरे वकील उमेश शर्मा जी से की. नाजिम नकवी ने फौरन रिपोर्ट फाइल की और संबंधित वीडियो यूट्यूब पर अपलोड करा दिया. इंडिया संवाद पर प्रकाशित खबर गूगल सर्च में टॉप पर आने लगी. आप भी पढ़िए इंडिया संवाद में क्या छपा और क्या दिखाया गया…

Journalist files PIL in apex court, challenges relief given to Salman Khan

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New Delhi: Bollywood actor Salman Khan’s 5 minute bail decision has been finally challenged in the Supreme Court. A Public Interest Litigation (PIL) was on Wednesday filed in the Indian Supreme Court challenging the Bombay High Court’s verdict that suspended Salman’s five-year sentence. The PIL was filed by Yashwant Singh, a media professional, who said that the judicial system is being “manipulated” by the rich and famous. He argued that the sessions court passed the order of conviction and the order of sentencing on the same day, which is in violation of the judgement of Supreme Court.

पूरी खबर पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें: http://goo.gl/1V0W2I

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‘इंडिया संवाद’ टीम द्वारा तैयार वीडियो देखें : https://goo.gl/g4f0Da


समाचार एजेंसी पीटीआई की तरफ से संबंधित खबर रिलीज की गई जिसे देश के लगभग सारे अखबारों ने समस्त एडिशन में प्रमुखता से छापा. कुछ अखबारी कटिंग इस प्रकार हैं…

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ईटीवी ने बिग ब्रेकिंग करके इस न्यूज को अपने यहां फ्लैश किया.. देखें वीडियो…

https://www.youtube.com/watch?v=YnbUxppbxnY

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Yashwant Singh : सलमान खान को अवैध तरीके से जमानत देने के खिलाफ पत्रकार Yashwant Singh की तरफ से अधिवक्ता Umesh Sharma ने सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर की। याचिका डायरी नंबर 16176/2015 है।

पूरी खबर यहां है : http://goo.gl/btb3uG
पूरी याचिका यहां है : http://goo.gl/kJgpaI

याचिका पर पत्रकार यशवंत सिंह और अधिवक्ता उमेश शर्मा के बयान इन वीडियो लिंक पर क्लिक करके देख सुन सकते हैं:
1- https://goo.gl/efqsMc
2- https://goo.gl/Q0xghP
3- https://goo.gl/0lp1Vv

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Yashwant Singh : कई मित्रों ने मेरे ह्वाट्सएप पर इंडिया न्यूज, ईटीवी आदि पर चली खबरों के वीडियो अपने मोबाइल से शूट कर भेजे हैं. सलमान खान को अवैध तरीके से दी गई जमानत के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दायर जनहित याचिका से संबंधित सूचना / खबर को सोशल मीडिया व इंटरनेट पर भी जमकर तवज्जो मिल रही है. इसके लिए आप सभी साथियों का आभार.

सलमान खान को जमानत मिलने के बाद पूरा सोशल मीडिया न्यायपालिका के खिलाफ नकारात्मक भाव से भरा हुआ था. हर कोई कोर्ट के चाल चरित्र चेहरे को कोस रहा था. उसी वक्त मुझे लगा कि कुछ करना चाहिए. सिर्फ सोच लेना ही पर्याप्त नहीं होता. सोचे हुए को कर गुजरने के लिए बहुत मेहनत करनी होती है. लेकिन जब Umesh Sharma जी जैसा तेजतर्रार वकील साथ हो तो कोई दिक्कत ही नहीं. मैंने ट्रायल कोर्ट, अपील और हाईकोर्ट के फैसले की कापी मुंबई से अरेंज की. उमेश भाई साहब ने फैसले की इन प्रतियों को पाते ही रात रात भर जागकर कठिन मेहनत से पीआईएल तैयार कर दी. इसके एवज में मेरे से इन्होंने एक पैसे भी नहीं लिए. इसे कहते हैं एक जैसे मन मिजाज वालों का मिलना. यह पूरा काम मिशनरी यानि सरोकारी भाव-भंगिमा के कारण बेहद कम समय में और बिना किसी खर्च के संभव हो पाया. यहां तक कि स्टेशनरी कागज फाइलिंग आदि के जो पैसे लगे, उसे भी उमेश जी ने ही अपनी जेब से दिया. मैंने तो सिर्फ सिग्नेचर मारा ढेर सारे कागजों पर. उमेश शर्मा जी ने मजीठिया वेज बोर्ड को लेकर लड़ रहे सैकड़ों पत्रकारों की तरफ से दर्जनों मीडिया मालिकों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की हुई है. इस काम में भी उन्होंने भड़ास की तरफ से सिर्फ एक आवाज लगाने पर ही सपोर्ट करने / साथ देने का फैसला कर लिया था. थैंक्यू उमेश सर.

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भड़ास के एडिटर यशवंत के फेसबुक वॉल से.

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