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दर्शकों को अब आजतक पर भी रिपब्लिक भारत जैसी अतिआक्रामकता दिख सकती है!

-परमेंद्र मोहन-

हिंदी टीवी न्यूज़ चैनलों की टीआरपी में आज बड़ा धमाका हुआ है। रिपलब्लिक भारत नंबर 1 बन गया है, जबकि आजतक इस हफ्ते दूसरे नंबर पर खिसक गया है। मैंने इसे धमाका इसलिए कहा क्योंकि आजतक हमेशा से नंबर 1 चैनल रहा है और साल के 52 हफ्तों में से कुल मिलाकर 12 हफ्ते भी दूसरे चैनलों को नंबर 1 पर आने का मौका नहीं देता। धमाका कहने की दूसरी वजह ये है कि आजतक को जिस चैनल से ख़तरा महसूस हो रहा था, वो टीवी 9 भारतवर्ष है, जिसने कदम दर कदम सबको मात देकर टॉप 3 स्लॉट में जगह बना रखी है, लेकिन इस हफ्ते रिपब्लिक ने शून्य दशमलव 4 अंक यानी 0.4 अंक की बढ़त के साथ फिनिशिंग लाइन पहले छू लिया। तीसरे नंबर पर टीवी 9 भारतवर्ष है और टॉप 5 के अन्य दो चैनल हैं चौथे पर इंडिया टीवी और पांचवें पर टीवी 18 इंडिया।

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रिपब्लिक और टीवी 9 भारतवर्ष दोनों बमुश्किल साल-डेढ़ साल पुराने न्यूज़ चैनल हैं, जिन्होंने ज़ी न्यूज़ और एबीपी जैसे स्थापित चैनलों को टॉप 5 से बाहर कर रखा है। वैसे तो रिपब्लिक और ज़ी न्यूज़ का एक ही पैटर्न है, विस्तार से कहने की मुझे ज़रूरत नहीं, आप समझते हैं, लेकिन रिपब्लिक के ऊपर चढ़ने और ज़ी के नीचे उतरने की वजह है रिपब्लिक की अति आक्रामकता।

दूसरी ओर, आजतक को अब तक खुद के ब्रांड के रूप में स्थापित होने का फायदा मिलता रहा है, आक्रामकता कम है, लेकिन पिच कमोबेस वही है, जो रिपब्लिक की है। टीवी 9 भारतवर्ष की बात करें तो इसने ख़बरों को अलग अंदाज़ में दिखाकर अपनी पहचान बनाई है और कई मसलों पर दूसरे चैनलों को अपनी पिच पर आने को भी मज़बूर किया है। इंडिया टीवी अपने पुराने पैटर्न पर ही है, बदलाव ज्यादा नहीं दिख रहा और उसकी कवरेज़ सिर्फ उन्हीं दर्शकों को ज्यादा समझ आती है, जो हमेशा से उससे जुड़े हुए हैं। इनमें थोड़ा भी छिटकते हैं तो चैनल नीचे खिसकता है और बने रहे तो ये नंबर 2-3 पर लौट आता है।

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इस टीआरपी का असर ये होगा कि अब दर्शकों को आजतक पर भी रिपब्लिक जैसी अतिआक्रामकता दिख सकती है, वजह ये कि इस चैनल को ज्यादा वक्त तक नंबर 2 रहने की कभी आदत नहीं रही। एक बार 10-12 साल पहले एबीपी से शायद 6 हफ्ते तक पीछे रहा था, जहां से बेनज़ीर भुट्टो की हत्या की कवरेज़ इसे वापस नंबर 1 पर खींच लाया था।

साल-दो साल पहले ज़ी न्यूज़ ने दो-चार हफ्ते नंबर 2 पर धकेला था, लेकिन इसने फिर वापसी कर ली। ऐसे में रिपब्लिक इसे नंबर 2 पर लगातार बनाए रखता है तो निश्चित रूप से बहुत बड़ी सफलता होगी। दूसरी ओर मौजूदा नंबर 3 और नंबर 1 का एक और प्रबल दावेदार, टीवी 9 भारतवर्ष को अब दोहरा लक्ष्य साधना होगा, जिसमें एक ओर रोजाना ट्रेंड होने वाले अर्णब का रिपब्लिक भारत है तो दूसरा ओर दिग्गज अरुण पुरी का स्थापित ब्रांड आजतक। रिपब्लिक में बड़ी संख्या में हमारे मित्रगण और पूर्व सहकर्मी हैं, उन सभी को बहुत-बहुत बधाई।

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टीवी पत्रकार परमेंद्र मोहन की एफबी वॉल से।

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1 Comment

1 Comment

  1. योगेन्द्र सिंह

    August 23, 2020 at 8:56 am

    नकल करने एवं पुछ लगू बन्ने से अपनी खोई हुई जमीन नही पकड़ पाएगा यह चैनल इनको अपने उन रिपोटिंग बाजो पर रोक लगानी चाहिए जो अन्य दूसरों के लिए इन की खबरें आदान प्रदान करते हुए दूसरों के लिए भी रिपोटिंग कर रहें हैं और कुछ ऐसे भी है जो घर मे बैठ कर पत्रकारिता कर रहें हैं। और यह बात सिर्फ आज तक में ही नहीं अधिकांश TRP में मात खा रहे चैनलों के रिपोटर और और चैनलों में भी काम कर रहे हैं।

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