दशहरा के वक्त प्रभात खबर ने अपने पुलआउट में ऐसी हेडलाइन दे दी है जिसे देखकर लोग दिन भर एक दूसरे से चर्चा करते रहे। प्रभात खबर ने अपने पुलआउट ‘लाइफ एट पटना’ के दस अक्तूबर के अंक में ‘सच्चाई के ऊपर बुराई की जीत’ दिला दिया है।
सबसे बड़ी बात यह है कि इतनी बड़ी गलती होने के बाद भी प्रभात खबर प्रबंधन ने कोई माफीनामा नहीं छापा। दैनिक भास्कर में ऐसी ही गल्ती हुई तो वहां एक माफीनामा छापकर ईमानदारी से अपनी गलती कुबूल कर ली गई थी। लेकिन प्रभात खबर शायद अपने पाठकों को बेवकूफ समझने लगा है। तभी तो उसने अब तक अपनी गलती पर कोई सफाई या माफीनामा पेश नहीं किया।
Comments on “प्रभात खबर में दशहरा के मौके पर गलत हेडिंग छप गई!”
माफी दैनिक भास्कर पटना यानी डीबी कॉर्प ने नही माँगी,उस गलती का ठीकरा जबलपुर वाले भास्कर पर डाल दिया ,उसने माफी मांगी है, जबकि बहाकर भोपाल में भी यह हुआ ,मेरे पास उस दिन की oringinal अखबार है ,पर भड़ास पर इमेज अपलोड का ऑप्शन नही है।
महोदय
*सच्चाई पर बुराई की जीत* किस हेडिंग में लिखा हुआ है??