दिल्ली में बिजनेस स्टैंडर्ड हिंदी के पत्रकार सत्येंद्र प्रताप सिंह के मुंह के कैंसर का सफल आपरेशन हुआ और अब सूचना है कि सत्येंद्र आईसीयू से बाहर आ गए हैं. उन्होंने खुद होश में आने और आईसीयू से बाहर लाए जाने के बाद एफबी पर लिखकर इसकी जानकारी दी है.
Satyendra P Singh लिखते हैं- ”लगता है कि पत्नी ने भाई को बताया कि फेसबुक खेले बगैर मैं स्वस्थ नहीं होउंगा और छोटे भाई ने पकड़ा दिया। icu से बाहर हूँ 🙂 ”.
उल्लेखनीय है कि सत्येंद्र का आपरेशन गुरुवार को हुआ…. जीभ का संक्रमित हिस्सा काटकर अलग कर दिया गया है…. गले के संक्रमित हिस्से को निकाला गया है और उसकी बायोप्सी होनी है… रिपोर्ट दो-तीन दिन में आएगी…. फिर तय होगा कि किस मात्रा में रेडिएशन थेरेपी होगी….
इस बीच बालेंदु स्वामी ने भी फेसबुक पर अपील की है कि लोग सत्येंद्र की आर्थिक मदद करें, साथ ही गुटखा-तंबाकू खाना छोड़ें ताकि ऐसे दिन किसी को न देखना पड़े.
Balendu Swami लिखते हैं: ”हमारे मित्र Satyendra P Singh को मुंह का कैंसर हो गया और मैंने अभी उनके भाई से फोन पर बात करी, आपरेशन हो गया है और वो अभी ICU में हैं. उनके भाई ने आपरेशन प्रक्रिया और मेडिकल स्थिति का जो विवरण दिया उसे मैं यहाँ इसलिए नहीं लिख रहा हूँ क्योंकि शायद बहुत से लोगों को पढने में अच्छा नहीं लगेगा! परन्तु ऐसी परिस्थिति में एक साधारण नौकरी पेशा वाले बाल-बच्चेदार व्यक्ति और उसके परिवार की क्या हालत होगी आप स्वयं समझ सकते हैं. सत्येन्द्र जी 2012 अप्रैल में यहाँ मेरे पास परिवार सहित वृन्दावन भी आये थे और बाद में भी कामकाज के विषय में कुछेक बार मेरी उनसे बातचीत भी हुई. आप कल्पना कर सकते हैं कि इस परिस्थिति से जूझने के लिए मनोबल के अतिरिक्त अर्थ की भी आवश्यकता होगी! एक छोटा सा योगदान मैं भी कर रहा हूँ और आप सभी से भी निवेदन करता हूँ कि जो भी बन सके सत्येन्द्र जी का सहयोग अवश्य करें! नीचे उनके बैंक एकांउट की डिटेल दे रहा हूँ.
Satyendra Pratap Singh
Kotak Mahindra Bank
Ac No -01720030181324
Branch- KG Marg New Delhi
IFSC- KKBK0000172
इन सभी बातों के साथ एक बहुत ही जरुरी निवेदन और भी: पिछले 15 सालों में मैं अपने 3 ख़ास जानने वाले मित्रों को गुटखा खाने की वजह से हुए मुंह के कैंसर के कारण खो चुका हूँ. इस पोस्ट को आप तभी लाइक करें जबकि गुटखा न खाते हों और यदि खाते हों तो लाइक करने के पहले अभी प्रण करें कि आज से नहीं खायेंगे! यदि आपकी लत को छोड़ने में मैं आपकी कुछ सहायता कर सकता हूँ तो निःसंकोच मुझसे मिलें! धन्यवाद.”
उल्लेखनीय है कि सत्येंद्र ने गोरखपुर विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई के बाद बीएचयू से पत्रकारिता की पढ़ाई की… वारणसी में सन्मार्ग अखबार से करियर की शुरुआत की… फिर वाराणसी में ही उन्होंने लंबे समय तक ईटीवी संवाददाता के रूप में काम किया… 2007 में दिल्ली आए और ‘आज समाज’ अखबार के साथ जुड़ गए… उसके बाद इकनॉमिक टाइम्स हिंदी में काम किया… अभी वे बिजनेस स्टैंडर्ड अखबार में वरिष्ठ पद पर हैं… परिवार में पत्नी के अलावा दो बच्चे हैं… बेटा छोटा है जिसे वे प्यार से ‘गांधी’ बुलाते हैं…
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