.… अब योगकारिता के जरिए ‘सेवा’ करेंगे संतोष
संतोष राय ने 15 वर्ष 6 महीने 21 दिन देने के पश्चात् सहारा समय के राष्ट्रीय न्यूज चैनल से इस्तीफा दे दिया है। पत्रकारिता फिल्ड को छोड़कर अब वे योग के जरिए लोगों को शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य देने का काम करेंगे। एसोसिएट प्रोड्यूसर के पद पर कार्यरत रहे संतोष राय ने आउटपुट की लगभग सभी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया। वे वर्ष 2008 में पुण्य प्रसून वाजपेयी की टीम का हिस्सा बने थे और तब से सहारा समय को अपनी सेवा दे रहे थे।

वर्ष 2017 में योग से जुड़े तो योग के होकर रह गए। वे कहते हैं – “अधिक से अधिक धन कमा लेने, अधिक से अधिक साधन-संसाधन जुटा लेने और बड़े से बड़े पद पर बैठ जाने पर भी वह सुख नहीं मिलेगा जो मुझे योग से मिला है।”
वे कहते हैं – योग दरअसल बीमारी ठीक करने की विद्या नहीं है बल्कि यदि आप योग करते हैं तो कभी बीमार नहीं होंगे। और निरंतर साधना करते रहते हैं तो यही योग मुक्ति के मुहाने तक पहुँचा देगा जो अध्यात्म का सार है।
आज की यह सच्चाई है कि पत्रकारिता से जुड़ा हर व्यक्ति चाहे वह छोटे पद पर हो या बड़े सब मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं। उसका नतीजा आज हार्टअटैक के रूप में सामने आ रहा है।
दुनिया में डेढ़ लाख लोग हर रोज मरते हैं जिसमें पचास हजार हार्ट अटैक से मौतें हो रही हैं। और हार्ट अटैक से मरने वाले लोगों में भारत सबसे ऊपर है।
देखा जाए तो दुनिया की खबर लेने वाले पत्रकारों की खबर लेने वाला आज कोई नहीं है। मैं उन सभी पत्रकार भाइयों से अपील करूँगा कि धन के पीछे भागना छोड़कर शुकून के पीछे बस चल पड़ें- जीवन निरामय, सुखमय और शांतिमय बीतेगा। मैं उन सभी की नि:स्वार्थ मदद करने के लिए तैयार हूँ जो किंकर्तव्यविमूढ़ हैं – जिन्हें नहीं पता कि जन्म लिया क्यों है और जीवन का उद्देश्य क्या है?
