ओमप्रकाश सिंह-
अत्यंत दुखद। दैनिक जागरण, भोपाल के वरिष्ठ पत्रकार श्री सर्वदमन पाठक नहीं रहे। बीती रात दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया।
पाठक जी उन पत्रकारों में से थे, जो पत्रकारिता को सींचते हैं,और उसे अपने ज्ञान, विवेक और सदाचार से अभिषिक्त करते हैं। उन्हें कभी गुरेज नहीं रहा कि वे अगली पंक्ति में हैं कि पिछली पंक्ति में। कैसी भी परिस्थिति हो, वे चुपचाप अपने काम में लगे रहते। वे अपनी महिमा और अपने गौरव को जानते थे। और दफ्तर भी उनकी इस गुरुता का सम्मान करता था। वे हम सभी के प्रणम्य थे।
हमने कई साल साथ काम किया। दैनिक भास्कर में था तो भी अक्सर उनके साथ तकरीबन रोज ही एक कप चाय पी जाती। बाद में जागरण में रहा तो फिर तो पूरे दिन का ही साथ रहता। वे सरल, सहज, स्नेहिल और सहृदय थे और संबंधों का भी बहुत एहतियात से निर्वाह करते। उनके बारे में ये चंद पंक्तियाँ लिख रहा हूँ तो बस यादें ही यादें आ रही हैं। ऐसे निस्पृह व्यक्तित्व पत्रकारिता में बहुत विरल होते हैं।
बहुत-बहुत प्रणाम बंधु। बहुत-बहुत प्रणाम।