प्रियंका गांधी के निजी सहायक संदीप सिंह के खिलाफ एबीपी गंगा संवाददाता नीतीश पांडेय ने रिपोर्ट दर्ज करा दी है. नीतीश पांडेय की तहरीर पर सोनभद्र में संदीप के खिलाफ आईपीसी की धारा 323 (जानबूझ कर किसी को चोट पहुंचाना, साधारण मारपीट और किसी को चांटा मारना) और 506 (धमकाने) के तहत मामला दर्ज किया गया है. इस बीच, प्रियंका की मीडिया कोआर्डिनेशन टीम से जुड़े पंकज शंकर ने पत्रकार को धमकाने के मामले में संदीप की ओर से माफी मांगी है.
सोनभद्र के घोरावल कोतवाली क्षेत्र के उभ्भा गांव में प्रियंका गांधी नरसंहार के पीड़ितों से मिलने के बाद वापस लौट रहीं थीं. कार्यक्रम कवरेज करने गए मीडिया कर्मी नीतीश पांडेय के सवाल पूछने के दौरान प्रियंका के निजी सचिव संदीप से विवाद हो गया. इस मामले की तहरीर मीडिया कर्मी ने घोरावल कोतवाली पुलिस को दी थी. इसके आधार पर पुलिस ने बुधवार की सुबह निजी सचिव संदीप सिंह पर धारा 323 व 506 के तहत मारपीट व गाली-गलौज का मामला दर्ज कर लिया.
एबीपी गंगा के पत्रकार नीतिश कुमार पांडेय के मुताबिक वह समाचार कवरेज व प्रियंका से बातचीत करने के लिए काफिले के पीछे जा रहे थे. एक स्थान पर प्रियंका से वह धारा 370 के संबंध में सवाल पूछ बैठ. इस दौरान साथ चल रहा उनका निजी सचिव संदीप सिंह भड़क गया और मारपीट करने लगा. इसके साथ ही कैमरा पर्सन के साथ भी अभद्रता करते हुए कैमरे पर हाथ लगा दिया. हालांकि वहां मौजूद अन्य लोगों ने बीच-बचाव करते हुए मामले को शांत कराया.
ज्ञात हो कि संदीप सिंह प्रतापगढ़ के निवासी हैं. यह वामपंथी छात्र संगठन आइसा की तरफ से जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. वर्ष 2005 में जेएनयू में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के एक कार्यक्रम के दौरान उन्हें काला झंडा दिखाकर चर्चा में आये थे. इसके 14 साल बाद वे प्रियंका गांधी के निजी सचिव बन गए. बताया जाता है कि प्रियंका के हर दौरे में यह शख्स पत्रकारों और कार्यकर्ताओं के साथ दुर्व्यवहार के लिए जाना जाता है.
देखिए इस प्रकरण पर दो पत्रकारों की प्रतिक्रियाएं-
Abhishek Upadhyay : ये प्रियंका गांधी के नए मैनेजर संदीप सिंह की जून 2011 की तस्वीर है। जब वे रांची में तब के HRD मिनिस्टर कपिल सिब्बल की प्रेस कॉन्फ्रेंस में घुस गए थे। उन्होंने “कांग्रेसी भ्रष्टाचार” पर सवाल पूछा था और उसके बाद “कांग्रेसी गुंडों” ने उन्हें यूँ पीटा था। इतिहास वही है, बस किरदार बदले हैं। तब संदीप गुंडागर्दी के पीड़ित थे, आज प्रतीक।
Sheetal P Singh : ABP news के पंकज झा ने बीते लोकसभा चुनाव में अमित शाह जी से अपने मन का सवाल पूछने की हिमाक़त की थी! वे गोरखपुर में रोड शो कर रहे थे। वीडियो देखें कि जब अमित शाह ने वांछित प्रसंग से हटकर सवाल पूछने पर एबीपी न्यूज़ के पंकज जी को अपने सहकर्मी को सौंपा तो पंकज जी कैसे कान पूंछ गिराकर भाग खड़े हुए! आज यही एबीपी न्यूज़ प्रियंका गांधी के सचिव से हुई प्रायोजित मौखिक कुश्ती वायरल करके क्रांतिकारी बन रहा है! थोड़ी फूहड़ तो है पर देसी कहावत है- कमजोर पर कूकुर भी शेर हो लेता है! एक और- निमरे की लुगाई सारे गॉव की भौजाई! कृपया बेवजह तूल देकर मामले को मज़ाक़ न बनवाइये!
Abhishek Parashar : प्रियंका गांधी से सवाल पूछने पर जिस गुंडे ने पत्रकार के साथ हेकलिंग की है, वह कोई और नहीं AISA का पूर्व नेता और अब कांग्रेस के लिए काम कर रहा मवाली है. बीच में इसके आम आदमी पार्टी में जाने की खबर आई थी. एक बार झारखंड में दूसरी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जानवरों की तरह मारा था, (शायद NSUI के कार्यकर्ताओं ने, ठीक से याद नहीं आ रहा) जिसका हम सभी ने विरोध किया था. लेकिन अब यह मवाली उसी गुंडई पर उतर आया है.
पत्रकार को तो पता नहीं, लेकिन यह व्यक्ति कांग्रेस के पे-चेक पर जी रहा है और इसमें कोई बुराई भी नहीं है. कांग्रेस के घोषणापत्र में कुछ ऐसे मुद्दे थे, जिसे इसने एक मशहूर जातिवादी चिंतक के कहने पर उसे हूबहू छापा गया था और इस काम में भी इसकी भूमिका थी शायद. कांग्रेस का नेतृत्व विशेषकर राहुल और प्रियंका, लगातार ऐसे फैसले (विशेषकर यात्रा के संदर्भ में) ले रहे हैं, जो पार्टी के लिए घातक साबित हो रहा है. और ऐसा ही एक फैसला सोनभद्र मामला है, जिसमें प्रियंका की यात्रा के दौरान यह व्यक्ति गुंडई करता नजर आया. हो सकता है कि इसी की सलाह रही हो.
Ameesh Rai : मुझे नहीं पता कि संदीप सिंह कांग्रेस में किस पोस्ट पर हैं, लेकिन जिस पर भी हैं, उन्हें तुरंत निकाल देना चाहिए। लेकिन मैं आपकी तरह अंधा भी नहीं हूं सर। इसलिए एकतरफा बात नहीं लिख सकता। जैसी पत्रकारिता आप कर रहे हैं, वो दिन दूर नहीं जब हम लोगों को चौराहे पर पीटा जाएगा। आप स्टूडियो में एजेंडा सेटिंग करेंगे, एक राष्ट्रीय पार्टी को देशविरोधी ठहराने की तिकड़म करेंगे। नरसंहार के पीड़ितों के बीच पहुंची नेता से अनुच्छेद 370 पर सवाल करेंगे और वो भी तब जबकि वो मना कर रही है बार-बार। दिन भर भाजपा का अजेंडा चलाएंगे तो मेरा मानना है कि विपक्ष अभी कुछ ज्यादा ही सहिष्णुता बरत रहा है आपके साथ। आप लोगों ने पत्रकारिता के मूल्यों की माचिस लगा दी है सर।
Ashish Awasthi : प्रियंका गांधी से जुड़ा एक वीडियो वायरल हो रहा है। दरअसल एक रिपोर्टर ने प्रियंका से आर्टिकल 370 से जुड़ा सवाल किया जिसपर कांग्रेस के कार्यकर्ता ने पत्रकार को धमकाया। पत्रकार को धमकाना गलत है लेकिन। यार अब हर जगह माइक घुसा कर 370 का ही सवाल पूछोगे तो कोई भी बिफर जाएगा। 370 का सवाल दिल्ली मुंबई लखनऊ में ही अच्छा लगता है। संसद का सत्र चला वहां पूछ लेते। मीटिंग हुई वहां पूछ लेते। इन्टरव्यू शेड्यूल कर लेते और पूछ लेते 370 का सवाल।
370 का सवाल कहां पूछ रहे हो? सोनभद्र में जहां अभी कुछ दिन पहले दर्जनों लोगों का नरसंहार हुआ। यहां तो कायदे से पूछते कि इस मामले पर प्रियंका जी आपकी पार्टी ने संसद में क्या किया। क्या ये आपके लिए सत्ता में वापस आने का मुद्दा भर है। उम्भा मामले में आपालोग आगे क्या कर रहे हैं। उम्भा मामले में तेजी दिखाने के बाद आप सुस्त पड गईं। किसान परेशान हैं उनके लिए विपक्षी पार्टी के तौर पर आप क्या कर रही हैं। कुछ काम दिल्ली के अपने साथियों के लिए छोड़ दीजिए। अब सोनभद्र में भी आपको आर्टिकल 370 की ज्यादा चिंता है। संदीप सिंह के वाहियात बर्ताव गलत हैं लेकिन दिक्कत आपके गैर जरूरी सवाल और उसकी टाइमिंग में भी हैं। दिक्कत यह भी है कि इस वक्त हर दूसरा आदमी यू एन और आर्टिकल 370 का विशेषज्ञ हो गया है।
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