लोनी (गाजियाबाद)। उत्तर प्रदेश में अपराधियों के हौसले दिनों-दिन बुलंद होते जा रहे हैं। अपराधी बिना किसी डर के पहले अपराध करते हैं और बाद में पीड़ित को जान से मारने तक की धमकी दे डालते हैं। ताज़ा मामला गाजियाबाद के लोनी इलाके में रहने वाले एक पत्रकार से जुड़ा है। पत्रकार के घर ईद के दिन लाखों की चोरी हो गई थी। पत्रकार ने चोरी के संबंध में पुलिस में मामला दर्ज करवाया तो परिवार सहित जान से मारने की धमकी मिलने लगी।
पीड़ित पत्रकार रहीसुद्दीन ने इस संबंध में लोनी थाना स्थित समाधान दिवस में एसडीएम केशव कुमार, सीओ बार्डर अरविंद कुमार यादव के समक्ष अपराधियों पर शिकंजा कसने की गुहार लगाई। सीओ बार्डर ने मामले को तुरंत संज्ञान में लेते हुए जांच अधिकारी भानु प्रताप सिंह को हटाकर जांच का जिम्मा सब इंस्पेक्टर दानवीर सिंह को सौंप दिया। क्योंकि मामले में दो सप्ताह बाद भी जांच अधिकारी के हाथ खाली हैं।
रहीसुद्दीन ने पत्रकारों को बताया कि घर में चोरी हो जाने के बाद उसने पुलिस में मामला दर्ज करवाया था। उसको अविनाश कौर पत्नी निरंजन सिंह, सुखदेव उर्फ सुख्खी पुत्र निरंजन सिंह और महिपाल आदि लोगों के चोरी में शामिल होने का शक़ है। पिछले दिनों महिपाल ने गली में खड़े होकर चोरी में नाम आने की एवज़ में पीड़ित परिवार को जान से मारने की धमकी दी थी। उस समय अविनाश कौर, सुखदेव उर्फ सुख्खी भी उसके साथ मौज़ूद थे।
गौरतलब है कि 29 जुलाई को रहीसुद्दीन के घर में चोरी हो गई थी। चोरों ने लाखों रुपये के माल पर हाथ साफ कर दिया था। इस संबंध में रहीसुद्दीन ने एक सप्ताह पहले गाजियाबाद के एसपी क्राईम राम नयन यादव से भी मुलाक़ात कर मामले का जल्द ख़ुलासा करवाने की गुहार लगाई थी। एसपी ने पीड़ित पत्रकार को मामले का जल्द ख़ुलासा करने का भरोसा दिया था। लेकिन एसपी के आश्वासन के बाद भी नतीज़ा सिफर है। पुलिस कार्यवाई में ढीला रवैया अपनाते हुए मामले में जांच के नाम पर खानापूर्ति कर रही है। पुलिस की इस कार्यशैली से पीड़ित पत्रकार दुखी है।
रहीसुद्दीन द्वारा सीओ को लिखा पत्र:
सेवा में, दिनांक- 16 अगस्त 2014
श्रीमान क्षेत्राधिकारी साहब,
समाधान दिवस, थाना लोनी,
लोनी, गाज़ियाबाद, (उ. प्र.) 201102.
विषय: पत्रकार के घर चोरी के मामले में गंभीरता से पुलिस कार्रवाई करने के संबंध में अपील।
महोदय,
मैं रहीसुद्दीन अपने माता-पिता, दो भाई और एक बहन के साथ लोनी थाना क्षेत्र के 455, बी-ब्लॉक, ऱाज इंटर कॉलिज़ वाली गली, संगम विहार में रहता हूं तथा न्यू देहली पोस्ट समाचार पत्र में बतौर पत्रकार कार्यरत हूं।
दिनांक 29 जुलाई 2014 को ईद वाले दिन मेरे घर में चोरी हो गई। मेरे घर में रखा सामान जिसमें 9 तोले सोने के आभूषण, डेढ़-दो किलो चांदी के आभूषण, 35 हज़ार रुपये कैश, 4 गैस सिलेंडर (इंडियन और भारत कंपनी) और एक कंम्प्यूटर सैट (21 इंच LED, की-बोर्ड, 2 माउस, डयूल कॉर सीपीयू, इंटैक्स का यूपीएस, ऑफिस का डाटा, सारे भाई-बहनों के शिक्षा संबंधी दस्तावेज़ों की स्कैन फाईलें) आदि सामान को चोर चुराकर ले गये।
इस संबंध में मैंनें दिनांक 30 जुलाई 2014 को लोनी थाने में मामला दर्ज कराने के लिए तहरीर दी। थाने में उस दिन मेरा मामला दर्ज नहीं किया गया। मेरा मामला काफी कहने-सुनने के बाद 31 जुलाई 2014 को 24 घंटे से ज्यादा समय के बाद दर्ज किया गया।
मामला दर्ज करने के कई दिन बाद तक पुलिस ने मेरे मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। तब मैंनें दिनांक 07 अगस्त 2014 को एसपी क्राईम (गाजियाबाद) राम नयन यादव जी से मुलाक़ात की और अपने मामले में गंभीरता से जांच करने के संबंध में लिखित अपील की। उन्होंनें मुझे मामले में गंभीरता से जांच कराते हुए जल्द ख़ुलासा करने का आश्वासन दिया। लेकिन एसपी क्राईम साहब से अपील करने के बाद भी पुलिस ने मेरे मामले को गंभीरता से नहीं लिया।
महोदय, मुझे व मेरे परिवार को जान से मारने की धमकी भी मिल रही हैं। दिनांक 05 अगस्त 2014 को महिपाल नामक व्यक्ति ने मेरे घर के सामने गली में खड़े होकर गाली-गलौच करते हुए मुझे व मेरे परिवार को जान से मारने व मरवाने की धमकी दी। उस समय महिपाल के साथ अविनाश कौर पत्नी निरंजन सिंह, सुखदेव उर्फ सुख्खी पुत्र निरंजन सिंह मौज़ूद थे। ये सब नज़ारा मैं और मेरा परिवार अपने घर की छत से देख रहा था। मैंनें धमकी वाली बात को अपने मामले के जांच अधिकारी भानु प्रताप सिंह को भी बताया था।
मुझे अपने घर में हुई चोरी में अविनाश कौर पत्नी निरंजन सिंह, सुखदेव उर्फ सुख्खी पुत्र निरंजन सिंह और महिपाल आदि लोगों पर चोरी में शामिल होने का शक़ है।
महोदय, मेरे घर में चोरी की वारदात हुए दो सप्ताह से ज्यादा समय हो गया है लेकिन पुलिस के हाथ अभी तक खाली हैं। पुलिस कार्रवाई करने के नाम पर सिर्फ ढुलमुल रवैया अपनाते हुए खानापूर्ति कर रही है। आजकल मैं और मेरा परिवार डर के साये में जी रहा है।
अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि आप मेरे मामले में तत्काल संज्ञान लें और जल्द से जल्द पुलिस कार्रवाई करवाकर अपराधियों को पकड़ें तथा मुझे न्याय दिलवायें। मैं आपका सदैव आभारी रहूंगा.
अपीलार्थी-
रहीसुद्दीन
[पत्रकार- न्यू देहली पोस्ट समाचार-पत्र]
पुत्र मो. हारुन
निवासी- 455, बी-ब्लॉक, राज इंटर कॉलिज़ वाली गली,
संगम विहार, लोनी गाजियाबाद- 201102.
मोबाईल नंबर- 9555023323
थाना—लोनी.
एफआईआर संख्या- 1280.
रोजनामचा संख्या- 42.
मामला दर्ज होने की दिनांक- 31 जुलाई 2014.
संलग्न-
1. तहरीर की कॉपी.
2. FIR की फोटो कॉपी.
3. एसपी क्राईम से की अपील की कॉपी.
4. समाचारपत्रों में प्रकाशित ख़बरों की कॉपी.
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