मेरी पत्नी मंजु के एक ताउजी थे श्री बलदेव राम तुली। विवाह नहीं किया। एक दम संत स्वाभाव। घर में किसी से पानी का गिलास मांगने में भी संकोच होता था। एक आध्यात्मिक पुरुष ने भी बताया था कि ये तो मरणोपरांत भी अपना कोई काम नही कराएंगे ऐसा ही हुआ। लगभग 71 वर्ष की आयु में, एक दिन, अचानक वे लापता हो गए। ढूंढने के सब प्रयत्न असफल ही रहे। 7 वर्ष की लम्बी प्रतीक्षा के बाद परिवार ने भी मान लिया कि संभवतः वे अब नही रहे। उनकी काफी संपत्ति थी। सब भाई-बहनो ने फैसला किया कि वे समाज के थे उनकी संपत्ति भी समाज को ही दान कर दी जाये। उनकी ग्वालियर की ज़मीन व उनका धन अदालत की अनुमति से सेवा भारती, ग्वालियर, को दान में दे दिए गए।
बाद में एक बैंक में 1,06,000.00 और मिल गए। पुनः अदालत आदेश लिया और 25 फरवरी 2015 को, उनके भाई मेरे श्वसुर श्री हेमराज तुली व मेरे साले शेखर तुली के साथ मंडोली के सेवा भारती सेवा धाम विद्या मंदिर विधालय में जाकर प्रधानाचार्य श्री राजकुमार शर्मा जी को सौंप दिया। वह विलोपी संत अपना सब संचय समाज को सौंप कर अकिंचन हो गया। केवल स्मृति शेष रही। सेवा धाम विद्या मंदिर स्वयं में एक लघु भारत है। पूर्वोत्त्तर भारत के आठों राज्यों सहित लगभग 21 राज्यों के 200 से 250 बच्चो के भविष्य निर्माण का कार्य यहाँ चल रहा है। दसवीं बारहवीं के परीक्षा परिणामों में लगभग 70% विद्यार्थी प्रथम श्रेणी प्राप्त करते है। फूटबाल, वॉलीबाल, बास्केट बॉल में राष्ट्रीय स्तर के खिलाडी सेवाधाम से निकलते है। विद्याभारती की खेल प्रतियोगिताओं में इस वर्ष फुटबॉल में भारत में प्रथम स्थान, एथेलेटिक्स वॉलीबाल में उत्तर क्षेत्र में प्रथम और बास्केटबॉल में द्वितीय स्थान, – सेवाधाम विद्या मंदिर के विद्यार्थियों ने प्राप्त किया है। अनुशासन भी आश्चर्य चकित करने वाला है। यहाँ विद्यार्थिओं की अपनी एक संसद है जिसका अध्यक्ष भी है और विद्यालय का प्रधानमंत्री भी। यह संसद प्रशासनिक कार्य भी बड़े प्रभावी ढंग से करती है। बिजली की बचत सम्बन्धी फैसला लेकर इस संसद ने बिजली के मासिक बिल को 1 लाख से घटा कर 45,000 तक लाकर दिखा दिया।
प्रधानाचार्य श्री राजकुमार शर्मा जी से बातचीत करते हुए जो विषय सामने आया वह बहुत ही प्रसन्नता देने वाला था। सीबीएसई से मान्यता प्राप्त देश के विद्यालयों की सफाई प्रतियोगिता में इस विद्यालय को देश में द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ है। उन्होंने बतया कि हमारी दान राशि से वह एक मशीन खरीदने वाले है जो इस्तेमाल किये हुए कागज को रीसायकल करके पुनः काम में लाने लायक कागज़ में बदलेगी। फलस्वरूप विद्यालय का एक भी कागज़ का टुकड़ा अब कूड़े में नही जायेगा।
अदभुत है सेवाभारती सेवाधाम विद्या मंदिर। अनुकरणीय है यह प्रयत्न। सेवा भर्ती सेवाधाम विद्यामंदिर का पता है :
सेवाभारती सेवाधाम विद्यामंदिर
पोस्ट मंडोली, दिल्ली 110092
दूरभाष: 011-22344705 और 22341926
प्रधानाचार्य: 9899862637
लेखक आलोक कुमार वकील हैं.